उदयपुर 30 जुलाई 2024। राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया ने सोमवार को राज्यसभा में अताराकिंत प्रश्न के माध्यम से कैयर्न-ओएनजीसी कंसोर्टियम (Cairn-ONGC Consortium) की पालनपुर गैस पाइपलाइन को मंजूरी का मुद्दा उठाया।
सांसद गरासिया ने राज्यसभा में अतारांकित प्रश्न के माध्यम से पूछा कि सरकार द्वारा कैयर्न-ओएनजीसी कन्सोर्टियम (Cairn-ONGC Consortium) के पक्ष में पालनपुर गुजरात तक गैस पाइप लाइन के निर्माण को अपनी मंजूरी क्यों दी गई, जबकि राजस्थान से उत्पादित गैस का उपयोग राज्य के 8 अधिसूचित भौगोलिक क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले 17 जिलों में शहरी गैस वितरण परियोजनाओं के विकास के लिए किया जा सकता है। क्या सरकार का इस पर पुनर्विचार करने का विचार है और यदि हां तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है और यदि नहीं, तो इसके क्या कारण हैं?
प्रति उत्तर में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय में राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने बताया कि पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस विनियामक बोर्ड (PNGRB) कंपनियों को एक सामान्य केरियर पाइपलाइन बिछाने, निर्माण, संचालन और विस्तारकरने के लिए प्राधिकृत करती है।
PNGRB ने बताया कि पालनपुर गुजरात तक गैस पाइपलाइन के निर्माण के लिए कैयर्न ओएनजीसी कंसोर्टियम (Cairn-ONGC Consortium) को कोई अनुमोदन प्रदान नहींं किया गया है। इसके अलावा, PNGRB ने बताया कि पाली राजस्थान में बाड़मेर क्षेत्र को जोड़ते हुए मेहसाना-भटिंडा पाइपलाइन (MBPL) के विस्तार की अनुमोदन प्रदान किया जा चुका है। यह विस्तारित परियोजना GMPL इंडिया गैस नेट लिमिटेड (GIGL) द्वारा शुरू की गई है।
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