उदयपुर 23 जून 2025। रवींद्रनाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज (RNT) के पीजी हॉस्टल में डॉक्टर रवि शर्मा की करंट लगने से हुई मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। जयपुर स्थित एसएमएस मेडिकल कॉलेज से आई दूसरी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि डॉक्टर की मौत करंट लगने के बाद सिर में चोट लगने से हुई है। वहीं, पहले की गई RNT की रिपोर्ट में करंट से मौत को लेकर कोई स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया था, जिससे विवाद और गहरा गया है।
डॉ. रवि शर्मा के चचेरे भाई और रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. प्रशांत शर्मा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आरएनटी मेडिकल कॉलेज के मेडिकल बोर्ड ने रिपोर्ट में सच्चाई को छिपाया और सैंपल में हेराफेरी की गई है। उन्होंने कहा, “मैं खुद को बेहद लाचार महसूस कर रहा हूं कि इस देश में एक डॉक्टर करंट से मारा जाता है और उसे न्याय नहीं मिलता। अगर एक पढ़ा-लिखा डॉक्टर भी सुरक्षित नहीं है, तो आम जनता का क्या होगा?”
जयपुर से आई मेडिकल टीम, जिसमें डॉ. दीपाली पाठक के नेतृत्व में एक प्लास्टिक सर्जन, पैथोलॉजिस्ट और मेडिकल ज्यूरिस्ट शामिल थे, ने शनिवार को दोबारा पोस्टमॉर्टम किया। पुलिस के अनुसार, उनकी रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से मौत का कारण करंट लगना और उसके बाद सिर में चोट लगना बताया गया है।
इधर, RNT मेडिकल कॉलेज के मेडिकल बोर्ड अध्यक्ष डॉ. अखिलेश शर्मा ने सफाई देते हुए कहा कि उनकी रिपोर्ट में ‘रगड़’ और ‘खरोंच’ जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया था, जिसका मतलब भी चोट ही होता है। उन्होंने कहा कि चोट का कारण एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट किया जाता, और कॉलेज प्रशासन का बचाव करने जैसा कोई दबाव उन पर नहीं था।
घटना के बाद से RNT मेडिकल कॉलेज से जुड़े करीब 600 रेजिडेंट डॉक्टर चौथे दिन भी हड़ताल पर हैं। डॉक्टरों की मांग है कि मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए, जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए।
इस पूरे प्रकरण ने कॉलेज प्रशासन की कार्यप्रणाली और मेडिकल बोर्ड की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब सभी की नजरें राज्य सरकार और पुलिस की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।
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