
जिला कलक्टर विकास एस.भाले का आज प्रात: सफार्इ व्यवस्था का निरीक्षण यधपि पूर्व निर्धारित था परन्तु किसी को भी यह पता नहीं था कि वे शहर के किस हिस्से में जाएंगे। सर्किट हाउस में जब नगर परिषद आयुक्त ने पूछा कहां चलना है तो जिला कलक्टर ने उन्हें निरीक्षण स्थलो के बारे में बताया। इसके बाद जिला कलक्टर ने बापू बाजार से लेकर गुलाबबाग रोड़, किशनपोल रोड़, खांजीपीर, जवाहर नगर रोड़, शिवाजी नगर कच्ची बस्ती तथा वार्ड नम्बर 39 के सुभाष नगर आदि क्षेत्रो में पहुचकर सफार्इ व्यवस्था का जायजा लिया और स्थानीय नागरिकों से चर्चा कर फीडबेक लिया। नगर परिषद आयुक्त सत्यनारायण आचार्य, स्वास्थ्य अधिकारी देेवेन्द्र सैनी, सेनेट्री इंस्पेक्टर नरेन्द्र श्रीमाली, सुभाष शर्मा एवं उदयलाल पुरोहित दौरे में साथ रहे।
यह दिये निर्देश

जिला कलक्टर ने परिषद आयुक्त को बापू बाजार के मध्य निर्माणाधीन एक भवन की स्वीकृति जारी करने की जांच करने तथा सड़क के बीच पड़ी निर्माण सामग्री को अविलम्ब हटाने व जुर्माना करने के निर्देश दिये। आयुक्त ने मौके से ही इस सम्बन्ध में सम्बनिधत अधिकारी को दूरभाष पर कार्यवाही करने के निर्देश प्रदान किये। जिला कलक्टर ने निर्देश दिये यह सुनिशिचत करें कि जहां भी सड़क के बीच निर्माण सामग्री आवागमन में अवरोध बनती है उसे तत्काल हटाया जावे और सम्बनिधत के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जावे। जिला कलक्टर ने बीड़ा क्षेत्रा में नालियों की सफार्इ कराने के निर्देश दिये।
7 दिन में भरें खडडा

जिला कलक्टर ने फतह स्कूल के सामने की सड़क पर हुए खडडे को भरने के लिए की जा रही कार्यवाही को मौके पर देखा। उन्होने 7 दिन में इसे भरने के निर्देश प्रदान किये जिस पर परिषद आयुक्त ने आश्वस्त किया कि यह कार्य 7 दिन में कर दिया जाएगा।
सफार्इ व्यवस्था की दी जानकारी जिला कलक्टर को नगर की सफार्इ व्यवस्था के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए परिषद आयुक्त सत्यनारायण आचार्य ने बताया कि शहर में विभाग के एवं ठेके के कर्मचारियों द्वारा सफार्इ का कार्य किया जाता है। परिषद के कर्मचारी सुबह 6.15 बजे तथा ठेके के कर्मचारी 7.00 बजे सफार्इ का कार्य प्रारम्भ कर देते हैं। उन्होंने बताया कि शहर में 17 जगह घर-घर जाकर कचरा संग्रह कर कचरा पात्रा में डालने की व्यवस्था की गर्इ है। उन्होंने बताया कि बड़े नालों की नियमित रूप से माह में एक बार सफार्इ करार्इ जाती है। परिषद के पास प्रेशर,लोडर,डम्पर आदि के 80 वाहन उपलब्ध हैं। उन्होंने विभिन्न स्थानों की पार्किंग आदि समस्याओं के बारे में भी जिला कलक्टर का ध्यान आकर्षित किया।