धीरे धीरे खुशिया मिलने लगी हैं


धीरे धीरे खुशिया मिलने लगी हैं

जिंदगी के किसी ना किसी मोड़ पर खुशिया आपका इंतजार कर ही रही होती है। कोई साथी आपको सारी खुशिया देने के लिए ही बना होता है। मुझे भी सारी खुशिया मिल गयी थी जब मुझे पहली बार प्यार हुए था पहले प्यार की बात ही कुछ अलग होती है।

 

धीरे धीरे खुशिया मिलने लगी हैंजिंदगी के किसी ना किसी मोड़ पर खुशिया आपका इंतजार कर ही रही होती है। कोई साथी आपको सारी खुशिया देने के लिए ही बना होता है। मुझे  भी सारी खुशिया  मिल गयी थी जब मुझे पहली बार प्यार हुए था पहले प्यार की बात ही कुछ अलग होती है।

धीरे धीरे खुशिया मिलने लगी है

उदास चहरे पे मुस्कान खिलने लगी है

तू जो हे साथ मेरे तो सदियाँ भी

एक लम्हा लगने लगी है

लगता हे जेसे मेरी दुआएं क़ुबूल होने लगी है…

हर वक़्त किसी को ढूँढा करती थी मेरी नज़रे

पर लगता हे वो तलाश ख़त्म सी होने लगी है…

तेरे बिना तो दुनिया  की भीड़ मे भी अकेला था

पर अब तो चलती हवा मे भी तू महसूस होने लगी है…

खुली आँखो से भी कुछ देख नही पाता था मैं

पर अब तो बंद आँखो मे भी रोशनी  रहने लगी है…

नींद ही कही सो गयी हे मेरी जब से तू मिली है

अब तो मेरी सोई हुई ख्वाहिशे भी जागने लगी है

क्यूँ  की देर से ही सही पर धीरे धीरे

खुशिया मिलने लगी है…….

शिवेन्दु पुरोहित

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