कटारिया की विवादित टिप्पणी से वाल्मीकि समाज में आक्रोश

कटारिया की विवादित टिप्पणी से वाल्मीकि समाज में आक्रोश

कलेक्ट्रेट के बाहर किया प्रदर्शन 

 
valmiki samaj

उदयपुर 31 अगस्त 2022 । हमेशा अपने भाषणों में दी गई टिप्पणी के चलते चर्चाओं में रहने वाले विधायक और बीजेपी के वरिठ नेता गुलाबचंद कटारिया मंगलवार को पन्नाधाय मूर्ति के अनावरण कार्यमक्रम में अपने एक जाति सूचक टिपण्णी के बाद फिर से विवादों के घेरे में आ गए। 

घटना का वीडियों वायरल होने के बाद से जाति विशेष के लोगो में रोष व्यक्त है और इसी को लेकर डॉक्टर अंबेडकर मेवाड़ पंचायत, उदयपुर वाल्मीकि समाज के संगठन के बैनर तले शहर के वाल्मीकि समाज के लोगो ने उदयपुर कलेक्ट्रेट के बाहर कटारिया द्वारा की गई टिपण्णी के खिलाफ नाराजगी दिखाते हुए धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने जमकर कटारिया के खिलाफ नारे बाजी की और जिला कलेक्टर को राज्यपाल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर अपना पांच सूत्री मांग पत्र सौंपा और कार्यवाही की मांग की। 

इस अवसर पर संगठन के वरिष्ठ सदस्य बाबू लाल घावरी ने कहा की मंगलवार आयोजित हुए पन्नाधाय की मूर्ति के अनावरण के कार्यक्रम में बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष और शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया और गिरधारी लाल सोनी ने 2-3 बार कीरत के नाम के आगे जातिसूचक शब्द का उपयोग कर उन्हें सम्बोधित करते हुए उनका अपमान किया। 

न सिर्फ उनको बल्कि इस शब्द का इस्तेमाल कर वाल्मीकि समाज के करोडो लोगो को अपमानित किया। बाबू लाल ने कहा की भारत सरकार द्वारा इसको एक असंसदीय शब्द मान कर इसको इस्तेमाल करना बंद कर दिया है। बावजूद इसके इस शब्द का इस्तेमाल कर समाज को अपमानित किया गया है। 

बाबूलाल ने अपने मांग पत्र  के बारे में बात करते हुए कहा की इस पत्र  के माध्यम से पहली मांग कटारिया को नेता प्रतिपक्ष के पद से तत्काल निष्काषित करने की मांग की गई है। इसके अलावा बाबूलाल ने पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष के अपील की है की जिस तरह से उसके विवादित टिप्पणी के चलते जिस तरह से नूपुर शर्मा को बर्खास्त किया गया था वैसे ही कटारिया को भी पार्टी से बर्खास्त किया जाए। इसके अलावा उन्होंने कटारिया द्वारा वाल्मीकि समाज की भावनाओ को आहत करने वाली टिपण्णी की बात पर उनसे सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगने को कहा।

बाबूलाल ने कहा की जिस कीरत के लिए विवादित टिपण्णी की गई वो इतने महान थे की उन्होंने महाराणा उदय सिंह जी को बचाने का पूरा प्रयास किया था उनकी पन्नाधाय और उदय सिंह जी के साथ ही एक मूर्ति उनके बराबर में लगाई जाये। अगर समय रहते अगर इन मांगो पर ध्यान नहीं दिया जाता तो पुरे राजस्थान में समस्त कारोबार बंद करवाया जायेगा और उग्र आंदोलन किया जायेगा।  

उन्होंने कहा की कटारिया द्वारा कभी महाराणा प्रताप के नाम पर कभी डॉ भीमराव अंबेडकर के नाम से विवादित टिप्पणी करके उनका अपमान करने की साजिश करने का आरोप लगाया और कहा की इस बार उन्होंने वाल्मीकि समाज को को अपमानित किया है जो हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।

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