अभियंता को मौके पर ले जाकर लचर कार्य को दिखाया
उदयपुर,13 मई 2019 स्मार्ट सिटी योजना के तहत घाटों पर हो रही रहे हेरिटेज संरक्षण कार्य में जलरोधी मजबूत निर्माण होना जरूरी है। झील प्रेमियों की इस चिंता पर योजना अभियंता मनीष अरोड़ा को मौके पर भेजा गया। उल्लेखनीय है कि अमरकुण्ड के घाटों पर बनी पुरानी कलात्मक ताकों को नया बनाया जा रहा है। इसके लिए विरासत संरक्षण सुधार निर्माण की एक एजेंसी को ठेका दिया हुआ है। लेकिन किये जा रहे निर्माण का विशेष प्रकार से बना मसाला हाथ से ही झर रहा है। झील के भरते ही यह निर्माण व्यर्थ होकर इन स्थानों से झील के पानी का लीकेज होगा।
उदयपुर,13 मई 2019 स्मार्ट सिटी योजना के तहत घाटों पर हो रही रहे हेरिटेज संरक्षण कार्य में जलरोधी मजबूत निर्माण होना जरूरी है। झील प्रेमियों की इस चिंता पर योजना अभियंता मनीष अरोड़ा को मौके पर भेजा गया। उल्लेखनीय है कि अमरकुण्ड के घाटों पर बनी पुरानी कलात्मक ताकों को नया बनाया जा रहा है। इसके लिए विरासत संरक्षण सुधार निर्माण की एक एजेंसी को ठेका दिया हुआ है। लेकिन किये जा रहे निर्माण का विशेष प्रकार से बना मसाला हाथ से ही झर रहा है। झील के भरते ही यह निर्माण व्यर्थ होकर इन स्थानों से झील के पानी का लीकेज होगा।
झील प्रेमी डॉ तेज राज़दान, डॉ अनिल मेहता, तेज शंकर पालीवाल, नंदकिशोर शर्मा, पल्लब दत्ता, रमेश राजपूत, कुशल रावल, द्रुपद सिंह ने अभियंता अरोड़ा व कार्यरत एजेंसी के कार्मिकों को घाट पर जगह जगह ले जाकर लचर कार्य को दिखाया। इस पर ज्ञात हुआ कि कार्य कर रही एजेंसी के कार्मिको को हवेलियों व अन्य विरासतीय इमारतों में कार्य करने का तो अनुभव है लेकिन पानी मे डूब जाने वाली सरंचनाओं पर कोई अनुभव नही है।
इस पर यह निर्णय लिया गया कि स्थानीय व देश स्तर पर जंहा भी जलमग्न हो जाने वाली विरासत सरंचनाओं की मरम्मत व सुधार की विशेषज्ञता है, उनसे संपर्क किया जाएगा।
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श्रमदान : इस अवसर पर झील प्रेमियों ने अमरकुण्ड पर श्रमदान कर कचरे व खरपतवार को बाहर निकाला। श्रमदान में रामलाल गहलोत, कृष्णा कोष्ठी , पल्लब दत्ता, रमेश राजपूत, कुशल रावल, द्रुपद सिंह , तेज शंकर पालीवाल, तेज राज़दान, नंदकिशोर शर्मा, अनिल मेहता ने भाग लिया।
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