तारक मेहता फेम भिड़े उर्फ मंदार चंदावडकर ने किया माउंट लिटेरा जी स्कूल का उद्घाटन


तारक मेहता फेम भिड़े उर्फ मंदार चंदावडकर ने किया माउंट लिटेरा जी स्कूल का उद्घाटन

तारक मेहता का उल्टा चश्मा फेम आत्माराम तुकाराम भिड़े उर्फ मंदार चंदावडकर ने कहा कि एक चावल के दाने को देखकर पूरी बोरी का अंदाज नहीं लग सकता ठीक उसी प्रकार किसी भी एक अध्यापक को देखकर समूचे अध्यापक ज

 
तारक मेहता फेम भिड़े उर्फ मंदार चंदावडकर ने किया माउंट लिटेरा जी स्कूल का उद्घाटन

तारक मेहता का उल्टा चश्मा फेम आत्माराम तुकाराम भिड़े उर्फ मंदार चंदावडकर ने कहा कि एक चावल के दाने को देखकर पूरी बोरी का अंदाज नहीं लग सकता ठीक उसी प्रकार किसी भी एक अध्यापक को देखकर समूचे अध्यापक जगत को खराब नहीं ठहराया जा सकता। तकनीक तो बढ़ी है लेकिन उसका सदुपयोग होना चाहिए। समुचित उपयोग से ही तकनीक का लाभ उठाया जा सकता है।

वे रविवार को कलड़वास औद्योगिक क्षेत्र स्थित माउंट लिटेरा जी स्कूल के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज की शिक्षा में प्रतिस्पर्धा बहुत हो गई है। मेरा खुद का आठ साल का बेटा है। उसका बैग देखकर मुझे भी बहुत अफसोस होता है लेकिन यहां माउंट लिटेरा जी स्कूल में नो टिफिन, नो बैग का कंसेप्ट सुनकर अच्छा लग रहा है। निस्संदेह यही आने वाले समय का द्योतक है।

उन्होंने कहा कहा कि पहले गुरुकुल पद्धति थी, फिर स्कूल आए और अब तकनीक के साथ हम आएं है। शिक्षक पहले भी विद्यादान ही करते थे और अब भी विद्यादान ही कर रहे हैं इसलिए विद्यादान सर्वश्रेष्ठ दान है। हमनें अपने जमाने में भी अध्यापकों से स्कूल में बहुत मार खाई है लेकिन हमारे पेरेन्ट्स ने कभी गलत तरीके से नहीं लिया। अब बच्चों को स्कूल में थोड़ा सा भी कुछ बोलो तो पेरेन्ट्स स्कूल पंहुच जाते हैं। अधिक हिंसा का मैं भी विरोधी हूं, नहीं होनी चाहिए। अगर होती है तो सभी को उसके विरोध में आना चाहिए लेकिन बच्चे के अच्छे भविष्य के लिए कुछ बातों से हमें भी सहमत होना होगा।

तारक मेहता के किरदार भिड़े के बारे में उन्होंने कहा कि वह बहुत सिद्धांतवादी है। किसी भी तरह सिद्धांतों के साथ समझौता वह नहीं कर सकता। इसी वजह से मेंन्टिनेन्स चेक जैसी बात को लेकर भी जेठालाल से वह उलझ पड़ता है। उन्होंने कहा कि किरदार में हम इतना रम गए हैं कि मेरे लांड्री, राशन वाले भी मेरा नाम मंदार चंदावडकर के बजाय भिड़े सर लिखते हैं।

जी लर्न लिमिटेड के महानिदेशक डाॅ. प्रभात कौशिक ने कहा कि जी लर्न ने शिक्षा के सिद्धान्तों से कभी कोई समझौता नहीं किया है और यही करण है कि वह देश में 117 स्कूल खोलते हुए शक्षा की उंचाईयां को छू रहा है और यह सब अभिभवाकों के विश्वास के कारण ही संभव हो पाया है। यदि स्कूल से सम्बन्धित कोई भी शिकायत हो तो आप सिर्फ एक मेल के जरिये मुझसे जुड़ सकते हैं। निस्संदेह हाथों हाथ आपकी समस्या का समाधान होगा।

जी लर्न स्कूल की रीजनल डायरेक्टर अनिता चतुर्वेदी ने कहा कि चाइल्ड एब्यूज़ के प्रति अभिभावक भी सचेत रहें। यदि वह घर में किसी भी तरह का अप्रासंगिक व्यवहार कर रहा है तो स्कूल में संपर्क करें और उसके प्रति जागरूक रहें। अभिभावकों में जागरूकता लाना हमारा उद्देश्य है।

कार्यक्रम में अतिथियों के रूप में पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल, एएसपी ब्रजेश सोनी, जिला प्रमुख शांतिलाल मेघवाल, प्रमोद सामर, डूंगरपुर नगर परिषद के सभापति केके गुप्ता आदि का स्कूल के निदेशक अरूण माण्डोत, मनीष कपूर, एस.के.खेतान, आरएस यादव आदि ने उपरणा ओढ़ा, बुके भेंटकर स्वागत किया।

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