लिंग परीक्षण जो करवाते, बिटिया का सुख जान न पाते


लिंग परीक्षण जो करवाते, बिटिया का सुख जान न पाते

प्रकृति साधना केन्द्र, भीलों का बेदला में स्थित राष्ट्रीय सेवा योजना का पॉलीटेक्निक महाविद्यालय के छात्रों का सात दिवसीय शिविर समाप्त हुआ। शिविर में विद्यार्थियों ने ग्रामीणों को नुक्कड़ नाटक तथा रैली के माध्यम से शिक्षा स्वास्थ्य तथा उनके अधिकारों की जानकारी देकरा जागरूक किया।

 
लिंग परीक्षण जो करवाते, बिटिया का सुख जान न पाते

प्रकृति साधना केन्द्र, भीलों का बेदला में स्थित राष्ट्रीय सेवा योजना का पॉलीटेक्निक महाविद्यालय के छात्रों का सात दिवसीय शिविर समाप्त हुआ। शिविर में विद्यार्थियों ने ग्रामीणों को नुक्कड़ नाटक तथा रैली के माध्यम से शिक्षा स्वास्थ्य तथा उनके अधिकारों की जानकारी देकरा जागरूक किया।

कन्या भ्रूण हत्या पर ‘‘लिंग परीक्षण जो करवाते बिटिया का सुख जान न पाते’’ एवं दहेज प्रथा तथा पर्यावरण प्रदूषण के पोस्टर के माध्यम से भी जागरूकता का पैगाम दिया।

शिविर के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए एस.पी. गौड, व्यवस्था सचिव विद्या भवन ने छात्रों को राष्ट्रीय के प्रति समर्पित तथा निर्माण में योगदान करने का आह्वान किया। प्राचार्य अनिल मेहता ने संबोधन करते हुए कहा कि तकनीकी विकास के साथ पर्यावरण को शुद्ध रखना होगा तथा जल प्रबन्धन के लिये वनों की आवश्यकता को ध्यान में रखना चाहिये। विद्या भवन के उद्देश्य भी इसी कार्य में भागीदार रहा है।

लिंग परीक्षण जो करवाते, बिटिया का सुख जान न पाते

लोकल सेल्फ गवर्नमेन्ट के सचिव हेमराज भाटी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए पंचायती राज के कर्त्तव्य तथा महिलाओं के अधिकारों के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की। नाथू लाल डांगी, पूर्व सरपंच, भीलों का बेदला ने विद्या भवन द्वारा वनों के सुरक्षित रखने के लिये जा रहे प्रयासों की सराहना की तथा छात्रों को जैवविविधता का सुरक्षा प्रदान करने के लिये विचार रखे।

शिविर के समापन पर मुख्य अतिथि अध्यक्ष एवं अन्य मेहमानों का स्वागत एवं परिचय समन्वयक डॉ. आर.एल. श्रीमाल ने किया। कार्यक्रम का संकलन एवं धन्यवाद शिविर प्रभारी रामेश्वर मेनारिया ने किया। यह जानकारी आर.एल. श्रीमाल ने दी।

To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on   GoogleNews |  Telegram |  Signal

Tags