दो वर्ष पूर्व पतंजलि चिकित्सालय की लापरवाही से हुई महिला की मौत के मामले में फिर से जांच के आदेश

दो वर्ष पूर्व पतंजलि चिकित्सालय की लापरवाही से हुई महिला की मौत के मामले में फिर से जांच के आदेश 

 शहर के दुर्गा नर्सरी रोड स्थित पतंजलि चिकित्सालय ( दिव्य चिकित्सालय) में दो वर्ष पूर्व इलाजरत महिला के मौत का मामले की जांच न्यायालय ने फिर से जांच के आदेश दिए है। 
 
दो वर्ष पूर्व पतंजलि चिकित्सालय की लापरवाही से हुई महिला की मौत के मामले में फिर से जांच के आदेश
महिला की आपात मृत्यु से परिजनों की शिकायत पर मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाया गया। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में मृत्यु का कारण पतंजलि चिकित्सालय (दिव्य चिकित्सालय) के चिकित्सको द्वारा इलाज में लापरवाही से होना अंकित किया गया है। 
 

उदयपुर। शहर के दुर्गा नर्सरी रोड स्थित पतंजलि चिकित्सालय ( दिव्य चिकित्सालय) में दो वर्ष पूर्व इलाजरत महिला के मौत का मामले की जांच न्यायालय ने फिर से जांच के आदेश दिए है। उक्त मामले में सूरजपोल थाना द्वारा कोई कार्यवाही न होने से अब मामले की जांच महिला थाना पुलिस को सौंपी गयी है। 

दरअसल मामला वर्ष 2017 में हुई महिला की मौत से शुरू हुआ। 28 वर्षीया महिला शिवानी चौधरी छाती में दर्द की शिकायत लेकर पतंजलि चिकित्सालय  (दिव्य चिकित्सालय) पहुंची, जहाँ पतंजलि चिकित्सालय (दिव्य चिकित्सालय) के डॉ आर्य और डॉ रिंकू सोलंकी ने महिला को आश्वस्त किया की उनकी दवाइयों के सेवन से वह सामान्य हो जाएगी। लेकिन 30 अक्टूबर 2017 का स्वास्थ्य अचानक बिगड़ने लगा जिस पर पतंजलि चिकित्सालय (दिव्य चिकित्सालय) के चिकित्सको ने शिवानी को तुरंत एमबी अस्पताल ले जाने को कहा, जहाँ उसकी आपात मृत्यु हो गई। 

महिला की आपात मृत्यु से परिजनों की शिकायत पर मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाया गया। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में मृत्यु का कारण पतंजलि चिकित्सालय (दिव्य चिकित्सालय) के चिकित्सको द्वारा इलाज में लापरवाही से होना अंकित किया गया है। 

मामले को लेकर परिजनों ने पतंजलि चिकित्सालय (दिव्य चिकित्सालय) की संचालिका श्रीमती नम्रता अग्रवाल, डॉ आर्य और डॉ रिंकू सोलंकी के खिलाफ मृतका की बहन ने सूरजपोल थाना पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई। लेकिन दो वर्ष तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। 

इस मामले को न्यायालय में परिवाद पेश कर ले जाया गया। जिस पर न्यायालय ने केस की शुरू से जांच करने और उचित रिपोर्ट देने के आदेश दिए गए। तब मामले की जांच सूरजपोल थाना पुलिस को सौंपी गयी। लेकिन दो तक वर्ष कोई कार्यवाही न होने से महिला थाना को केस सौंपा गया है।  महिला थाना को निर्देश दिया गया है की मामले की शुरू से जांच कर उचित रिपोर्ट दी जाये। 

पीड़ित पक्ष के अधिवक्ता नरेंद्र कुमार जोशी ने आरोप लगाया की ख्यातनाम पतंजलि चिकित्सालय अपने रसूख के दम पर जांच को आगे नहीं बढ़ने देना चाहती है      

To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on   GoogleNews |  Telegram |  Signal