नाली बनाते वक्त तोड़े गए रैंप अभी तक नहीं बन पाए, क्षेत्रवासी बदबू सहने को मजबूर


नाली बनाते वक्त तोड़े गए रैंप अभी तक नहीं बन पाए, क्षेत्रवासी बदबू सहने को मजबूर

शहर की पॉश कॉलोनी कही जाने वाली सहेली नगर और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण सहेलियों की बाड़ी क्षेत्र के निवासी और दूकानदार खुली हुई नाली की गंदगी और बदबू से परेशान है। इस सम्बन्ध में क्षेत्रीय पार्षद, नगर निगम आयुक्त से भी शिकायत की गई लेकिन नतीजा सिफर रहा। क्षेत्रीय पार्षद केसर सिंह के अनुसार रैंप बनाने की ज़िम्मेदारी ठेकेदार की है, जबकि ठेकेदार के अनुसार उसका ठेका सिर्फ नाली बनाने का था, रैंप बनाने की ज़िम्मेदारी तो नगर निगम की है। ऐसे में क्षेत्रवासी गंदगी और बदबू को झेलने को मजबूर है।

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नाली बनाते वक्त तोड़े गए रैंप अभी तक नहीं बन पाए, क्षेत्रवासी बदबू सहने को मजबूर

शहर की पॉश कॉलोनी कही जाने वाली सहेली नगर और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण सहेलियों की बाड़ी क्षेत्र के निवासी और दूकानदार खुली हुई नाली की गंदगी और बदबू से परेशान है। इस सम्बन्ध में क्षेत्रीय पार्षद, नगर निगम आयुक्त से भी शिकायत की गई लेकिन नतीजा सिफर रहा। क्षेत्रीय पार्षद केसर सिंह के अनुसार रैंप बनाने की ज़िम्मेदारी ठेकेदार की है, जबकि ठेकेदार के अनुसार उसका ठेका सिर्फ नाली बनाने का था, रैंप बनाने की ज़िम्मेदारी तो नगर निगम की है। ऐसे में क्षेत्रवासी गंदगी और बदबू को झेलने को मजबूर है। नाली बनाते वक्त तोड़े गए रैंप अभी तक नहीं बन पाए, क्षेत्रवासी बदबू सहने को मजबूर पिछले दिनों नगर निगम द्वारा नाली निर्माण के कार्य का ठेके पर दिया गया था। ठेकेदार ने नई नाली बनाने का दौरान पुरानी नाली के साथ साथ नाली पर बने हुए रैंप भी तोड़ दिए थे। साथ ही स्थानीय निवासियों और दुकानदारों को आश्वस्त भी किया था कि सात दिन के अंदर अंदर नए रैंप भी बना दिए जायेंगे। नाली तो बन गयी लेकिन रैंप बनाने का आश्वासन क्षेत्रवासियों के लिए सपना ही रह गया। स्थानीय दुकानदार गणपत जी ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा की रैंप नहीं बनने से हम अपनी चार पहिया वाहन दूर दराज पार्क करने पर मजबूर है, साथ ही नाली पर रैंप न होने की वजह से दुर्घटना का खतरा तो है ही, नाली से उठने वाली बदबू से जीना दूभर हो गया है।

नाली बनाते वक्त तोड़े गए रैंप अभी तक नहीं बन पाए, क्षेत्रवासी बदबू सहने को मजबूर

चूँकि सहेली नगर का इलाका पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण इलाका है। यहाँ पर मौजूद सहेलियों की बाड़ी मशहूर पर्यटन स्थल होने के वजह से दिन में हज़ारो पर्यटकों की आवाजाही लगी रहती है और यह क्षेत्र के पर्यटन व्यवसाय की एक महत्वपूर्ण स्थल है। ऐसे में बदबू से पर्यटन पर भी नकारात्मक असर पड़ने का खतरा है।

Input by: Local Residents and Shopkeepers

Pics Courtesy: Ganpatji and Asif Ali

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