उदयपुर चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स : जेड पर जागरूकता कार्यक्रम


उदयपुर चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स : जेड पर जागरूकता कार्यक्रम

उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री (यूसीसीआई) द्वारा क्वालिटी काउंसिल ऑफ इण्डिया, नई दिल्ली के साझे में जेड सर्टीफिकेशन स्कीम पर सेमिनार का आयोजन किया गया। नई दिल्ली के एमएसएमई मंत्रालय एवं नेशनल बोर्ड ऑफ क्वालिटी प्रमोशन के अधिकारी इस सेमिनार में विषय विशेषज्ञ थे। सेमीनार में निर्माण उद्योग से जुड़े एमएसएमई क्षेत्र के 75 से अधिक उद्यमियों ने भाग लिया।

 
उदयपुर चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स : जेड पर जागरूकता कार्यक्रम

‘‘अमरीका, यूरोपीयन देश, चीन, जापान आदि देशों के उद्योगों द्वारा आधुनिक तकनिक से कम समय एवं कम लागत में उत्कृष्ट क्वालिटी के उत्पादों का प्रोडक्शन किया जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में निर्यात के लिए देश के उद्योगों को भी नई तकनीक एवं कुशल मैन पावर के माध्यम से कम लागत एवं ऊँची क्वालिटी के प्रोडक्ट तैयार करने होंगे। भारत सरकार इसके लिए एमएसएमई क्षेत्र के उद्योगों को हर संभव मदद देने को तैयार है।’’ जेड सर्टीफिकेशन पर यूसीसीआई में आयोजित सेमिनार के दौरान विषय विशेषज्ञ श्री सुशील शर्मा ने यह जानकारी दी।

उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री (यूसीसीआई) द्वारा क्वालिटी काउंसिल ऑफ इण्डिया, नई दिल्ली के साझे में जेड सर्टीफिकेशन स्कीम पर सेमिनार का आयोजन किया गया। नई दिल्ली के एमएसएमई मंत्रालय एवं नेशनल बोर्ड ऑफ क्वालिटी प्रमोशन के अधिकारी इस सेमिनार में विषय विशेषज्ञ थे। सेमीनार में निर्माण उद्योग से जुड़े एमएसएमई क्षेत्र के 75 से अधिक उद्यमियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गीतांजलि इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नीकल स्टडीज के प्रिंसिंपल प्रो. के.एल. सेठ ने गुजरात मॉडल पर इण्डस्ट्री इंस्टीटयूट संकुल बनाने की जरूरत पर बल दिया। प्रो. सेठ ने उद्यमियों को सुझाव दिया कि उद्योग जगत अपनी कार्य कुशलता बढ़ाने के लिये इंजिनियरिंग एवं मैनेजमेंट के उच्च शिक्षण संस्थानों के युवाओं को अधिक से अधिक संख्या में इण्डस्ट्री से जोड़ने का प्रयास करें। गीतांजलि इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नीकल स्टडीज के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट ऑफिसर श्री अरविन्द सिंह पेमावत ने भी विचार रखें।

सेमिनार के फैकल्टी श्री सुशील शर्मा ने पावर पाईन्ट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र के प्रतिष्ठानों तथा डिफेन्स सेक्टर में सप्लाई के लिए भारत सरकार द्वारा जेड प्रमाणीकरण प्राप्त कम्पनियों को विशेष वरीयता दी जा रही है। जेड प्रमाणीकरण में कम्पनियों को अलग अलग श्रेणी में विभक्त किया जाता है। जेड प्रमाणीकरण में किसी भी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट की परिपक्वता का आंकलन न्यूनतम 30 मानकों के आधार पर किया जाता है। प्रत्येक मानक में 5 परिपक्वता स्तर निर्धारित हैं यथा स्ट्रगलर, बिगनर, आर्गेनाईजड, अचीवर तथा वर्ल्ड क्लास। इसी प्रकार जेड रेटिंग सिस्टम में कम्पनियों का मूल्यांकन ब्रॉन्ज, सिल्वर, गोल्ड, डायमण्ड तथा प्लेटिनम श्रेणी में किया जाता है। डिफेंस सेक्टर में सप्लाई के लिए कम्पनी को 25 अतिरिक्त मानकों पर खरा उतरना होता है। जेड प्रमाणिकरण प्राप्त करने के लिए सरकार द्वारा वित्तीय अनुदान प्रदान किया जाता है।

सेमिनार के आरंभ में अध्यक्ष श्री वी.पी. राठी ने सभी का स्वागत करते हुए बताया कि मार्बल उद्यमियों को जेड सर्टिफिकेशन स्कीम के बारे में जागरूकता प्रदान करने हेतु कल गुरूवार दिनांक 2 मार्च 2017 को चित्रकूट नगर स्थित मार्बल भवन में सेमिनार का आयोजन किया जायेगा। प्रश्नकाल के दौरान विषय विशेषज्ञ द्वारा प्रतिभागियों की शंकाओं एवं जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। सेमिनार का संचालन मानद महासचिव श्री जतिन नागौरी ने किया। सेमिनार के अंत में मानद महासचिव श्री जतिन नागौरी ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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