धोल की पाटी छात्रावास में निरिक्षण के दौरान न स्टाफ मिला न वार्डन, मिली तो चार दिन पुरानी सब्ज़ी

धोल की पाटी छात्रावास में निरिक्षण के दौरान न स्टाफ मिला न वार्डन, मिली तो चार दिन पुरानी सब्ज़ी

अनुसूचित जाति एवं जनजाति की बालिकाओं हेतू धोल की पाटी, तहसील गिर्वा में संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासिय छात्रावास के निरीक्षण के दौरान पाई गई अनियमितताएं

 
irregularity found dhol ki pati girls hostel

उदयपुर 9 सितंबर 2022 । गुरुवार को कुलदीप शर्मा एडीजे एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उदयपुर ने निरीक्षण के दौरान पाया कि एस. टी. एस. सी. की बालिकाओं को उनके अधिकार नही मिल रहे है । तीन बार निरीक्षण किया गया लेकिन वार्डन हर बार अनुपस्थित मिली। बालिकाओं हेतु चार दिन पुरानी सब्जियां खाने में दी जा रही थी । डाईट चार्ट के अनुसार भोजन नहीं । बालिकाएं कुपोषित पाई गई । बालिकाओं को पढ़ाने वाली सिर्फ एक अशंकालिक अध्यापिका मिली ।

टेण्डर में सब कुछ सही दर्शाया गया है, बिल प्रतिमाह पास हो रहे है लेकिन वास्तविकता में परिस्थितियां अनुकुल नहीं । सब कुछ कागजो एवं बिल तक सीमित । स्टॉक में सडे कद्दु, चार दिन पुरानी भिंडी । मोठ की चाट सिर्फ कागजो में पाई गई। बालिकाओं ने कहा फल के नाम सिर्फ सुने है छात्रावास में ना तो देखे ना हीं चखें।

माननीय सदस्य सचिव राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के तत्वावधान में अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, उदयपुर के निर्देशों के क्रम में कुलदीप शर्मा एडीजे एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उदयपुर द्वारा कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय छात्रावास को औचक निरीक्षण 8 सितंबर 2022 को किया गया।

अनुसूचित जाति एवं जनजाति की बालिकाओं हेतू धोल की पाटी, तहसील गिर्वा में संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास का पूर्व में निरीक्षण 31 अगस्त और 2 सितम्बर को किया गया और अनियमिताओं में सुधार किया जाने के निर्देश प्रदान किये गए थे ।

कुलदीप शर्मा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उदयपुर द्वारा कल 08 सितंबर को पुनः कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय छात्रवास का निरीक्षण किया गया । निरीक्षण के दौरान निम्न अनियमिताएं पाई गई है। 

  • छात्रावास में सांय 5.00 बजे चौकीदार अनुपस्थित पाया गया । जानकारी लेने पर यह तथ्य सामने आया कि बालिकाओं की सुरक्षा हेतु चौकीदार पिछले लंबे समय से नहीं है ।
  • छात्रावास में सांय 5.00 बजे से निरीक्षण किये जाने तक वार्डन अनुपस्थित थी । तीन बार निरीक्षण किया गया था वार्डन एक भी बार नहीं मिली ।
  • बालिकाओं से 31 अगस्त 2022 को की गई पढाई के बारे में जानकारी लेने पर पाया गया था कि किसी भी बालिका को 31.08.2022 को पढाई नहीं करवाई गई थी । बालिकाओं की कॉपियों एवं वर्क बुक की जांच करने पर पाया गया कि पिछले विगत लंबे समय से बालिकाओं की कॉपियों को अध्यापिकाओं द्वारा जांचा नहीं गया है, ना ही नियमानुसार पढाया गया है ।
  • बालिकाएं हिन्दी, सामाजिक, गणित, संस्कृत, अंग्रेजी सभी विषयों में से किसी भी विषय के बारे सही सहीजवाब नहीं दे पा रही थी ।
  • निरीक्षण के दौरान पाया गया कि सभी विषय अंशकालिक अध्यापिका द्वारा पढाऐ जा रहे है ।
  • बालिकाओं को प्रथम दृष्टया देखने पर ही लग रहा था कि बालिकाओं को तय मानकों के अनुसार सुबह का नाश्ता, दिन का लंच एवं रात्री का खाना नियमानुसार नहीं दिया जा रहा है । बालिकाए कुपोषित पाई गई । बालिकाओं के पहने हुए कपडे तक गंदे पाए गए ।
  • अधिकाशं बालिकाओं ने सांय 5 बजे विद्यालय की गणवेश पहन रखी थी, जानकारी लेने पर यह तथ्य सामने आया कि उन्हे आवश्यकतानुसार कपडे उपलब्ध नहीं करवाए गए है ।
  • 31.08.2022 को निरीक्षण के दौरान पाया गया था कि दो अध्यापिकाएं विगत लंबे समय से प्रसूति अवकाश पर है। उनकी जगह पर अन्य किसी भी अध्यापिका को दिनांक 31.08.2022 तक प्रतिनियुक्ति पर बालिकाओं को पढाने हेतू नहीं लगाया गया था । दिनांक 08.09.2022 को निरीक्षण के दौरान पाया गया था कि दो अध्यापिकाओं को दिनांक 02.09.2022 से 05.09.2022 तक पढाने हेतु लगाया गया था। वह तीन दिन पढा कर चली गई ।
  • 31.08.2022 को निरीक्षण के दौरान वार्डन को छात्रावास पर बुलाने हेतू दीपिका द्वारा फोन किया गया, निरीक्षण के दौरान 1 घंटे से अधिक समय तक छात्रावास में रूकने के दौरान भी वार्डन उपस्थित नहीं हुई । वार्डन की जगह प्रसूति अवकाश पर जो अध्यापिका थी वह उपस्थित हुई । 08.09.2022 को निरीक्षण के दौरान पाया गया कि सांय 5.00 बजे वार्डन अनुपस्थित थी । बालिकाओ ने बताया कि आज  08.09.2022 को वार्डन सारे दिन उपस्थित नहीं हुई।
  • 08.09.2022 को निरीक्षण के दौरान पाया गया कि बालिकाओं हेतु किसी भी तरह के इनडोर एवं आउटडोर खेल या मनोरंजन के साधन की कोई व्यवस्था नहीं पाई गई ।
  • 08.09.2022 को पूछे गए प्रत्येक प्रश्न का जवाब अशंकालिक अध्यापिका द्वारा दिये जा रहे थे ।
  • 08.09.2022 को निरीक्षण के दौरान पाया गया कि बालिकाओं को खिलाने हेतु भिंडी की सब्जी काटी जा रही थी । भिंडी एवं कदु की सप्लाई ठेकेदार द्वारा तीन पूर्व की गई थी । बालिकाओं का ना तो पीने हेतु दुध दिया जा रहा है ना ही बालिकाओं को दही या छाछ नियमानुसार दी जा रही है । डाईट चार्ट दीवार पर चिपका रखा था । रसोईयें से जानकारी ली गई कि आज दिनांक 08.09.2022 गुरूवार को क्या-क्या डाईट बच्चों को दी गई । इस पर यह तथ्य सामने आया कि डाईट चार्ट का पालन नहीं किया जा रहा था ।
  • बिस्तर एवं बेडशीट विगत लंबे समय से नहीं धोई गई थी । बिस्तर एवं कमरे बदबूदार अवस्था में थे ।

कुलदीप शर्मा एडीजे ने यह भी बताया कि अति गंभीरता का विषय है कि छात्रावास की बालिकाओं का केवल मात्र उपस्थिति रजिस्टर संधारित किया जाकर औपचारिकता पूरी की जा रही है, शैक्षणिक गतिविधियां नियमानुसार आयोजित नहीं की जाकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड किया जा रहा है । 

इस संबंध में निदेशक, माध्यमिक, प्रारंभिक शिक्षा विभाग, बीकानेर को अनियमिताओं के बारे लिखा जाकर धोल की पाटी संचालित कस्तूरबा गांधी छात्रावास की समस्त शैक्षणिक एवं आवासिय गतिविधियों की गहनता से जांच करवाई जाएगी। पिछले 5 वर्षो में बालिकाओं की शिक्षा, भोजन एवं आवास पर हुए खर्चों की आडिट करवाई जाकर रिपोर्ट मंगवाई जाएगी । अनुपस्थित स्टॉफ के विरूद्ध सी. सी. ए. नियमो के तहत कार्यवाही की जाएगी ।

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