
कल शाम देबारी पावर हॉउस चौराहे पर हुए दिल दहला देने वाली दुर्घटना में 2 परिवार के तीन लोग काल के ग्रास हो गए जिसमे एक ढाई साल का मासूम भी शामिल था एंव अन्य दो को अहमदाबाद रेफर किया। जानकारी है कि नेशनल हाइवे 76 पर देबारी पावर हॉउस के चौराहे पर शाम 6.37 बजे उदयपुर की तरफ से आ रही इनोवा कार व ट्रक तथा सामने से गलत दिशा में आ रही बोलेरो ने इनोवा को टक्कर मार दी जिससे इनोवा के पीछे तेज गति से आ रहा ट्रक के क चालक ने इनोवा व बोलेरो को बचाने की कोशिश में इनोवा के कोने को टक्कर मारते हुए गुडली की तरफ से आ रही मोटरसाईकिल को अपनी चपेट में लेते हुए पावर हॉउस कि दिवार में घुस गया। ट्रक चालक मौके से फरार हो गया, आस-पास के लोगो ने पुलिस को दुर्घटना की सुचना देते हुए घायलों की मदद में जुट गए।
प्रताप नगर पुलिस के साथ-साथ अतिरिक्त पुलिस निरीशक शहर तेजराज सिंह, डिप्टी एस.पी आनन्द कुमार मौके पर पहुँच बचाव कार्य शुरू किया, ट्रक की चपेट में आए 2 बाइक सवार जिनमें एक बाइक पर 1 व्यक्ति तथा दूसरी बाइक पर एक परिवार था, ट्रक चपेट में आते ही एक बाईक सवार ने मौके पर ही दम तोड़ दिया तथा दूसरी बाइक पर सवार महिला-पुरुष तथा उसकी बेटी गम्भीर घायल हो गए जिन्हें 108 से अस्पताल पहुचाया गया। उपस्थित लोगों के दिल दहल उठे जब उन्हें पता चला कि 50 टन वजनी कट्टे भरे ट्रक के निचे एक ढाई साल का मासूम फंसा हुआ है। मौके पर पहुची 4 क्रेने ट्रक को खींचने में असफल रही तब ग्रामीणों ने पुलिस से ट्रक के मॉल कि जाँच करवाकर ट्रक को खाली करने में लग गए, उपस्थित लोगों के लबों पर एक ही बात थी ‘भगवान मासूम को बचा लेना’ लगभग 9.17 बजे ट्रक को हटाया गया व बच्चे को ढूंढने पर बच्चा चपटी हुई बाइक के निचे बेहोश मिला। बच्चे को 108 से तुरंत अमेरिकन अस्पताल लाया गया जहाँ मासूम ने दम तोड़ दिया। इस मामले में प्रताप नगर पुलिस ने बताया की हादसे मे बंशीलाल माली (35) ने मौके पर ही दम तोड़ दिया तथा ढाई वर्षीय बच्चे की अस्पताल पहुँचते समय मौत होगी तथा गजेन्द्र कंवर (27) पत्नी राजेन्द्र सिंह कि आज सुबह ईलाज के दौरान मृत्यु हो गई तथा राजेन्द्र सिंह व उनकी पुत्री निधि राठौड़ को अहमदाबाद रेफर किया गया है। अतिरिक्त जानकारी अनुसार प्रत्यक्षदर्शी मांगीलाल जोशी (चौराहे पर मातेश्वरी फ्लोर मिल की दुकान) ने बताया बोलेरो गलत दिशा से नहीं आ रही थी बल्कि वह गुडली की तरफ से आ रही थी, ट्रक चालक की गलती से यह हादसा हुआ है, ट्रक तेज चल रहा था तथा पूरा सडक खाली होते हुए भी ट्रक को चौराहे की तरफ घुमाया। गुडली पावर हॉउस के कर्मचारी विजय सिंह बागेला ने बताया की इस चोराहे पर हर साल कई दुर्घटनाएं और मौतें होती हैं, बागेला ने बतया की पिछले वर्ष हुए हादसे में 12 लोगो ने अपनी जान गवाई थी, इस हादसे से आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने ओवर ब्रिज की मांग को लेकर रास्ता जाम किया जिसके बदले कई लोगो को अभी तक पेशियों के चक्कर निकालने पड रहे हैं। बागेला ने बताया कि हर हादसे पर प्रशासन से ओवर ब्रिज की गुहार लगते हैं, अगर प्रशासन चाहता तो कई हादसों रोक सकता था और आज भी सचेत हो जाए तो कई जिंदगियां बच सकती है। कल के हादसे के बाद ग्रामीणों ने मौके पर उपस्थित अधिकारी से हाइवे पर 30 से 50 टन तक का वजन उठाने वाली क्रेन होनी चाहिए ताकि कभी कोई और मासूम 1 घंटे तक न तडपता रहे। मौके पर उपस्थित लोगों ने निराशाजनक तरीके में बताया कि उन लोगों ने प्रशासन से गुहार लगाना छोड़ दिया है, उनका कहना है प्रशासन अभी कोई बहुत बड़ा हादसा देखना चाहता है।