विगत अप्रेल माह में सौर अनुसंधान पर हुई कार्यशाला में आये चंद्र यान व सोलर मिशन से जुड़े इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन के सदस्य, इसरो के पूर्व चेयरमैन पद्मश्री ए एस किरण कुमार अभिभूत हो उठे थे। उनके साथ पी आर एल अहमदाबाद के निदेशक डॉ अनिल भारद्वाज व उदयपुर सोलर ऑब्जेर्वट्री के वैज्ञानिक भी थे।
विद्यार्थियों से खास तौर पर मिलने पंहुचे इन वैज्ञानिकों ने जब द्वार के दूसरी और उकेरी हुई पंक्तियों "क्या हमारे भाई दूसरे ग्रह नक्षत्रों मे भी है"? को पढ़ा तो यह वैज्ञानिक गंभीर चिंतन में डूब गए थे।
उल्लेखनीय है कि 20 जुलाई 1969 मे नासा के सफल चंद्र अभियान अगले ही दिन हुए 21 जुलाई को विद्या भवन के स्थापना दिवस सामारोह मे इस वैज्ञानिक उपलब्धि का उत्सव मनाया गया। साथ ही यह चर्चा भी हुई थी कि मानव सूर्य विजेता कब बनेगा। यही जिज्ञासा दीवार पर उकेरी हुई है।
विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए इन वैज्ञानिकों ने कहा था कि तीन माह में आदित्य एल 1 मिशन से सूर्य शोध की दिशा में ऐतिहासिक व क्रांतिकारी सफलता मिलेगी।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | Telegram | Signal