उदयपुर संभाग के राजसमंद ज़िले के नाथद्वारा उपखंड से लेकर उदयपुर के बीच नेशनल हाईवे आठ के दोनों तरफ अंधाधुंध सैकडो हरे पेड़ों की कटाई के साथ पहाड़ों की खुदाई हो रही है। इन क्षेत्रों में दिन रात जेसीबी एलएनटी पोकलैंड जैसी बड़ी-बड़ी मशीनों से लगातार पहाड़ियों की खुदाई के साथ पेड़ों की कटाई की जा रही है।
इन पहाड़ों की खुदाई वह पेड़ों की कटाई को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि प्रशासन को पूरी तरह से पता होते हुए भी अनजान बना हुआ है। इस तरह नेशनल हाईवे 8 के दोनों तरफ हो रही सरेआम पहाड़ों की खुदाई और पेड़ों की कटाई से आने वाले समय में पर्यावरण को काफी नुकसान हो सकता है। पहाड़ों की खुदाई और पेड़ों की कटाई मे कई तरह के भुमाफिया उद्योगपति और होटल व्यवसाय से जुड़े लोग लगातार यह गोरखधंधा करते हुए अपने व्यवसाय के लिए पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहै है।
इन भूमाफियायो ने प्रशासन की बिना स्वीकृति के प्रकृति के साथ यह खेल रहे है। जब उदयपुर टाइम्स की टीम अपनी जिम्मेदारी समझते हुए जहां पहाड़ों की खुदाई और पेड़ों की कटाई हो रही थी वहा मौके पर पहुंचकर वहां काम कर रहे लोगों से बात की जिसमे जेसीबी एलएनटी व ट्रैक्टर चलाने वाले लोगों ने बताया कि हमको तो यहां पर यहां पर पहाड़ों की खुदाई और पेड़ों की कटाई ठेका दिया गया है हम तो सिर्फ ठेकेदारी पर काम कर रहे हैं इसके पीछे जमीन के मालिक का बिना नाम लिए बताया कि बड़े लोगों की जमीन है इससे हमारा कोई लेना-देना नहीं।
आजकल भुमाफिया बजरी माफिया खनन माफिया इतने बैखौफ हो गए हैं कि कानून का डर उनके दिमाग रहता ही नहीं है। अगर कोई कानून की बात करता है तो ये लोग कानून की बात करने वाले को बेवकूफ समझते हुए यह बताते हैं कि पैसा होगा तो कानून अपनी जेब में होगा इसीलिए ये माफिया आए दिन अवैध कॉलोनी का निर्माण कर देते हैं कई बिल्डिंग खड़ी करके लोगों को अपने माया जाल में फंसाकर पैसे लूट लेते हैं।
इनका कहना है
जो लोग धरती का सीना चीर रहे हैं और मस्तिष्क का मुकुट काट रहे हैं ऐसे लोगों को धरती माता कभी माफ नहीं करेगी सरकार सिर्फ अपने राजस्व के लिए ऐसे भूमाफियाओं को पनपने दे रही है यह आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत ही हानिकारक है। आज पर्यावरण को लेकर पूरा विश्व चिंतित है हाल ही में हुए भारत में G 20 शिखर सम्मेलन में भी पर्यावरण का मुख्य मुद्दा रहा था इसको ध्यान में रखते हुए सरकार को उचित कदम उठाने चाहिए। - डॉ श्याम सुंदर पालीवाल पद्मश्री (पर्यावरण प्रेमी)
हमारे संज्ञान में नहीं आपने बताया तो कार्रवाई करेंगे - तहसीलदार
लगातार हो रहे पर्यावरण को नुकसान को लेकर जब उदयपुर टाइम्स की टीम देलवाड़ा तहसीलदार अशोक सोनी से जानकारी मांगनी चाहिए तो उन्होंने बताया कि वैसे यह मामला हमारे अंदर नहीं आता है की पहाड़ काटने खेती की जमीन पर व्यवसायिकरण की स्वीकृति हमारे उच्च अधिकारी जिला कलेक्टर महोदय से लेनी पड़ती है मगर ऐसी कोई जानकारी हमारे पास नहीं है अगर आपने देखा है और बताया है तो हम निश्चित तौर पर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ काम करेंगे और अगर बिना स्वीकृति के कृषि भूमि पर व्यवसायिकरण के लिए पहाड़ों की खुदाई और पेड़ों की कटाई की जा रही है तो उचित कार्रवाई करते हुए संबंधित जमीन मालिक और यह काम करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे ।
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