युवाओं के लिये आध्यात्मिक प्रशिक्षण आवश्यक: प्रो त्रिवेदी


युवाओं के लिये आध्यात्मिक प्रशिक्षण आवश्यक: प्रो त्रिवेदी

श्री रामचन्द्र मिशन एवं संयुक्त राष्ट्र संघ सूचना केन्द्र भारत एवं भूटान के संयुक्त तत्वावधान में गृह विज्ञान महाविधालय मे आयोजित ''अखिल भारतीय निबन्ध लेखन एवं सम्मान समारोह'' कार्यक्रम के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए प्रो. आर्इ. वी. त्रिवेदी कुलपति मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविधालय ने कहा कि "यू.जी.सी. एवं आर्इ.सी.एस.एस.आर. सहित कर्इ अकादमिक संस्थाओं द्वारा यह अनुभव किया गया है कि युवाओं के चारित्रिक उन्नयन हेतु उन्हें आध्यात्मिक प्रशिक्षण दिया जाना आवश्यक है। श्री रामचन्द्र मिशन ध्यान योग के माध्यम से युवाओं में आध्यात्मक का बीजारोपण कर रहा है"।

 

युवाओं के लिये आध्यात्मिक प्रशिक्षण आवश्यक: प्रो त्रिवेदी

श्री रामचन्द्र मिशन एवं संयुक्त राष्ट्र संघ सूचना केन्द्र भारत एवं भूटान के संयुक्त तत्वावधान में गृह विज्ञान महाविधालय मे आयोजित ”अखिल भारतीय निबन्ध लेखन एवं सम्मान समारोह” कार्यक्रम के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए प्रो. आर्इ. वी. त्रिवेदी कुलपति मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविधालय ने कहा कि “यू.जी.सी. एवं आर्इ.सी.एस.एस.आर. सहित कर्इ अकादमिक संस्थाओं द्वारा यह अनुभव किया गया है कि युवाओं के चारित्रिक उन्नयन हेतु उन्हें आध्यात्मिक प्रशिक्षण दिया जाना आवश्यक है। श्री रामचन्द्र मिशन ध्यान योग के माध्यम से युवाओं में आध्यात्मक का बीजारोपण कर रहा है”।

विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए प्रो. आरती सांखला अधिष्ठाता गृह विज्ञान महाविधालय ने कहा कि हम सभी जटिल व्यकितत्व रखते हैं, हम श्रेष्ठ दिखने का मुखौटा लगाये हुए हैं। सहज मार्ग अभ्यास हमें सरल एवं संतुलित जीवन जीने की कला सिखाता है। समारोह में अपनी विचार अभिव्यकित करते हुए प्रो. ए.के. सांखला अधिष्ठाता डेयरी एवं खाध प्रोधोगिकी महाविधालय ने कहा कि हमारे पूर्वजों द्वारा दिये गये संस्कार हमें नैतिक एवं आध्यातिमक शिक्षा प्रदान करते थे इन्हें सहेज कर रखना आवष्यक है।

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वर्तमान में श्री रामचन्द्र मिशन की निबन्ध लेखन प्रतियोगिता की जानकारी देते हुए श्री भगवान सहाय शर्मा केन्द्र प्रभारी अजमेर ने कहा कि मिशन यू.एन.डी.पी. के साथ सार्व भौमिक प्रेम एवं भार्इचारे का विकास कर रहा है। इस प्रतियोगिता में 19,900 संस्थाओं के एक लाख बीस हजार विधार्थियों ने भाग लिया, उदयपुर में बार्इस संस्थाओं के 450 विधार्थियों ने भाग लिया इनमें से श्रुति रावत छात्रा गृह विज्ञान महाविधालय ने काँस्य पदक एवं राज्य स्तर पर उच्च स्थान प्राप्त किया एवं 33 विधार्थियों को मेरिट सर्टिफिकेट भी प्रदान किये गये।

यह जानकारी देते हुए डा. राकेश दशोरा प्रशिक्षक एवं केन्द्र प्रभारी उदयपुर केन्द्र ने बताया कि निबन्ध लेखन प्रतियोगिता में उत्—ष्ट सहयोग करने वाले तीन महाविधालय गृह विज्ञान महाविधालय, सी.टी.ए.र्इ., सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी महाविधालय तथा विधालय स्तर पर ए. वन. सी. सै. स्कूल, राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय उमरड़ा एवं संत तेरेसा ज्ञानदीप विधालय को प्रशसित पत्र एवं ट्राफी प्रदान की गर्इ।

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समारोह में सहज मार्ग पद्धति की जानकारी मुकेश पटेल ने प्रदान की। आभार एवं अभिवादन मोहन बोराणा द्वारा अदा किया गया। कार्यक्रम के अतिथियों को मिशन का साहित्य भेंट कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम मे आशु सेठी, जितेन्द्र आंचलिया, डॉ. सुबोध शर्मा, प्रो. आर.एन. मिश्रा, डॉ. उमा ओझा, डॉ. सुभाष शर्मा, अनिल पालीवाल ने सक्रिय सहभागिता की। इस अवसर पर मिशन के बालकेन्द्र की बेबी रिशिता एवं बेबी साक्षी सहित अन्य बालकों द्वारा सजावट एवं स्वयं सेवा प्रदान की।

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