उदयपुर नगर निगम द्वारा आयोजित मेले में महापुरुषों की तस्वीर के पोस्टरों लगाए गए मेला समाप्त होने के बाद उन पोस्टरों को मेला ग्राउंड मैं छोड़ दिया गया ऐसे में श्वान द्वारा उन पर पेशाब करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस सेवा दल के साथ नगर निगम पार्षदों ने आज विरोध जताते हुए नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन सोंपते हुए मेला परिसर में टेंट लगाने वाले ठेकेदार का बिल निरस्त करने की मांग की साथ ही मेला आयोजन समिति पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
इस अवसर पर नगर निगम पार्षद गौरव प्रताप ने कहा की एक के बाद एक बीजेपी के तथाकथित नेताओ द्वारा और उनके द्वारा गठित बोर्ड के द्वारा पूजनीय महान विभूतियों का अपमान किया जाता है, कभी किसी भरी सभा में तू तुकारा किया जाता है, वो अफ़सोस जनक बात है।
गौरव ने कहा की बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा महाराणा की प्रतिमा जिन्हें लोग अपने मंदिर में विराजित रखते है एसी पूजनीय शख्सियत की प्रतिमा को जमीन पर रखते है। उन्होंने कहा की जिस तरह वो पोस्टर गिरा जिस पर महाराणा की, माँ पन्ना की, और मीरा की प्रतिमाएं उस पर थी वो भी एक गंभीर विषय है।
गौरव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा की सिर्फ महाराणा और गो-माता के नाम पर वोट मांगना बंद कर देना चाहिए। इनका मान सम्मान करो। जिसने ये पोस्टरों लगाया वो सभी सम्बंधित अधिकारी भी जिमेदार है, उन्होंने कहा की ये किस भी राजनेतिक पार्टी से उपर की बात है, क्युकी महाराणा नहीं होते तो ये मेवाड़ नहीं होता। जब भी किसी नेता के लिए प्रोटेस्ट किया जाता है तो प्रोटेस्ट ख़तम होते ही उस नेता की तस्वीर हटा देते हो लेकिन पिछले काफी समय से महाराणा की एक प्रतिमा निगम में बने पेशाबघर के पास बने कबाड़ खाने में रखी हुई धूल खा रही है। शौर्य दीर्घा में भी महाराणा की प्रतिमा धुल खा रही है।
गौरव ने कहा की अगर महाराष्ट्र में शिवा सरदार का अपमान किया गया तो आज सुबह उस निगम के दरवाजे के ताले खुले नहीं होते। उन्होंने कहा की ये हमारा दुर्भाग्य है की हम जातियों और पार्टियों में बटे हुए है क्युकी जहाँ महाराणा के अपमान की बात आती है तो हम सब को एक साथ आना होगा और विरोध करना होगा। उन्होंने कहा की महापोर ने पिछले 24 घंटों में इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की है।
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