विकास का वादा पांच माह का नहीं पांच साल का है – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि राजस्थान के विकास के लिए हमने प्रदेश की जनता से पांच वर्ष का वादा किया है, पांच माह का नहीं। हम निश्चित रूप से जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे, लेकिन इसके लिए धैर्य रखना होगा। अब तक का समय तो हमारी सरकार का सफाई करने में ही गुजर गया। अब विकास की बारी है।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि राजस्थान के विकास के लिए हमने प्रदेश की जनता से पांच वर्ष का वादा किया है, पांच माह का नहीं। हम निश्चित रूप से जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे, लेकिन इसके लिए धैर्य रखना होगा। अब तक का समय तो हमारी सरकार का सफाई करने में ही गुजर गया। अब विकास की बारी है।
राजे मंगलवार को ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के अन्तर्गत डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा कस्बे में जनसुनवाई शिविर में उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित कर रही थी।
विकास के लिये 100 में से सिर्फ 3 रुपये
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का विकास इतना चुनौतीपूर्ण है, इसका अन्दाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि 100 रुपये में से सरकार सिर्फ 3 रुपये ही विकास पर खर्च कर सकती है, बाकी 97 प्रतिशत पैसा वेतन, पेेंशन और ब्याज पर खर्च हो रहा है।
राजे ने कहा कि आज प्रदेश की कुल आय 55 हजार 594 करोड़ रुपये है। इसमें से वेतन, पेंशन और ब्याज पर 53 हजार 765 करोड़ रुपये खर्च होता है जो कुल आय का 97 प्रतिशत है। प्रदेश का यह हाल कांग्रेस के 52 साल के कुशासन की वजह से हुआ।
विकास के लिए जातिवाद के झगड़ों से दूर रहना होगा
राजे ने कहा कि राजस्थान को आगे बढ़ाने के लिए हमें 10 सालों के लिए जातिवाद, मजहबवाद सहित सभी प्रकार के वाद एवं झगड़े-फसाद को छोडक़र केवल राजस्थान के विकास के लिए काम करना होगा। अगर राजस्थान आगे नहीं बढ़ेगा तो हममें से कोई भी आगे नहीं बढ़ सकेगा।
जनप्रतिनिधि हो या कलक्टर सब जनता के सेवक
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान करने के लिए जनप्रतिनिधि हो या कलेक्टर, तहसीलदार हो या पटवारी सबको सेवा भावना के साथ कार्य करना होगा। जनता खुश नहीं है तो समझ लो सरकार भी खुश नहीं है। जनसुनवाई में हजारों की संख्या में आने वाले परिवाद ये साबित करते हैं कि नीचे के स्तर पर कार्य सही नहीं हो रहा है। इस चरमराई व्यवस्था को सुधारने के लिए ही हम ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के माध्यम से गांव-गांव तक पहुंच रहे हैं।
राजे ने कहा कि जनता के वाजिब काम समय पर हो तथा विकास को गति मिले, इसके लिए सरकार संभाग स्तर पर ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम चला रही है। यह कार्यक्रम सभी संभागों में चलेगा, ताकि आमजन को अपने कार्याें के लिए अनावश्यक रूप से लम्बे समय तक इंतजार नहीं करना पड़े तथा उन्हें इधर उधर चक्कर भी नहीं लगाने पड़े।
मुख्यमंत्री ने युवाओं को विश्वास दिलाया कि वो पांच वर्षों में 15 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के अपने वादे को हर हाल में पूरा करेगी, इसके लिए काम शुरू कर दिया गया है।
जनसुनवाई शिविर में मुख्यमंत्री ने पालनहार योजना, कृषक साथी योजना, स्कूटी वितरण योजना, सामाजिक अधिकारिता विभाग की विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित किया। उन्होंने नि:शुल्क पट्टे एवं खातेदारी अधिकार के प्रपत्र भी वितरित किये। उन्होंने कनाड में माही परियोजना के विस्थापितों के पुनर्वास के सम्बन्ध में जिला कलेक्टर को विभाग एवं गांव वालों के साथ बैठक कर समस्या के निराकरण के निर्देश दिए।
आदिवासी बच्चों की पढ़ाई देख मुख्यमंत्री हुई प्रसन्न
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मंगलवार को भी अचानक दौरे पर निकली। वे नदियों को पार कर दुर्गम और पहाड़ी रास्तों से आदिवासियों के बीच पहुंची। करीब एक किलोमीटर टेडी मेढी पगडंडियों को पार कर वे डूगरपुर जिले के लोलकपुर गांव की पहाड़ी पर स्थित मां बाड़ी प्राथमिक शिक्षा केन्द्र भी गई। यहां उन्होंने नन्हे-मुन्ने बच्चों से अपनत्व के साथ बातचीत की और बच्चों को परोसे जाने वाला खाना भी खाया।
मुख्यमंत्री ने तीसरी कक्षा के बच्चे मनोज से उसकी पाठ्य पुस्तक का एक पाठ पढ़वाया, मनोज ने ‘चांद की खातिर’ पाठ को धारा प्रवाह पढ़ दिया, इससे राजे बहुत प्रभावित हुई तथा एक बच्चे की तरफ इशारा करते हुए पूछा कि तुम्हें पहाड़े आते हैं, तो मुकेश ने खड़े होकर कहा 13 तक पहाड़े आते हैं, उसने भी बिना रुके, हिचके पूरा पहाड़ा सुना दिया। मुख्यमंत्री बच्चों की पढ़ाई एवं लगन से बहुत खुश हुई और उन्होंने सभी बच्चों को अपने हाथ से टॉफियां बांटी।
राजे ने प्राथमिक शिक्षा केन्द्र की शिक्षक मंजूला से बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के संबंध में भी चर्चा की तथा जिला कलेक्टर को निर्देश दिए कि ऐसे केंद्रों पर नियमित रूप से बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था करें। मुख्यमंत्री ने यहां उपस्थिति पंजिका सहित संधारित किये जा रहे अन्य रजिस्टर को भी देखा तथा पूरी व्यवस्थाओं को सराहा।
स्वच्छ परियोजना के अन्तर्गत संचालित मां बाड़ी प्राथमिक शिक्षा केन्द्र में खाना बनाने वाली एवं बच्चों की देखभाल करने वाली हमरी देवी से भी मुख्यमंत्री ने बच्चों को परोसे जाने वाले खाने एवं विषयों के बारे में बातचीत की।
जीवन में पहली बार मुख्यमंत्री को देख खुश हुए आदिवासी
दूर-दराज पहाडिय़ों पर छितरे हुए झोपड़ों में रहने वाले आदिवासी उस वक्त अचंभित हो गये, जब स्वयं मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे डूंगरपुर से सागवाड़ा जाते समय अचानक उनके बीच पहुंची और सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को सही मायने में सार्थक बनाया।
मुख्यमंत्री ग्राम पंचायत लोलकपुर के झोपड़ों में रहने वाले आदिवासियों के बीच गई। उनके जीवन यापन के बारे में चर्चा की। यहां रहने वाले 60 वर्षीय उदयलाल रोत, 62 वर्षीय हाउजी रोत, 55 वर्षीय पारी देवी ने राजे से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन में पहली बार साक्षात् किसी मुख्यमंत्री को देखा है। इन लोगों ने राजे को बताया कि हमारे इन झोंपड़ों में तो अब तक कोई जनप्रतिनिधि नहीं आया, आज स्वयं मुख्यमंत्री हमारे बीच आ गई, हमें विश्वास ही नहीं हो रहा है।
राजे ने सभी आदिवासियों से विशेषकर महिलाओं से उनकी दिनचर्या, कामकाज, रोजगार के बारे में बातचीत की तथा उनके साथ झोंपड़ों में भी गई और उनके साथ फोटो खिंचवाये।
पकड़ा गबन का मामला, कड़ी कार्रवाई के निर्देश
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने डूंगरपुर जिले के ग्राम पंचायत हीराता के धरती माता गांव में इंदिरा आवास योजना के तहत गबन का मामला पकड़ा। श्रीमती राजे ने डूंगरपुर-सागवाड़ा मार्ग पर स्थित इस गांव के अचानक निरीक्षण के दौरान देखा की एक व्यक्ति ने अपनी प्राइवेट बोरिंग की मोटर को चोरी से बचाने के लिए उस पर इंदिरा आवास योजना के तहत 50 हजार रुपए से एक कमरा बना दिया है।
मुख्यमंत्री ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए योजना के तहत पैसा स्वीकृत करने वाले अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
बांध की ऊंचाई बढ़ाने की योजना बनाने के निर्देश
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे से डूंगरपुर जिले की हीराता ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने कंडीवाला नाका बांध की ऊंचाई बढ़ाने की मांग की। श्रीमती राजे ने मौके पर मौजूद जिला कलक्टर को इसकी योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बांध की ऊंचाई बढऩे से इसमें ज्यादा पानी को रोका जा सकेगा, इससे क्षेत्र के अधिक लोगों को सिंचाई का फायदा मिलेगा।
डिमिया बांध का निरीक्षण
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आदिवासी क्षेत्र की पहाडिय़ों के बीच स्थित डिमिया बांध का निरीक्षण किया, उन्होंने इस बांध से पूर्व में होने वाली लिफ्ट सिंचाई परियोजना के बारे में अधिकारियों एवं ग्रामीणों से बातचीत की। ग्रामीणों ने बताया कि विद्युत बिल अधिक आने के कारण यह परियोजना अब बंद हो गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीणों को उनके लाभ के लिए सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं का पूरा लाभ उठाना चाहिए तथा इसके लिए अगर उन्हें कुछ राशि जमा करवानी पड़े तो सभी ग्रामीण मिलकर योजनाबद्घ तरीके से इस कार्य को करें, ताकि वो निरन्तर जारी रहे।
मुख्यमंत्री का जगह-जगह जोरदार स्वागत
मुख्यमंत्री राजे का डूंगरपुर से सागवाड़ा जाते समय ग्राम पंचायत डोजा, आंतरी, वरदा और तामटियां सहित अनेक स्थानों पर ग्रामीणों ने गाजे-बाजों के साथ अभूतपूर्व स्वागत किया।
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