उदयपुर 24 जून 2025। आरएनटी मेडिकल कॉलेज के पीजी हॉस्टल में डॉक्टर रवि शर्मा की करंट लगने से हुई मौत के मामले में कॉलेज प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। हॉस्टल के चीफ वार्डन नरेंद्र बंसल, वरिष्ठ सहायक हीरालाल पालीवाल और वीरेंद्र को उनके पद से हटाकर प्रशासनिक भवन में उपस्थिति देने के आदेश जारी किए गए हैं। हालांकि रेजिडेंट्स की मांग के अनुसार इन कर्मचारियों को निलंबित नहीं किया गया, जिससे नाराजगी बनी हुई है। यह आदेश कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. विपिन माथुर द्वारा सोमवार देर रात जारी किया गया।
रेजिडेंट यूनियन के संयुक्त सचिव डॉ. आशीष महंत ने बताया कि घटना को 6 दिन बीत चुके हैं लेकिन अब तक प्रशासन ने न तो अपनी गलती मानी है और न ही जिम्मेदारों पर कोई कड़ी कार्रवाई की गई है। इसी विरोध के तहत आज कॉलेज परिसर में डॉक्टर रवि शर्मा की स्मृति में शोक सभा आयोजित की जाएगी। इसके बाद नुक्कड़ नाटक के माध्यम से घटना के पूरे क्रम को समझाने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही रेजिडेंट्स आज भूख हड़ताल पर भी बैठेंगे।
रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल का आज छठा दिन है, जिसका असर एमबी अस्पताल, जनाना, सुपर स्पेशलिटी विंग, चांदपोल और सेटेलाइट हॉस्पिटल में देखने को मिल रहा है। आईसीयू, ऑपरेशन थिएटर, लेबर रूम और वार्ड जैसे संवेदनशील विभागों में सिर्फ एक सीनियर डॉक्टर के भरोसे मरीजों का इलाज हो रहा है। वहीं ओपीडी में जहां पहले चार-चार रेजिडेंट बैठते थे, वहां अब एक डॉक्टर के भरोसे सैकड़ों मरीजों की लाइन लगी हुई है, जिससे मरीजों को 2–3 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए राज्य मानवाधिकार आयोग ने आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल, एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर के प्रिंसिपल, कलेक्टर नमित मेहता, एसपी योगेश गोयल और राजस्थान मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार को नोटिस जारी कर तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने इस पूरे मामले की विस्तृत जानकारी और जिम्मेदारों के विरुद्ध की गई कार्रवाई की जानकारी जल्द देने को कहा है।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | Telegram | Signal