पीसीपीएनडीटी अधिनियम के तहत् कार्यवाही करते हुए राज्य पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ ने सोमवार को उदयपुर उदयपुर शहर में डिकाॅय कार्यवाही की एवं भ्रूण लिंग जांच में लिप्त विनोद सेन व मनीष श्रीमाली नामक दो दलालों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से कार्यवाही में उपयोग ली गयी डिकाॅय राशि के नम्बरी रुपये भी बरामद कर लिये हैं।
अध्यक्ष, राज्य समुचित प्राधिकारी एवं मिशन निदेशक एनएचएम श्री नवीन जैन नेे बताया कि उदयपुर शहर से विनोद सेन एवं मनीष श्रीमाली नाम के दो व्यक्तियों के अवैध भ्रूण लिंग चयन की गतिविधियों में लिप्त होने की मुखबिर से सूचनाएं मिल रही थी। सूचना की पुष्टि करवाने के बाद व्यापक कार्य योजना बनाई गयी एवं बोगस ग्राहक के माध्यम से विनोद सेन से सम्पर्क स्थापित किया गया। बोगस ग्राहक बनी पीसीपीएनडीटी टीम सदस्य से दलाल विनोद सेन ने पच्चीस हजार रुपये में गर्भ में पल रहे बच्चे के लिंग की जानकारी देने के बदले तय किये। उसने लड़की होने की स्थिति में गर्भ समापन करने के लिए दस हजार रुपये अलग से देने की बात कही जिसमें से पन्द्रह हजार रुपये एडवांस के रूप में विनोद सेन ने प्राप्त कर लिये और सोमवार को सोनोग्राफी के लिए गुलाब बाग के गेट पर आने को कहा गया। उन्होंने बताया कि सोमवार को डिकायॅ महिला एवं उसके साथी को योजनानुसार बोगस ग्राहक बनाकर गुलाब बाग के मुख्य गेट पर भेजा गया वहां पर विनोद सैन व मनीष श्रीमाली ने टीम की महिला सदस्याओं को अपनी स्कूटी के पीछे-पीेछे आने का कहा। हिरण मगरी के सैक्टर 4 क्षेत्र के चैधरी हाॅस्पिटल हाॅस्पिटल के पीछे वाहन को खड़ा कर चैधरी हाॅस्पिटल में सामान्य सोनोग्राफी करवायी गयी। इसके बाद दोनों दलालों ने हाॅस्पिटल से निकलकर गर्भवती महिला व उसकी सहयोगी को गर्भ में पल रहे बच्चे के लिंग की जानकारी दे दी एवं शर्त के अनुसार गर्भ गिराने के लिए बकाया 15 हजार रुपये ले लिये। श्री जैन ने बताया कि लिंग जांच की सूचना देने के बाद डिकाॅय टीम सदस्या गर्भवती महिला ने पीसीपीएनडीटी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री रघुवीर सिंह के नेतृत्व में पीछा कर रहे टीम सदस्यों को इशारा दे दिया। इशारा मिलते ही उक्त दोनों दलालों को पीसीपीएनडीटी टीम ने हूबहू नम्बरी राशि के साथ गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि दोनों दलालों ने डिकाॅय टीम की गर्भवती महिला की सामान्य सोनोग्राफी करवाने के बाद भ्रूण लिंग के बारे में गलत जानकारी देकर गुमराह किया है। गिरफ्तार किये गये दोनो दलाल बहुत लम्बे समय से इसी प्रकार की अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। उदयपुर में इस 71 डिकाॅय कार्यवाही में सीआई हरिनारायण शर्मा, सांवरमल है कान्सटेबल, कान्सटेबल शंकरलाल, राजेन्द्र सिंह, उदयपुर की जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक मनीषा भटनागर, चित्तौड़गढ़ समन्वयक शफीक इकबाल शेख सहित अन्य जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक संदीप शर्मा, सुमित्रा कुमतिया, ओमप्रकाश टेपण एवं प्रतापगढ़ के जिला आशा समन्व्यक विष्णु डांगी शामिल थे।
