अमराई घाट- स्थान सार्वजनिक, देखरेख का जिम्मा देवस्थान विभाग का लेकिन मनमानी ठेकेदार की

अमराई घाट- स्थान सार्वजनिक, देखरेख का जिम्मा देवस्थान विभाग का लेकिन मनमानी ठेकेदार की

अमराई घाट के अंदर मोबाईल ले जाना पड़ सकता है आपकी जेब पर भारी

 
Amrai Ghat

पिछोला के बीच स्थित अमराई घाट (मांझी घाट) का नाम आते ही आपके ज़हन में झील के किनारे घाट का नज़ारा सामने आता है। पिछोला किनारे स्थित मशहूर घाट है जिन्हे अमराई घाट के नाम से जाना जाता हैं जो पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता हैं लेकिन इन दिनों अमराई घाट विवादों से घिरा हुआ नज़र आ रहा हैं। 

एक बार फिर अमराई घाट पर मनमानी अवैध वसूली का मामला सामने आया हैं। अमराई घाट पर पर्यटकों से प्रवेश शुल्क के नाम पर दोगुनी फीस ली जा रही है तो वहीं अमराई घाट पर मोबाइल ले जाने के अलग से 200 रु लिए जा रहे हैं। जबकि वहां सिर्फ प्रवेश के ही 10 रु लिए जाने के प्रावधान के साथ प्री वेडिंग शूट और फोटोग्राफी हेतु प्रोफेशनल कैमरे के लिए अलग से चार्ज का प्रावधान है। लेकिन किसी पर्यटक से प्रति व्यक्ति 10 रु की जगह 200 रु लिए जा रहे हैं तो कहीं मोबाईल अंदर ले जाने के 200 रूपये के अलग से पैसे लिए जाते है। पर्यटक यहां आकर ठगा सा महसूस रहे हैं।यह आज का ही नहीं है यहां पहले भी प्रवेश शुल्क के नाम पर पर्यटको से अवैध वसूली के मामले सामने आते रहे हैं। 

आम आदमी से ज्यादा मोबाईल लेने जाने का टिकट

अमराई घाट पर ठेकेदार (जयपुर के पोपराइटर प्रदीप जोशी की रेडिएंट टूर्स कम्पनी) की ओर से नियुक्त किए गए सुरक्षा गार्ड, पर्यटकों से मनमानी टिकट वसूल रहे हैं। किसी पर्यटक से प्रवेश के 200 रु प्रति व्यक्ति शुल्क मांग रहे तो किसी से टिकट के मनमाने ढंग से पैसे वसूले जाने का आरोप हैं। 

जबकि पूर्व में भी ऐसी शिकायत सामने आने पर ठेकेदार पर जुर्माना लगाया गया था। हालाँकि ठेकेदार की ओर से अभी तक जुर्माना अदा किया गया हैं अथवा नहीं उसका जवाब तो देवस्थान विभाग के कर्णधार ही दे सकते है । इस संबंध में देवस्थान अधिकारियों से पूछा गया तो गया तो वह जांच करने की बात कही जा रही है। जबकि देवस्थान विभाग की खुद की जांच में पर्यटकों से अवैध वसूली की बात सामने आई थी। 

अहमदाबाद से आए से पर्यटक चेतन्या परमार का कहना है कि यहां प्रवेश शुल्क से ज्यादा मोबाइल ले जाने का चार्ज लिया जा रहा हैं। 200 रु मोबाइल अन्दर लाने के लिए जा रहे है। कोई पर्यटक बाहर से घूमने आता है तो कुछ यादों के पल वह कैद भी करना चाहता हैं। लेकिन जब पर्यटक मोबाईल ही अंदर नहीं ही ले जा सकेंगा तो उसके लिए यहां की कोई याद ही नहीं होगी। 

बूंदी से आए हुए पर्यटक सोनू गुलानी ने कहा कि पहले तो इस तरह का कोई चार्ज नहीं लिया जाता था। 10रु प्रति व्यक्ति सही है लेकिन 200 रु लेना पर्यटक को लूटना जैसा हैं। कई पर्यटक तो मोबाइल का चार्ज सुनकर बाहर से ही लौट रहे है। 

उदयपुर टाइम्स की टीम ने इस मामले में देवस्थान विभाग की सहायक आयुक्त दीपिका मेघवाल से बात की उन्होंने बताया कि हमारी ओर से कोई भी नियम लागू नहीं किया गया है कि पर्यटक को मोबाइल का 200 रु का शुल्क देना होगा। मिटिंग में निर्णय लिया गया था कि पर्यटक से मोबाईल ले जाने का कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। हां ठेकेदार की तरफ से मोबाईल अंदर नहीं ले जाने देने की बात पर तय हुआ था की यदि किसी पर्यटक को मोबाइल बाहर रखना है तो वह ठेकेदार द्वारा बनाये गए निर्धारित स्थान पर निःशुल्क रखवा सकता हैं। अमराई घाट पर प्रवेश शुल्क 10रु प्रति व्यक्ति है। यदि इन दरों से ज्यादा या गलत तरीके से कोई भी चार्ज वसूला जाता है तो जाँच कर ठेकेदार को नोटिस दिया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी।     

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