उदयपुर। जिस उम्र में बालक स्कूल का स्कूल जाना, अपने मित्रों के साथ खेलना, मौज मस्ती करना होता है,उस उम्र में 11 वर्षीय नन्हा बालक अविराज सिंघवी ने अपने अभिभावकों,टीचर्स से प्रेरणा लेकर दूसरी पुस्तक लिख डाली और प्रभा खेतान फाउण्डेशन व मुस्कान फाउण्डेशन के तहत उस पुस्तक द फेमस फेन्टास्टिक पिल नामक इस पुस्तक का आज होटल रेडिसन ब्लू में कुंवरानी निवृत्ति कुमारी मेवाड़, पिता रौनक सिंघवी, माता अक्षिता सिंघवी व दादा-दादी तथा श्रद्धा मुर्डिया, स्वाति अग्रवाल ने विमोचन किया।
इस अवसर पर निवृत्ति कुमारी मेवाड़ ने कहा कि बच्चें के अभिभावक काफी भाग्यशाली है कि उन्होंने अविराज सिंघवी को पुस्तक लिखनें की प्रेरणा दी। यह पुस्तक इस उम्र के बच्चें व बड़ों को एक नई प्रेरणा देगी। मेरी बड़ी बेटी भी पुस्तक लिखनें का प्रयास कर रही है।
अविराज सिंघवी ने बताया कि उन्होंने पहली पुस्तक कविताओं की लिखी और यह दूसरी 175 पृष्ठों की पुस्तक नोवल के रूप में लिखी है। इसकी कहानी एक बीमार दादाजी के इर्द गिर्द घूमती है लेखक अपने तीन अन्य मित्रों के सहयोग से दादाजी को ठीक करनें की मेजिक दवाई बनाते है और अपने दादाजी को ठीक करनें का प्रयास करते है। वे चाहते है कि उनके दादाजी इस उम्र में भी जवान की तरह दिखें।
पायरेट्स पब्लिशिंग कंपनी के प्रकाशक मुकुन्द सांघी ने बताया कि अविराज सिंघवी द्वारा दिल को छूनें वाली कहानी को लेकर लिखित यह पुस्तक इस उम्र के बच्चों के लिये काफी प्रेरणादायक साबित होगी। इस उम्र के बच्चें द्वारा लिखी पुस्तक की जब जानकारी मिली तो वे इसे प्रकाशित करने से अपने आप को नहीं रोक पायें। इस अवसर पर अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
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