उदयपुर - भारतीय आदिवासी पार्टी (बाप) के स्थापना दिवस के मौके पर मंगलवार को एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम अशोक नगर के विज्ञान समिति सभागार में हुआ, जिसमें बांसवाडा के सांसद राजकुमार रोत ने भाग लिया। इस आयोजन के बाद, राजकुमार रोत और सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की भजनलाल सरकार के खिलाफ ज्ञापन देने के लिए जिला कलेक्ट्री का रुख किया।
राजकुमार रोत ने इस अवसर पर उदयपुर के सांसद डॉ. मन्नालाल रावत पर गंभीर आरोप लगाए। रोत का कहना था कि रावत उन आदिवासियों के घर जलाने की बात कर रहे हैं, जो कि बाप पार्टी से जुड़ रहे हैं। रोत ने प्रशासन से इस मामले की शिकायत की, उन्होंने कहा की इन दिनों सोशल मिडिया पर एक ऑडियो क्लिप वाइरल हो रही है जिसमे एक व्यक्ति आदिवासियों के घर जलने की बात कहता हुआ सुनाई दे रहा है , उनका कहना है की उस व्यक्ति की आवाज रावत से जैसी है ,लेकिन कार्रवाई न होने से लसाडिया में स्थिति तनावपूर्ण हो गई और वहां बाप पार्टी के विधायक व कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट की घटनाएँ हुईं।
राजकुमार रोत ने मांग की कि सांसद रावत के खिलाफ शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की भड़काऊ बयानबाजी पर रोक लग सके। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि पार्टी विकास के मुद्दों पर बात करने की बजाय धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है, जिससे आदिवासी इलाकों में बेरोजगारी, शिक्षा और चिकित्सा की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं।
गठबंधन पर राजकुमार रोत ने भाजपा और बाप पार्टी के बीच संभावित गठबंधन को लेकर भी अपनी राय जाहिर की। उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रदेश प्रभारी को वह अच्छा मानते हैं, लेकिन प्रदेशाध्यक्ष उनके लिए स्वीकार्य नहीं हैं। रोत ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की और कहा कि भाजपा में ही विरोधाभास है, जिससे गठबंधन की संभावनाएं ना के बराबर हैं , उन्होंने कहा की 90 फीसदी तो वह निर्दलीय ही चुनाव लड़ेंगे फिर पार्टी के सीनियर जो निर्णेय लेंगे देखा जाएगा ।
ऐसे में इस कार्यक्रम और आरोपों से संबंधित घटनाओं ने राजनीतिक माहौल में उथल-पुथल मचा दी है और यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे की राजनीति में क्या बदलाव आते हैं।
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