चेतक स्थित रेस्टोरेंट से तीन बाल श्रमिक छुड़वाए गए, संचालक गिरफ्तार

चेतक स्थित रेस्टोरेंट से तीन बाल श्रमिक छुड़वाए गए, संचालक गिरफ्तार

शहर के मध्य चेतक सर्कल स्थित एक रेस्टोरेंट से तीन बाल श्रमिकों को छुड़ाया गया। वहीँ रेस्टोरेंट के मालिक को हाथीपोल थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। रेस्टोरेंट संचालक को किशोर न्याय अधिनियम की धारा के तहत गिरफ्तार किया गया है। पुलिस थाना हाथीपोल ने इस मामले में बच्चों को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया, जहां से उन्हें शेल्टर होम में भेजा गया। मामले की सुचना देने पर मौके पर पहुंचे हाथीपोल थाना थाना अधिकारी देवेंद्र चारण ने बच्चों को अपने कब्जे में लिया। वहीँ बच्चों से काम कराए जाने के मामले में रेस्टॉरेंट के संचालक विनोद पुत्र राजेंद्र को हिरासत में लिया और उसके खिलाफ क

 
चेतक स्थित रेस्टोरेंट से तीन बाल श्रमिक छुड़वाए गए, संचालक गिरफ्तार

शहर के मध्य चेतक सर्कल स्थित एक रेस्टोरेंट से तीन बाल श्रमिकों को छुड़ाया गया। वहीँ रेस्टोरेंट के मालिक को हाथीपोल थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। रेस्टोरेंट संचालक को किशोर न्याय अधिनियम की धारा के तहत गिरफ्तार किया गया है। पुलिस थाना हाथीपोल ने इस मामले में बच्चों को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया, जहां से उन्हें शेल्टर होम में भेजा गया।

बाल कल्याण समिति को चेतक सर्कल स्थित स्वाद रेस्टोरेंट में बच्चों से दिन रात काम कराए जाने की सूचना मिली जिस पर बाल कल्याण समिति की आपात बैठक बुलाई गई। बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉक्टर राजकुमारी भार्गव, सुशील दशहरा, हरीश पालीवाल, डीके गुप्ता एवं अध्यक्ष प्रीति जैन ने ऑपरेशन की प्लानिंग कर पीड़ित बच्चों को रेस्क्यू कराने के संदर्भ में चाइल्ड लाइन को विशेष हिदायत दी। चाइल्ड लाइन कोऑर्डिनेटर नवनीत व्यास ने इस मामले में मौके पर जा कर बच्चों के वहां काम करने की तस्दीक की, इसके बाद चाइल्डलाइन की टीम मौके पर पहुंची और बाल श्रमिकों को मौके पर काम करते हुए रेस्क्यू किया।

मामले की सुचना देने पर मौके पर पहुंचे हाथीपोल थाना थाना अधिकारी देवेंद्र चारण ने बच्चों को अपने कब्जे में लिया। वहीँ बच्चों से काम कराए जाने के मामले में रेस्टॉरेंट के संचालक विनोद पुत्र राजेंद्र को हिरासत में लिया और उसके खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम की धारा 75 में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। बच्चों को रेस्क्यू करने के बाद बाल कल्याण समिति की न्याय पीठ के समक्ष प्रस्तुत किया गया।

स्वाद रेस्टोरेंट से मुक्‍त कराए गए बच्चें ओगणा, झाड़ोल और भीलवाड़ा के जहाजपुर के रहने वाले है। बच्चों ने बताया कि उनसे 12 से भी अधिक घंटों तक काम कराया जाता था तथा बदले में उन्हें चार से पांच रुपए मेहनताना दिया जाता था। बाल कल्याण समिति ने ओपन शेल्टर होम को बच्चों की सामाजिक पृष्ठभूमि आयु संबंधी स्वास्थ्य परीक्षण एवं उनके हालातों के बारे में शीघ्र जानकारी पता कर इसकी रिपोर्ट बाल कल्याण समिति को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

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