उदयपुर 1 जून 2024। महाराणा भूपाल अस्पताल N. A. B. H. एक्रीडिटेशन के बाद लगातार प्रगति की ओर अक्सर है। आज ENT विभाग द्वारा दक्षिणी राजस्थान में पहली बार माइक्रोटिया की सफल सर्जरी की गई।
डॉक्टर नवनीत माथुर के नेतृत्व में डॉक्टर रेखा चौधरी, डॉक्टर कपिल सोनी की टीम द्वारा सागवाड़ा निवासी 15 वर्षीय बालिका जिसको की माइक्रोटीया जन्मजात विकृति थी, की निःशुल्क सफल सर्जरी की गई।
माइक्रोटिया एक जन्मजात विकृति है जिसमें कान की साइज एंड शेप डिफेक्टिव होती है। यह कोई विकलांगता नहीं परंतु कॉस्मेटिक प्रॉब्लम जरूर है। 10000 बच्चों में से एक से दो बच्चों को यह विकृति हो सकती है। गर्भावस्था के दौरान प्रथम तीन माह में भ्रूण में खराबी आने के कारण से यह विकृति होती है। अनुवांशिक या कोई सुनिश्चित कारण अभी तक ज्ञात नहीं है। ज्यादातर दाएं कान में लड़कों को यह दिक्कत होती है कभी-कभी लड़के और लड़कियां और दोनों कान में भी हो सकती है। इस दिक्कत वाले मरीजों को सुनने में कोई दतकलीफ नहीं होती। भारत में बड़े शहरों में यह सर्जरी पिछले कुछ सालों से की जाती है, परंतु इसकी कीमत करीब 4 से 5 लख रुपए होती है।
राजस्थान में एम्स में कुछ केसेस जरूर किए गए, इसके अलावा दक्षिणी राजस्थान में यह पहली बार महाराणा भूपाल अस्पताल में संपादित की गई। आवश्यक साधन अस्पताल द्वारा जुटाए गए और मरीज की निशुल्क सर्जरी की गई। आगे भी राजस्थान वासियों के लिए आयुष्मान योजना के तहत निःशुल्क की जाएगी।
अधीक्षक डॉक्टर आर एल सुमन ने बताया की ईएनटी विभाग में विभिन्न सर्जरी संपादित की जाती है परंतु पिछले 2 साल से बहरापन की सर्जरी के लिए कोकलीयर इंप्लांट सर्जरी सफलतापूर्वक की जा रही है और अब यह माइक्रोटीया सर्जरी एक अगला पायदान रखा जा रहा है। संभाग के मरीज महाराणा भूपाल अस्पताल में आकर यह सर्जरी निःशुल्क करवा सकते हैं।
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