स्कूल फ़ीस के साथ पेनल्टी जमा न करवाने पर छात्रों को अलग से क्लासरूम में बैठाया

स्कूल फ़ीस के साथ पेनल्टी जमा न करवाने पर छात्रों को अलग से क्लासरूम में बैठाया  

फीस के साथ बकाया फीस में 20 हज़ार रूपए की लेट फीस जमा करने की बात की जा रही है

 
school fees

उदयपुर 18 जुलाई 2022 । शहर के सेंट्रल पब्लिक स्कूल में बकाया फीस के साथ कथित रूप 20 हजार रूपए की पेनल्टी लगाने का मामला सामने आया है। छात्रों के अभिभावकों का कहना है की कोरोना काल में फीस नहीं जमा करवाई गई थी, जिसके चलते करीब पिछले 10 महीनो की फीस बकाया है और इसी साल जब नया सेशन शुरू हुआ तो इस साल की फीस के साथ बकाया फीस में 20 हज़ार रूपए की लेट फीस जमा करने की बात की जा रही है। 

स्कूल के ही 9वी क्लास के एक छात्र के पिता की अगर मान तो उनका कहना है उन्होंने पिछले 10 महीने की स्कूल फीस जमा नहीं करवाई थी, जिसपर उनके बच्चे को ऑन लाइन क्लास भी अटेंड नहीं करने दिया गया थी (लॉग इन आईडी और पास वर्ड भी नहीं दिए गए ), इस साल अब स्कूल बकाया फीस के साथ 20 हाजर रूपए की लेट फीस (पेनल्टी) भी मांग रहा है। 

यही नहीं छात्र के पिता का ये भी दावा है की उनके बच्चे को करीब पिछले 3 दिनों से क्लास में भी नहीं बिठाया जा रहा बल्कि अलग कमरे में और ऐसे बच्चे जिन्होंने फीस नहीं जमा करवाई है उनके साथ बिठाया जा रहा है। छात्र के पिता के अनुसार उनके बच्चे की कुल 32 हजार फीस बकाया है जिस पर स्कूल द्वारा 20 हज़ार लेट फीस मांगी जार ही है। जब वो बात करने के लिए स्कूल आते है तो इस बारे में कोई बात भी नहीं की जाती। उनका कहना है जब स्कूल वालो से इस लेट फीस के बारे में पूछा तो कोई संतोषजनक जवाब भी नहीं मिला। 

इन सब के बीच उनके बच्चे को अलग कमरे में बिठाने और पढाई नहीं करवाने की वजह से उसकी मानसिक स्थिति पर भी बुरा असर पड़ रहा है, अभिभावक फीस जमा करवाने को तैयार है पर 20 हज़ार की पेनल्टी के लिए तैयार नहीं।    

इस बारे में जब स्कूल प्रशासन से पूछा गया तो उनका कहना है की कुछ 15-20 बच्चे है जिनकी पिछले कुछ समय की फीस बाकी है, उनके अभिभावकों को इस बारे में अवगत करवा दिया गया है साथ ही ऐसे जितने भी बच्चे है जिनकी कोई भी औपचारिकताए चाहे वो कोई दस्तावेज हो या फीस आदि जो भी बाकि है, ऐसे  बच्चो को अभी एनरोलमेंट भी नहीं दिया गया है। 

स्कूल प्रशासन ने अभिभावकों से ये आग्रह किया गया है की पहले वो अपने बच्चे की फीस और अन्य औपचारिकताए पूरी करे उसके बाद ही उन्हें एनरोलमेंट दिया जायेगा और क्लास में भी बैठने दिया जायेगा। रोज़ क्लास में भी जाकर सभी बच्चो को कहा जाता है की वो बिना एनरोलमेंट के स्कूल ना आए और यदि बच्चे उसके बाद भी स्कूल आ रहे है उन्हें घर न भेज केर अलग रूम में बिठाया जा रहा है।   

जब स्कूल प्रशासन से पेनल्टी (लेट फीस) में 20 हज़ार रूपए मांगने की बात के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा की सिस्टम जनरेटेड लेट फीस है अगर अभिभावक हमारे पास आते है और कम करने को कहते है तो लेट फीस की राशी कम कर दी जाती है, जितनी लेट फीस बताई गई है उतनी राशी किसी से अभी लेट फीस की नहीं वसूली गई है।  

हालाँकि स्कूल और छात्रों के अभिभावकों के बीच पनप रहे इस फीस के विवाद के बीच कहीं न कहीं छात्रों पर इसका गलत मानसिक प्रभाव पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। दुखद स्थित यह है की यह सब शिक्षा के मंदिर में घटित हो रहा है।  

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