Banswara-28 अक्टूबर 2024 की प्रमुख खबरे


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News-मंगलवार को मनाया जाएगा राष्ट्रीय एकता दिवस

बांसवाड़ा, 28 अक्टूबर। वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिवस 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता जिसे 31 अक्टूबर को दीपावली होने के कारण 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा।

अतिरिक्त जिला कलक्टर अभिषेक गोयल ने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों, उपखंउ अधिकारियों,  तहसीलदारों एवं विकास अधिकारियों को वरिष्ठ शासन सचिव सामान्य प्रशासन (गु्रप-2) से प्राप्त निर्देशानुसार सभी कार्यालयों में 29 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस शपथ दिलाने तथा प्राप्त दिशा-निर्देशों के तहत आवश्यक कार्यवाही करने के साथ ही राजस्थान विधानसभा उप चुनाव-2024 की आदर्श आचार संहिता की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

News-विश्व आयुर्वेद दिवस एवं जिला स्तरीय धन्वंतरि जयंती  सम्मान समारोह

बांसवाड़ा हाउसिंग बोर्ड स्थित योग एवं प्राकृतिक चिकित्सालय के सभागार में विश्व आयुर्वेद दिवस एवं जिला स्तरीय धन्वंतरि जयंती सम्मान समारोह का आयोजन डॉक्टर इंद्रजीत यादव जिला कलक्टर बांसवाड़ा के मुख्य आतिथ्य एवं जैनेंद्र त्रिवेदी सभापति नगर परिषद बांसवाड़ा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉक्टर कमल किशोर पाठक पूर्व उपनिदेशक आयुर्वेद विभाग बांसवाड़ा थे। 

अतिथियों को माल्यार्पण, पगड़ी एवं उपरणा ओढ़ाकर विभाग के उपनिदेशक डॉ पीयूष जोशी, जिला आयुर्वेद चिकित्सालय बांसवाड़ा के प्रधान चिकित्सक डाक्टर मणिलाल मईडा, मोबाइल यूनिट के प्रभारी डॉक्टर संजय चरपोटा, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सालय की प्रभारी डॉक्टर तेजस्वी जैन, डॉक्टर जयप्रकाश वैष्णव, डॉ नवीन उपाध्याय, डॉ अयूब शेख, डॉक्टर गोपाललाल जाट, डॉ नीरज पंड्या, डॉ सुरेंद्र जोशी, डाक्टर त्रातेश जोशी व डां नरेश चंद्र बसु ने स्वागत किया।  अतिथियों द्वारा धनवंतरी पूजन  के पश्चात विशिष्ट अतिथि डॉक्टर कमल किशोर पाठक में धनवंतरी वंदना प्रस्तुत की। 

डाक्टर मणिलाल मईडा के स्वागत उद्बोधन के पश्चात विभाग के उप निदेशक डॉक्टर पीयूष जोशी ने विभागीय गतिविधियों एवं आधारभूत संरचना के साथ साथ जिला चिकित्सालय में पेयजल की असुविधा एवं जिले में संचालित उन औषधालयों जहां महिला चिकित्सक अथवा कार्मिक पदस्थापित है और उनमें शौचालय का अभाव पर प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया एवं समस्या समाधान का अनुरोध किया। 

इस अवसर पर देहरादून (उत्तराखंड) से अंतरराष्ट्रीय नाड़ी एवं मर्म चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ नवीन जोशी ने ऑनलाइन व्याख्यान के माध्यम से शरीर के विभिन्न हिस्सों में स्थित मर्म बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए चिकित्सा के दृष्टिकोण से उनके प्रभाव के बारे में विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया की मर्म चिकित्सा आयुर्वेद की ऐसी विधा है जिसके द्वारा बिना किसी औषधि की सहायता से रोगी को विभिन्न प्रकार के रोगों में तत्काल राहत ही नहीं अपितु पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है परंतु इस ज्ञान को बांटा नहीं गया जिसके कारण लोग इसे भूलते गए। उन्होंने नाडी विज्ञान, मर्म चिकित्सा एवं अग्निकर्म चिकित्सा जो तत्काल परिणाम देने वाली है एवं जिसमें रोगियों को भारी भरकम इलाज की जरूरत नहीं है उनकी आर्थिक स्थिति को कमजोर नहीं होने देता को बढ़ावा दिये जाने पर बल देते हुए इस ज्ञान को सेमिनार, प्रशिक्षक शिविर एवं व्याख्यानों के माध्यम से हर चिकित्सक तक इस विधा को पहुंचाने की आवश्यकता बताई। 

सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी ने कहा कि कोरोनाकाल के बाद आयुर्वेद के महत्व पर लोक स्वीकृति की मुहर लगी है, राज्य एवं केंद्र सरकार भी अब इस तरफ ध्यान दे रही है क्योंकि यह निरापद चिकित्सा पद्धति है। कोरोना के दिनों को याद करते हुए बांसवाड़ा में उस दौरान स्वर्ण प्राशन के माध्यम से डॉक्टर पीयूष जोशी एवं डॉ नवीन उपाध्याय की सेवाओं की सराहना की। 

डॉ इंद्रजीत यादव जिला कलेक्टर बांसवाड़ा ने अपने मुख्य अतिथि के रूप में दिये गये उद्बोधन में कहा कि आयुर्वेद जो सभी चिकित्सा पद्धतियों की जननी है ने विश्व को स्वास्थ्य की संपूर्ण परिभाषा सबसे सही मायने में प्रस्तुत की है कि जिसमें शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य एवं सामाजिक स्वास्थ्य तीनों समाहित हो तभी वह व्यक्ति स्वस्थ है। रोग नहीं होना स्वास्थ्य की निशानी नहीं है और रोग की चिकित्सा करना मात्र ही किसी चिकित्सा पद्धति का संपूर्ण उद्देश्य नहीं हो सकता इस दृष्टिकोण से स्वस्थस्य स्वास्थ्य रक्षणं जो आयुर्वेद का प्रथम उद्देश्य है उस पर बहुत कुछ कार्य किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही स्वयं एक चिकित्सक होने के नाते उन्होंने अलग-अलग चिकित्सा पद्धतियों को एक दूसरे के विरुद्ध  खड़े होने के स्थान पर मानव हित में एक दूसरे के साथ सामंजस्य  स्थापित करते हुए आगे बढ़ने पर बल दिया। वर्तमान समय में जीवन शैली जन्य बीमारियों का जिस तरह विस्फोट हो रहा है, उसका एकमात्र समाधान आयुर्वेद चिकित्सा ही है यह बताते हुए भगवान धन्वंतरि, आचार्य चरक, आचार्य सुश्रुत, वागभट्ट आदि ऋषियों का स्मरण किया।

सभी अतिथियों ने इस अवसर पर पिछले वर्षों के दौरान आयुर्वेद विभाग में विशिष्ट कार्य करने वाले अधिकारी/ कार्मिकों जिसमें ब्लॉक अधिकारी के रूप में आनंदपुरी में कार्यरत डॉक्टर कल्पना अग्रवाल, श्रैष्ठ आयुष्मान आरोग्य मंदिर आयुर्वेद के अन्तर्गत बोदला केन्द्र, श्रेष्ठ आयुर्वेद डिस्पेंसरी चौराबडा, चिकित्सक वर्ग में श्रेष्ठ कार्य के लिए डॉक्टर जयप्रकाश वैष्णव नवागांव, डॉ अशोक जोशी आंजना, डॉ निर्मल कतीजा रोहिडा, नर्सिंग कर्मचारीयों में गौतम लाल खड़ा भुवासा, अनुज शर्मा योग एवं प्राकृतिक चिकित्सालय बांसवाड़ा, पार्वती डामोर रैयाना, अर्जुन लाल हूवोर जिला चिकित्सालय, मंत्रालयिक  वर्ग में अशोक चरपोटा उपनिदेशक कार्यालय बांसवाड़ा, परिचारक वर्ग में विनोद त्रिवेदी नवागांव, अंबालाल भोई मोबाइल यूनिट, झूमा देवी ठिकरिया को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए । 

अंत में आभार डॉक्टर जयप्रकाश वैष्णव ने माना। कार्यक्रम कां संचालन डॉक्टर नीलम बेन पंड्या द्वारा किया गया। कार्यक्रम में चिकित्सक संघ के जिला अध्यक्ष डॉ नीलेश तबियाड, नर्सिंग एसोसिएशन के प्रदेश मंत्री गंगाराम गरासिया एवं जिला अध्यक्ष विजेंद्र परमार, परिचारक संघ के जिला अध्यक्ष जगदीश ठाकुर के अतिरिक्त बड़ी संख्या में चिकित्सक, नर्सिंग व परिचारक उपस्थित थे।

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