ऋषभदेव में नीम हकीमों एवं अवैध लेबोरेट्री के विरुद्ध कार्यवाही

ऋषभदेव में नीम हकीमों एवं अवैध लेबोरेट्री के विरुद्ध कार्यवाही

चिकित्सा विभाग एवं पुलिस विभाग की ओर से संयुक्त कार्रवाही

 
rishabhdev
सीएमएचओ, डिप्टी सीएमएचओ, आरसीएचओ स्वयं रहे उपस्थित

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ऋषभदेव के कार्यक्षेत्र ऋषभदेव में आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शंकर बामनिया एवं पुलिस थाना ऋषभदेव के नेतृत्व में संयुक्त रूप से नीम हकीम/झोलाछाप डॉक्टरो तथा अवैध लेबोरेटी के खिलाफ कार्यवाही की गई। 

इस कार्यवाही में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रागिनी अग्रवाल आर सी एच ओ डॉ अशोक आदित्य डॉ प्रणव भावसार, ड्रग इंस्पेक्टर धीरज एवं कुलदीप यादव के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ऋषभदेव के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ यशपाल भगोरा तथा ऋषभदेव थाने के एसआई ईश्वर सिंह मय जाना सामूहिक रूप से एक साथ विभिन्न क्लीनिक पर छापा मारा गया। 

(1) गुजरात हॉस्पिटल, अस्पताल रोड ऋषभदेव (2) बालाजी हॉस्पिटल, ऋषभदेव (3) अक्षय हॉस्पिटल, गुरुकुल ग्राउंड के पास ऋषभदेव (4) शिवम लैबोरेट्री, हॉस्पिटल के सामने ऋषभदेव (5) निधि एक्सरे लेबोरेट्री, हॉस्पिटल के सामने ऋषभदेव (6) सत्यम ऑर्थोपेडिक हॉस्पिटल इत्यादि अवैध क्लीनिक पर संयुक्त रूप से कारवाई की गई।

इस कारवाई में गुजरात हॉस्पिटल, अस्पताल रोड पर डॉ राजेश पटेल होम्योपैथिक चिकित्सक एलोपैथिक की आधुनिक चिकित्सा पद्धति से संचालित करते पाया गया तथा यहां पर 6 बेड का हॉस्पिटल खोल रखा है और इस क्लीनिक पर जो कार्मिक कार्य करते है उनकी सूची मांगी गई जिसमे मौके पर गैरमौजूद  डॉक्टर अमित मेहता का अधिकृत पंजीयन नहीं पाया गया, मौके पर मौजद नर्सिंग स्टाफ सूरज मीणा,पप्पू के पास कोई डिग्री नहीं मिली तथा इस हॉस्पिटल के पंजीयन के संबंध में अर्थात क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत पंजीयन भी नहीं पाया गया। रिकार्ड देखने पर न फायर एनओसी मिली न बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट सर्टिफिकेट पाया गया, हॉस्टिल पर कार्मिक की लिस्ट भी नही पाई गई।

इसी तरह शिवम लैबोरेट्री जो कि हॉस्पिटल के सामने संचालित है जिसकी संचालिका इंद्रा सोलविया मौके पर पाई गई और यह लैबोरेटी एक सरकारी कर्मचारी शंकर लाल मीणा जो राजकीय सेवा में लैब टेक्नीशियन है तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ऋषभदेव में पदस्थापन होकर पूर्व में दिनांक 09:12:2021 को अपनी नीजि लेब में कार्य करते पाये जाने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय में एपीओ किया था तत्पश्चात उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मसारो कि ओवरी में सेवाए देने के लिए लगाया गया और पुनः वह और उसकी पत्नी संचालित करते है। 

लैब टेक्निशन शंकर लाल मीणा को तुरंत प्रभाव से सीएमएचओ कार्यालय के लिए अग्रिम आदेशो में लगाया हुआ है। इस लैबोरेट्री पर उपस्थित कार्मिक शांतिलाल जो लंब टैक्नीशियन है जिसका सर्टिफिकेट आरपीएमसी से मान्य नही है तथा यहा पर एक डॉ अमित मेहता के नाम चिकित्सक का होना बताया गया जो मौके पर उपस्थित नहीं है ना ही उनके द्वारा कोई प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया गया यह चिकित्स्क गुजरात हॉस्पिटल में भी कार्मिक की सूची मे भी पाया गया। यहाँ एक नर्सिंगकर्मी वजेराम मीणा रिटायर्ड नर्सिंग कर्मी बताया गया जब कि उसकी कोई दस्तावेज उपलब्ध नही है और ना ही राजस्थान नर्सिंग काउंसिल से पंजीयन है। यह लैबोरेट्री बिना क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत संचालित है और पंजीयन के लिए बायो मेडिकलवेस्ट तथा पोलूशन कंट्रोल बोर्ड सर्टिफिकेट फारय एनओसी, हुमन रिसोर्स सूची इत्यादि नहीं पाई गई जो कि संचालित करने के लिए अति आवश्यकम दस्तावेज है।

इसी तरह ऋषभदेव कस्बे मे निधि एक्स-रे डायग्नोस्टिक सेंटर पर छापा मारा गया जहा पर संचालक देवीलाल कुम्हार मिला के पास एक्सरे लैंग चलाने के लिए आरपीएमसी से कोई वैलिड दस्तावेत नहीं मिला तथा डॉ राकेश कुमार सक्सेना जो कार्मिक की सूची के तहत नाम दर्ज है लेकिन मौके पर उपस्थित नहीं थे। इस लेबोरेट्री का भी क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत पंजीयन नहीं है, फायर एनओसी नही है, बायोमेडिकल वेस्ट सर्टिफिकेट भी नहीं है बाद में यह मौके पर लेबोरटी बंद कर के चला गया।

एक अन्य सत्यम ऑर्थोपेडिक एंड सर्जिकल हॉस्पिटल का संचालनकर्ता डॉ विशाल सक्सेना की जांच में किसी भी प्रकार का दस्तावेज उपलब्ध नहीं हुआ तथा यह हॉस्पिटल भी क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत पंजीयन नहीं है। इस एक्ट के तहत पंजीयन के लिए आवश्यक दस्तावेज भी उपलब्ध नहीं थे इस हॉस्पिटल पर ढेर सारी दवाइयां थी कार्मिकों की सूची नही पाई गई।

बालाजी हॉस्पिटल ऋषभदेव पर संयुक्त कार्यवाही के दौरान इस हॉस्पिटल के संचालक कन्हैयालाल सोलविया जो कि राजकीय कार्मिक होकर नर्सिंग ऑफिसर ग्रेड प्रथम है, प्राथमिक केन्द्र मसारो कि ओवरी पदस्थापित होकर अवैध रूप से क्लीनिक संचालित करता है।  

हॉस्पिटल में डॉक्टर मुकेश पटेल होमियोपैथिक चिकित्सक, नर्सिंगकर्मी चंचल, नर्सिंग ऑफिसर जो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मसारों कि ओवरी में पदस्थापित है, निजी हॉस्पिटल पर कार्य करता पाया गया। इस हॉस्पिटल में क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट पंजीयन नहीं पाया गया, बायोमेडिकल वेस्ट सर्टिफिकेट, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड सर्टिफिकेट और एचआर की लिस्ट नही मिली। संयुक्त रूप से कारवाई में कन्हैयालाल सोलविया नर्सिंग ऑफिसर ग्रेड प्रथम मौके पर उपस्थित था तुरन्त प्रभाव से उसके खिलाफ कार्यवाही करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के लिए अग्रिम आदेश तक कार्यमुक्त करने के लिए आदेश जारी किए गए।

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