उदयपुर की हमीदा कादर की कविता को मिला इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड सम्मान

उदयपुर की हमीदा कादर की कविता को मिला इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड सम्मान

"ईवा ज़िंदगी" समूह ने रचा विश्व कीर्तिमान

 
hamida

वृहद द्विभाषीय अंतराष्ट्रीय साहित्यिक व सांस्कृतिक समूह "ईवा ज़िंदगी" नें देश की आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर एक नया और अनोखा "विश्व किर्तिमान" स्थापित किया जिसके लिए उन्हें 'इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड' द्वारा मेडल व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। 

ईवा ज़िंदगी मंच द्वारा आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होनें के अवसर पर "आज़ादी विशेषांक" ई-मैगज़ीन प्रकाशित की गई जिसमें दुनिया के 10 प्रतिष्ठित देशों के 227 लेखकों व कलाकारों नें 700 से अधिक मौलिक लेखों व चित्रों द्वारा अपना बहुमूल्य योगदान दिया। जिसमें उदयपुर की हमीदा फखरूद्दीन कादर को कविता लिखने पर 'इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड' से सम्मान प्राप्त हुआ हैं। उन्होंने ज़िंदगी पर अपनी कविता लिखी हैं।

उदयपुर टाइम्स से बात करते हुए हमीदा ने बताया कि उन्हें बच्पन से ही लिखने का शौक था। वह बताती है कि महिलाओं को सभी क्षेत्र में आगे होना चाहिए। लेकिन इसके लिए मेहनत सबसे पहली कड़ी हैं। मेहनत का परिणाम एक दिन ज़रुर हासिल होता है। हमीदा फखरूद्दीन कादर कविताएं ही नही लिखती बल्कि वह हिन्दी, उर्दू, इंग्लिंश एंव अरेबिक कैलीग्राफी व पेंटिंग में भी माहिर हैं।

इस मैगज़ीन का संम्पादन व संयोजन ईवा ज़िंदगी की संस्थापक अध्यक्षा 'श्रीमती अंजुला सिंह भदौरिया' द्वारा किया गया। इसमें उनका सहयोग उपाध्यक्षा 'श्रीमती मुक्ता शर्मा त्रिपाठी' व पूरी टीम के अन्य प्रतिभावान 9 सदस्यों नें किया। मुख्यतः फेसबुक, यूट्यूब व इंस्टाग्राम से संचालित होने वाले इस मंच पर आज 8 प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से 50,000 से ज़्यादा लेखक व कलाकार जुड़े हैं व बखूबी अपना लेखन, वाचन व कला कौशल दुनिया तक पहुँचा रहे हैं।

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