जलबुर्ज मंदिर परिसर में शराब सेवन का मामला - मकवाना ने रखा अपना पक्ष

जलबुर्ज मंदिर परिसर में शराब सेवन का मामला - मकवाना ने रखा अपना पक्ष

मकवाना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रखा अपना पक्ष

 
DINESH MAKWANA

4 सितम्बर को जलबुर्ज इलाके में हनुमान मंदिर के पास बने भवन कि छत पर शराब पार्टी के मामले में गुरुवार को लेकसिटी प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता का आयोजन कर धर्मोत्सव समिती के अध्यक्ष दिनेश मकवाना ने घटना कि निष्पक्ष जांच कि मांग रखी। उन्होने कहा कि मंदिर परिसर में शराब पीने वाले लोगों, उनके साथ मारपीट करने वाले लोगों, उन्हें औऱ उनके संगठन को बदनाम करने कि साजिश करने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही कि जाए।

मकवाना ने उसके खिलाफ एसटीएससी (ST SC Act)  के तहत दर्ज हुए मामले को फर्जी बताते हुए उसकी भी जांच करने कि मांग की। मकवाना ने कहा कि धर्मोत्सव समिती एक सामाजिक संगठन हैं जो पिछले 30 सालों से समाज के लिए काम कर रही औऱ एक रजिस्टर्ड संस्था हैं।

मकवाना ने कहा कि "जितेश के साथ आये व्यक्ति सभी एक मत होकर माहौल खराब करने की नियत से हमारे बिना पूछे ही सीधे उपर पहुंच कर मारपीट करने लगे, जिसमें हम भी दौड़ कर उपर गये तो हमारे साथ भी मारपीट करने लगे। 

उन्होंने आरोप लगाया की जितेश के साथ आने वाले सभी युवक एकजुट होकर साम्प्रदायिक माहौल खराब करने के लिए अपने साथ 10 से 15 व्यक्तियों के साथ आये उनमें से कुछ मुस्लिम युवक भी थे जिसमें से एक व्यक्ति को में जानता हूँ, जितेश के सभी साथी समिति के द्वारा आयोजित होने वाले कार्यक्रमों एवं हमारी धर्मोत्सव समिति को बदनाम करने की नियत से विरोधियों के साथ मिलकर कार्य कर रहे है। ये सभी सामाजिक एकता को तोड़ना चाहते है, मैं और मेरी समिति मन्दिर परिसर में किसी भी गलत कार्य की घोर निन्दा करते हैं। मैं और मेरी समिति के कोई भी सदस्य धर्मस्थल के दुरूपयोग के सख्त खिलाफ है"।

उन्होने ये भी कहा कि वर्तमान में समिती के सभी पदाधिकारी वरिष्ठ हों चुके हैं ऐसे में अगर कोई युवा टीम सामने आती हैं तो उन्हें पदभार दिया ज़ा सकता हैं।

उन्होने कहा कि जिन लोगों ने इस घटना अंजाम दिया वो दरअसल किसी के प्रभाव में आकर दिया, धर्मोत्सव समिती पिछले 35 सालो से काम करती आ रही हैं औऱ आज तक कोई अधर्म का काम नही किया औऱ हमेशा अधर्म के खिलाफ आवाज उठाई हैं।

शराब पार्टी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई भी आयोजन उनकी तरफ से नही किया गया था, उनकी तरफ से सिर्फ बहुजन का ही आयोजन था जिसमे संभाग के सभी धार्मिक संघठनों के प्रदाधिकारी औऱ कार्यकर्ता आमंत्रित थे, शराब के बारे में उन्हें कोई जानकारी नही थी।

वायरल वीडियो के बारे में उन्होंने ने साफ किया कि घटना कि रात को भवन कि छत पर हंगामा होने कि जानकारी मिलने पर वो छत पर पहुंचे थे औऱ शराब पी रहें लोगों को हटा रहें थे, कुछ प्लास्टिक के डिस्पोजल ग्लास भी फेकें थे लेकिन उन्हें इस बात कि कोई जानकारी नही थी कि ऊपर शराब पार्टी चल रही हैं।

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