आडम्बर एवं खर्चीले भोज करने की प्रवृत्ति बंद हो: सोभाग्य मुनि


आडम्बर एवं खर्चीले भोज करने की प्रवृत्ति बंद हो: सोभाग्य मुनि

श्रमण संघीय महामंत्री सोभाग्य मुनि म.सा ने कहा कि जीवन में एक-दूसरे से बढ़चढ़ कर दिखावें एवं आडम्बर के कारण हम समाज के निम्र एंव मध्यमवर्गीय परिवार को पीछे छोड़ते चले जा रहे है। शादी-ब्याह में खर्चीला भोज करने की प्रवृत्ति दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इस पर अंकुश लगाया जाना चाहिये ताकि समाज का पिछड़ा तबका भी अन्य के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चल सकें।

 
आडम्बर एवं खर्चीले भोज करने की प्रवृत्ति बंद हो: सोभाग्य मुनि

श्रमण संघीय महामंत्री सोभाग्य मुनि म.सा ने कहा कि जीवन में एक-दूसरे से बढ़चढ़ कर दिखावें एवं आडम्बर के कारण हम समाज के निम्र एंव मध्यमवर्गीय परिवार को पीछे छोड़ते चले जा रहे है। शादी-ब्याह में खर्चीला भोज करने की प्रवृत्ति दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इस पर अंकुश लगाया जाना चाहिये ताकि समाज का पिछड़ा तबका भी अन्य के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चल सकें।

वे आज चातुर्मास प्रवेश के अवसर पर पंचायती नोहरे में आयोजित विशाल धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्हेोनं कहा कि यदि अब भी युवाओं ने दुव्यसनों की प्रवृत्ति का त्याग नहीं किया तो यह प्रवृत्ति भारत को और अधिक खोखला कर देगी। उन्होनें युवाओं को दुव्र्यसनों का त्याग करने के लिए प्रेरित किया। मुनि श्री ने श्रावकों का आव्हान किया कि इस वर्षावास को रचनात्मक रूप देने हेतु इसे पीडि़त मानव की सेवा को समर्पित करने का आव्हान किया।

इस अवसर पर राष्ट्रसंत गणेश मुनि म.सा. ने कहा कि मंगल कामना में प्राणी मात्र के उदय की कामना होती है। सभी का मंगल,उदय एवं कलयाण हो,महावीर के शासन में आज चतुर्विद संघ पल्लवित एंव पुष्पित हो रहा है। प्रवत्रक मदन मुनि म.सा. ने श्रावकों का आव्हान किया कि वे धार्मिक क्रियाओं के द्वारा ही इस चाुतर्मास को सफल बनावें। उप प्रवर्तक सेवा रत्न जिनेन्द्र मुनि ने कहा कि संत सूर्य,पवन एवं नदी की तरह सर्वत्र गतिमान हो कर सुख एंव आध्यात्म का संदेश देकर चहुं दिशा में अभिनव व आलोक फैलाते है।

आडम्बर एवं खर्चीले भोज करने की प्रवृत्ति बंद हो: सोभाग्य मुनि

धर्मसभा को संबोधित करते हुए साध्वी डॅा.राजश्री ने कहा कि संत व बसंत के आने से जगत व भगत प्रसन्न हो जाते है। साध्वी डॅा. सुलक्षण प्रभाश्री ने कहा कि संत को गंगा की उपमा दी गई है। जब संत एवं गंगा आती है तो सभी स्थान पवित्र हो जाते है।

समारोह की मुख्य अतिथि महापौर रजनी डांगी ने गुरूदेव सोभाग्य मुनि से निवेदन किया कि समाज को युवती मंडल बनाने की प्रेरणा प्रदान करें क्योंकि भविष्य महिलाओं का ही है। इस अवसर पर कोमल मुनि म.सा.,निर्मल मुनि,जिला प्रमुख मधु मेहता व कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मोतीलाल कोठारी सेमा वाले ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन महेन्द्र तलेसरा ने किया। धन्यवाद अंबालाल नवलखा ने ज्ञापित किया।

श्री र्वद्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के अध्यक्ष वीरेन्द्र डांगी ने इस अवसर पर देश के कोने-कोने से आये हजारों श्रावक-श्राविकाओं का स्वागत करते हुए विभिन्न संघों के पदाधिकारियों का सम्मान किया। इससे पूर्व आज प्रात: पौने नौ बजे शास्त्री सर्किल स्थित श्री तारक जैन गुरू ग्रन्थालय से सोभाग्य मुनि. म.सा., महाश्रमण प्रवर्तक मदन मुनि म.सा.,उप प्रवर्तक निर्मल मुनि म.सा.विकसित मुनि,कोमल मुनि, संयम मुनि, मुक्तानंदन मुनि एवं नवदीक्षित संभव मुनि म.सा.देश भर एवं शहर व आस-पास के गावों से आये करीब 3 हजार श्रावकों के साथ चातुर्मास प्रवेश पंचायती नोहरे के लिए शोभायात्रा के रूप में प्रस्थान किया।

संघ के महामंत्री हिम्मत बड़ाला ने बताया कि शोभायात्रा कोर्ट चौराहा,देहलीगेट, धानमण्डी, हॉस्पीटल रोड़, मार्शल चौराहा, मुखर्जी चौेक होते हुए पंचायती नोहरे पहुंची। शोभायात्रा के आगे जैन ध्वज एवं चिन्ह से सजी एस्कोर्ट जीप, पीछे श्री वद्र्धमान स्थानकवासी युवक परिषद के सदस्य, शहर के विभिन्न उपनगरों बडग़ांव बेदला, फतहपुरा, अहिंसापुरी, न्यू फतहपुरा, महाप्रज्ञ विहार, मॉर्डन कॉम्पलेक्स, भुवाणा, न्यू भुपालपुरा, अशोकनगर, भूपालपुरा, आनन्दनगर, विश्वविद्यालय मार्ग, आयड़ सुन्दरवास हिरण गमरी से. 3, 4, 5, 6, 11, गोवर्धन विलास, मोगरावाड़ी, सर्वऋतु विलास अम्बामाता, दूधिया गणेशजी एवं देश के विभिन्न कोनों से आए 3000 से अधिक श्रावक धवल वस्त्र एवं श्राविकाएं लाल चुन्दड़ में, विभिन्न संघों के पदाधिकारी, श्राविका संघ की महिलाएं एवं विभिन्न मडंलों के पदाधिकारी तीन-तीन की कतार में नारे लगाते हुए चल रहे थे।

To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on   GoogleNews |  Telegram |  Signal

Tags