272 भूखंड विवाद - एसओजी को सौंपी जाँच


272 भूखंड विवाद - एसओजी को सौंपी जाँच 

नगर निगम की जाँच पर उठ रहे थे सवाल

 
UMC
नगर निगम ने 32 प्लॉट्स पर मानी थी गड़बड़ी, उसके बाद पोरवाल ने 64 नए प्लॉट्स में गड़बड़ी का किया था दावा

उदयपुर 26 अप्रैल 2022 ।  उदयपुर नगर निगम के चर्चित 272 भूखंडो पर हुए गड़बड़ी और विवाद में आखिरकार एसओजी की एंट्री हो गई, जिसकी मांग नगर निगम में विपक्ष के पार्षद लगातार कर रहे थे । कल सोमवार दोपहर जयपुर मुख्यालय से एसओजी की टीम उदयपुर पहुंची।  एसओजी की टीम ने घोटाले के शिकायतकर्ता मनोनीत पार्षद अजय पोरवाल के बयान लिए। 

नगर निगम के महापौर उपमहापौर को नहीं जानकारी 

नगर निगम के महापौर जी एस टांक और उपमहापौर (272 भूखंडो की जाँच समिति के अध्यक्ष, जिन्होंने स्वयं अपनी जांच में 32 भूखंडो में गड़बड़ी मानी थी) पारस सिंघवी ने निगम में एसओजी के आने पर अनभिज्ञता जताई जबकि एसओजी के आने की सूचना मिलते ही नगर निगम में हड़कंप मच गया।   

नगर निगम के उपमहापौर की अध्यक्षता वाली जांच समिति की 15 मार्च 2022 की बैठक में कांग्रेसी पार्षद अजय पोरवाल ने बैठक से मीडियाकर्मी को बाहर रखने का विरोध करते हुए बैठक का बहिष्कार किया था। 

कोंग्रेसी पार्षद अजय पोरवाल ने आरोप लगाया की उपमहापौर की अध्यक्षता वाली जांच समिति ने जिन 32 भूखंडो में गड़बड़ी मानी थी। उसमे 4 लिपिकों को नोटिस के देकर और कुछ भू-कारोबारियों पर मुकदमा दर्ज करवाकर इतिश्री कर ली जबकि करोड़ो के इस महाघोटाले के सबसे बड़े खिलाडी और उसकी गैंग को बचाने का कुत्सित प्रयास किया गया। उन्होंने नगर निगम की ओर से बनाई गई जांच समिति पर जानबूझकर जाँच में शिथिलता बरतने का आरोप लगाया। 

इससे पूर्व 9 मार्च 2022 को अजय पोरवाल ने लेकसिटी प्रेस क्लब में प्रेसवार्ता आयोजित कर 64 नए प्लॉट्स की सूची को सार्वजानिक किया था जिसमे उसी तरह का घोटाले के आरोप लगाए है जैसा की हिरणमगरी क्षेत्र के प्लॉट्स में हुआ था एवं स्वयं उदयपुर नगर निगम ने जांच में संदेहास्पद मान कर लीज़ निरस्त करने के कार्रवाई की थी। 

उल्लेखनीय है की पूर्व में फ़रवरी के अंत तक उदयपुर नगर निगम के चर्चित 272 भूखंडो पर हुए विवाद में अभी 30 योजनाओ में से 9 योजनाओ का सर्वे कर उसमे 32 भूखंडो को निगम ने संदेहास्पद मान कर लीज़ निरस्त करने की कार्रवाई की बात कही थी एवं बताया गया था की निगम अब मामले में फ़र्ज़ी कागज़ो से लीड डीड जारी करवाने वाले दलालो के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करवाएगा। 

नगर निगम के महापौर जी इस टांक ने गुरुवार (24 फ़रवरी 2022) को जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया की संदेह के घेरे में आये 4 लिपिकों के विरुद्ध अनुशासात्मक कार्रवाई की जाएगी। (4 लिपिकों को 16 सी सी का नोटिस दिया गया), लेकिन यह नहीं बताया था की 4 लिपिकों ने किसके इशारे पर घोटालें को अंजाम दिया। ऐसे में कयास लगाया जा सकता है की 272 भूखंडो के घोटालें में रसूखदार और बड़े अफसरों को बचाया जा रहा है। 

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