बांसवाड़ा 28 अक्टूबर 2025। दक्षिणी राजस्थान और वागड़ के आदिवासी बहुल बांसवाड़ा ज़िले के घाटोल तहसील की भूमि में भू वैज्ञानिको ने सैंकड़ो टन स्वर्ण अयस्क होने की पुष्टि की है।
भू -वैज्ञानिको ने घाटोल के खाकरिया गढ़ा गांव में तीसरे स्वर्ण अयस्क की खान के ब्लॉक होने की आधिकारिक पुष्टि की है। इससे पूर्व घाटोल क्षेत्र में ही जगपुरा और देलवाड़ा भुखिया नामक दो स्थानों के 14 वर्ग किलोमीटर में स्वर्ण अयस्क की खान होने की पुष्टि हो चुकी है।
भू-वैज्ञानिको को घाटोल के खाकरिया गढ़ा गांव में लगभग 3 वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में 1.20 टन स्वर्ण अयस्क के संभावित भंडार के पुख्ता संकेत मिले है। घाटोल के खाकरिया गढ़ा गांव में स्वर्ण अयस्क के साथ साथ तांबे के भंडार होने के भी संकेत मिले है। साथ ही कोबाल्ट, निकल धातु के भी मौजूद होने के संकेत मिले है।
3 नवंबर को खुलेगी निविदा
स्वर्ण अयस्क के भंडार मिलने के संकेत पर केंद्र सरकार ने घाटोल क्षेत्र के खाकरिया गढ़ा गांव और इसके आसपास के करीब तीन वर्ग किलोमीटर G-2 स्तर की जांच के लिए गत 29 सितंबर को आवेदन आमंत्रित किये थे। आवेदन जमा करने अंतिम तिथि 14 अक्टूबर थी अब 3 नवंबर को निविदा खोली जाएगी। इसके बाद सबसे अधिक बोली लगाने वाली कम्पनी को अनुज्ञा पत्र जारी किया जाएगा। इस पूरे काम में सर्वेक्षण करने वाली कम्पनी को करीब 2 से 3 साल का समय लगेगा।
इससे पूर्व GSI ने यहाँ करीब 6 वर्ष पूर्व सर्वेक्षण किया गया था और करीब 700 फिट की गहराई में खुदाई के बाद कुछ नमूने लिए गए थे, जिसकी विभागीय स्तर पर गहन जांच में स्वर्ण अयस्क की पुष्टि हुई थी।
यदि ज़िले में स्वर्ण खनन शुरू होता है तो माइनिंग के साथ साथ इलेक्ट्रॉनिक, पेट्रोलियम, पेट्रोकेमिकल्स, बैटरी, एयर बैग सहित कई उद्योगों में नए निवेश के साथ प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रोज़गार के नए अवसर के साथ साथ राज्य के राजस्व में भी वृद्धि होगी।
Source: Media Reports
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