उदयपुर 9 दिसंबर 2024। झीलों की नगरी की सबसे आकर्षक झील फतेहसागर के उपरला तालाब क्षेत्र में तालाब के भीतर व किनारों पर भारी मात्रा में कचरे तथा गंदे पानी का विसर्जन है। इससे फतेहसागर झील के पारिस्थितिक तंत्र व जनस्वास्थ्य पर गंभीर संकट पैदा हो रहा है। रविवार को झील निरीक्षण में तालाब की दुर्दशा को देख झील कार्यकर्ताओं ने आक्रोश व्यक्त किया है।
निरीक्षण में झील विशेषज्ञ डॉ अनिल मेहता, झील विकास प्राधिकरण के पूर्व सदस्य तेज शंकर पालीवाल, झील प्रेमी नंद किशोर शर्मा, कुशल रावल, द्रुपद सिंह इत्यादि सम्मिलित थे।
झील कार्यकर्ताओं ने बताया कि संजय पार्क के सामने स्थित सड़क से झील में भारी मात्रा में कचरा फेंका जा रहा है। तालाब के पीछे स्थित मस्तान बाबा क्षेत्र की कोलॉनियों का कचरा व गंदा पानी झील में पहुंच रहा है। तालाब के ठीक पीछे बहुत बड़ा कचरा डंपिग स्थल बना हुआ है। जहां भारी मात्रा में पॉलीथिन, प्लास्टिक बिखरा पड़ा है।
यह सब मिलकर फतेहसागर की जल गुणवत्ता को नुक़सान पहुंचा रहे है। झील का पानी पेयजल के रूप में शहर में वितरित होता है। इसको दूषित करना नागरिकों के जीवन के साथ खिलवाड़ है। जिला झील विकास प्राधिकरण को तुरंत कार्यवाही कर फतेहसागर को कचरा व गंदगी से निजात दिलानी चाहिए।
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