वेंकैय्या नायडू बने देश के उपराष्ट्रपति


वेंकैय्या नायडू बने देश के उपराष्ट्रपति

उपराष्ट्रपति के लिए शनिवार को वोटिंग हुई। मुकाबला एनडीए कैंडिडेट एम. वेंकैया नायडू और यूपीए के गोपालकृष्ण गांधी के बीच हुआ। नायडू को 516 वोट मिले जबकि उनके प्रतिध्वंदी गोपालकृष्ण गाँधी को 244 वोट मिले। इस प्रकार नायडू ने गाँधी को 272 मतों से पराजित कर उपराष्ट्रपति पद पर जीत हासिल की । काउंटिंग शाम 6 बजे से शुरू हुई । इस चुनाव में पहला वोट नरेंद्र मोदी ने डाला। दोनों सदनों के कुल 785 सांसदों में से 771 ने वोट डाला। इस दौरान 98.20% वोटिंग हुई। जीत के लिए 50% से एक ज्यादा वोट जरूरी है। एनडीए के पास लोकसभा में 338 और बीजेपी के राज्यसभा में 58 मेंबर हैं। मौजूदा उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है।

 
वेंकैय्या नायडू बने देश के उपराष्ट्रपति

उपराष्ट्रपति के लिए शनिवार को वोटिंग हुई। मुकाबला एनडीए कैंडिडेट एम. वेंकैया नायडू और यूपीए के गोपालकृष्ण गांधी के बीच हुआ। नायडू को 516 वोट मिले जबकि उनके प्रतिध्वंदी गोपालकृष्ण गाँधी को 244 वोट मिले। इस प्रकार नायडू ने गाँधी को 272 मतों से पराजित कर उपराष्ट्रपति पद पर जीत हासिल की । काउंटिंग शाम 6 बजे से शुरू हुई । इस चुनाव में पहला वोट नरेंद्र मोदी ने डाला। दोनों सदनों के कुल 785 सांसदों में से 771 ने वोट डाला। इस दौरान 98.20% वोटिंग हुई। जीत के लिए 50% से एक ज्यादा वोट जरूरी है। एनडीए के पास लोकसभा में 338 और बीजेपी के राज्यसभा में 58 मेंबर हैं। मौजूदा उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है।

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, 14 सांसदों ने वोट नहीं डाला। इनमें बीजेपी से 2, कांग्रेस से 2, आईयूएमएल से 2, टीएमसी से 4, एनसीपी से 1, पीएमके से 1 और 2 निर्दलीय सांसद शामिल हैं। इन सांसदों ने वोट नहीं डाला: विजय गोयल (बीजेपी) , सांवरलाल जाट (बीजेपी), मौसम नूर (कांग्रेस), रानी नारा (कांग्रेस), उदयनराजे भोसले (एनसीपी), अंबुमणि रामाडॉस (पीएमके) से हैं। वहीं, कुणाल कुमार घोष, तापस पॉल, प्रोतिमा मंडल और अभिषेक बनर्जी टीएमसी से हैं। पीके कुल्हालीकुट्टी और अब्दुल वहाब आईयूएमएल के सांसद हैं। अनु आगा और एन के सारनिया निर्दलीय सांसद हैं। बीजेपी सांसद विजय गोयल और सांवर लाल जाट की तबियत ठीक नहीं है। दोनों सांसद हॉस्पिटल में एडमिट हैं।

वैंकेया ने कहा, “मैं किसी पार्टी का नहीं हूं

वोटिंग के पहले वैंकेया ने कहा, “मैं किसी पार्टी का नहीं हूं। ज्यादातर पार्टियां मेरी उम्मीदवारी का समर्थन कर रही हैं। उम्मीद करता हूं कि वे सभी मेरे लिए वोट करेंगे। मैं किसी नेता या पार्टी के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ रहा हूं। मैं भारत के उपराष्ट्रपति का चुनाव लड़ रहा हूं। मैं संसद के सभी सदस्यों को जानता हूं, वे मुझे जानते हैं। इसलिए मैंने कैम्पेन नहीं किया। मैंने सभी को विनम्रता से लेटर लिखा, रिस्पॉन्स काफी अच्छा रहा। भरोसा है कि सभी मुझे सपोर्ट करेंगे।”

गोपालकृष्ण गांधी ने कहा, “सत्ता और विपक्ष दोनों को अधिकार है कि उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार खड़े करें। एक संवैधानिक प्रक्रिया के तहत ये चुनाव हो रहा है। इसमें लड़ाई का सवाल ही पैदा नहीं होता। हमारी राजनीतिक व्यवस्था ने ही ये मौका दिया है।”

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