उदयपुर 10 जून 2025। मेनार-खेरोदा वेटलेण्ड कॉम्प्लेक्स के अंतर्गत आने वाली खेरोदा तालाब के पास स्थित आरक्षित चारागाह भूमि को पावरग्रिड इंडिया कंपनी को 765 केवी ग्रिड सब स्टेशन के लिए आवंटित किए जाने के खिलाफ खेरोदा ग्रामवासियों ने कड़ा विरोध जताया है।
स्थानीय ग्रामीणों ने इस जमीन के गलत आवंटन को लेकर जिला कलक्टर उदयपुर सहित तहसीलदार, उपखंड अधिकारी, विधायक और सांसद तक कई बार ज्ञापन सौंपे हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
ग्रामीणों का कहना है कि उक्त भूमि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संरक्षण प्राप्त रामसर साइट वेटलेण्ड कॉम्प्लेक्स का हिस्सा है और यहां पर शिकार पर पूर्ण प्रतिबंध है। ऐसे संवेदनशील और पर्यावरणीय दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्र को निजी कंपनी को देना नियमों के खिलाफ है।
सूचना अधिकार के तहत प्राप्त मौका पर्चा रिपोर्ट में भी कई गलत तथ्य पाए गए हैं। रिपोर्ट में इस भूमि को खेरोदा तालाब के कैचमेंट एरिया के रूप में नहीं दर्शाया गया है, जबकि यह क्षेत्र तालाब के जल आपूर्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, जलदाय विभाग के तीन प्राचीन धार्मिक स्थल, गौशाला, शमशान स्थल, सार्वजनिक शौचालय और ग्राम सड़क योजना के तहत बनी संपर्क सड़क को जानबूझकर रिपोर्ट से हटाया गया है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि मौका पर्चा रिपोर्ट में कई बार ओवरराइटिंग की गई है, जो लापरवाही या भ्रष्टाचार का प्रमाण है। उनका कहना है कि इस प्रकार की अनियमितताओं के कारण पर्यावरण संरक्षण को गंभीर खतरा है। खेरोदा ग्रामवासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस आवंटन को तुरंत निरस्त किया जाए और वेटलेण्ड कॉम्प्लेक्स की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
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