उदयपुर 28 फ़रवरी 2024। सीएमएचओ डॉ शंकर बामणिया के डॉक्टर बेटे को निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित बताने वाले पंचायत समिति फलासिया के बीडीओ अशोक डिंडोर को जिला परिषद एसीईओ ने कारण बताओ नोटिस दिया है। एसीईओ अंजुम ताहिर ने नोटिस देकर बीडीओ से ये पूछा है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) आपके क्षेत्राधिकार में नहीं आता। इसके बावजूद आपके द्वारा निरीक्षण क्यों किया गया? साथ ही इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को क्यों नहीं दी? एसीईओ ने इसे बीडीओ द्वारा अधिकारों का दुरुपयोग बताते हुए जबाव मांगा है।
वहीं, सीएमएचओ डॉ बामणिया ने इस नोटिस को वाट्सऐप पर वायरल करते हुए बीडीओ को शराबी बताया है। बता दें, डॉ विकास बामणिया उदयपुर सीएमएचओ डॉ शंकरलाल बामणिया के बेटे हैं और वर्तमान में मादड़ी चिकित्सा अधिकारी प्रभारी हैं।
बीडीओ ने सीएमएचओ के बेटे को निरीक्षण में बताया था अनुपस्थित
मामला चार दिन पहले 25 फरवरी का है जब पंचायत समिति फलासिया के बीडीओ अशोक डिंडोर मादड़ी सीएचसी का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान बीडीओ ने चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ विकास बामणिया को अनुपस्थित बताया था। बीडीओ ने निरीक्षण के दौरान उपस्थिति पंजिका में अधिकारी व कर्मचारी के कॉलम में प्रश्नवाचक चिह्न लगा दिया था। जबकि मामले में मादड़ी चिकित्सा प्रभारी अधिकारी का कहना था कि वे 23 से 25 फरवरी तक अवकाश पर थे और इसकी सूचना उन्होंने झाड़ोल बीसीएमओ को पहले से दे दी थी।
चिकित्साधिकारी-बीडीओ संघ आमने-सामने, दोनों कलेक्टर से मिले थे
बीडीओ के निरीक्षण के बाद अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ और रेजिडेंट यूनियन से जुड़े डॉक्टर्स विरोध में उतर आए थे। उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर इसकी शिकायत की थी। जिसमें बताया था कि बीडीओ ने निरीक्षण के दौरान बदतमीजी की थी। अवकाश पर रहे डॉक्टर को अनुपस्थित बता दिया। जबकि बीडीओ को सीएचसी के निरीक्षण का अधिकार नहीं है। चिकित्सकों के विरोध के बाद दूसरे दिन बीडीओ संघ भी कलेक्टर से मिला और चिकित्सकों द्वारा लगाए आरोपों को झूठा बताते हुए मामले में कार्रवाई की मांग की थी।
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