विश्व के विविध राजनैतिक विवाद मध्यस्थता से सुलझाये जा सकते है। यह विचार”द आर्ट ऑफ़ मिडिएशन एन्ड ह्युमेनीटेरियन फॉरेन पॉलिसी इन मिडल ईस्ट”पुस्तक के लेखक तथा क्रोएशिया में अमेरिका के पूर्व राजदूत डॉ पीटर गालब्रेथ ने विद्या भवन व डॉ मोहन सिंह मेहता मेमोरियल ट्रस्ट के साझे में आयोजित व्याख्यान में व्यक्त किये।
डॉ गालब्रेथ ने कहा कि छोटे बड़े राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय विवाद सुलझाने में दोनों प्रभावित पक्षों के पीछे की सभी शक्तियो की मानसिकता को समझना बेहद जरूरी है तभी समझोते की कगार पर पहुंचा जा सकता है। व्याख्यान में डॉ गालब्रेथ ने अमेरिका, कनाडा, यूरोप, क्रोएशिया सहित कई देशो के विवादों में अमेरिकी मद्यस्थ की भूमिका निभाने के दौरान उतपन्न स्थितियों का जिक्र करते हुए कहा कि सबसे अच्छी विदेश नीति वह है जो सम्बंधित सभी पक्षों के लिए परस्पर अनुकूल व कारगर हो। व्याख्यान में प्रो गालब्रेथ ने उपस्थित श्रोताओ के प्रश्नो के जवाब भी दिए।

प्रारम्भ में ट्रस्ट सचिव नन्दकिशोर शर्मा ने स्वागत उद्बोधन दिया।विद्या भवन सोसाइटी के अध्यक्ष अजय मेहता ने गालब्रेथ परिवार अंतर राष्ट्रीय कूटनीतिक व् मध्यक्षता के क्षेत्र में योगदान का उल्लेख किया। संचालन विद्याभवन के कमल महेन्द्रु ने किया। व्याख्यान में डॉ.तेज राजदान, रियाज़ तहसीन, भार्गव मिस्त्री, सेवामन्दिर की मुख्य संचालिका प्रियंका सिंह, वेदांता की सीएसआर उपध्यक्ष नीलिमा खेतान, साधना की संचालिका शाह, विद्या भवन के शिक्षा सलाहकार प्रसून कुमार,पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ अनिल मेहता, झील प्राधिकरण के सदस्य तेजशंकर पालीवाल सहित बुद्धिजीवियों ने भाग लिया।