News-स्वामित्व योजना से आमजन को किया लाभान्वित
राजसमंद 18 जनवरी। विधायक दीप्ति माहेश्वरी, जिला प्रमुख रतनी देवी जाट, प्रधान अरविंद सिंह राठौड़, समाजसेवी मान सिंह बारहठ, माधव जाट, जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा और सीईओ बृजमोहन बैरवा आदि की उपस्थिति में शनिवार को अनुव्रत विश्व भारती सभागार में स्वामित्व योजना का समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम में अतिथियों ने लाभार्थियों को पट्टा एवं प्रॉपर्टी पार्सल वितरण किया। इस दौरान माननीय प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया गया।
स्वामित्व योजना के तहत प्रॉपर्टी पार्सल और पट्टे मिलने पर लोगों की खुशी का ठिकाना न रहा। ऐसे ही कार्यक्रम ब्लॉक स्तर पर भी आयोजित हुए। एसीईओ सुमन अजमेरा ने बताया कि जिले के 6 पंचायत समितियों की 94 ग्राम पंचायतों के 267 गांवों में कुल 7428 पट्टा तथा प्रॉपर्टी पार्सल का वितरण किया गया।
उन्होंने बताया कि आमेट पंचायत समिति में 19 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत 88 गांवों में कुल 2182 लाभार्थियों को पट्टे वितरित किए गए हैं। देलवाड़ा पंचायत समिति में 13 ग्राम पंचायतों के 45 गांवों में कुल 1914, खमनोर पंचायत समिति में 15 ग्राम पंचायतों के 36 गांवों में 92 लाभार्थियों, रेलमगरा पंचायत समिति में 25 ग्राम पंचायतों के 55 गांवों में कुल 2542 लाभार्थियों, राजसमंद पंचायत समिति में 8 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत 10 गांवों में 305 लाभार्थियों, कुम्भलगढ़ पंचायत समिति में 14 ग्राम पंचायतों के 33 गांवों में 393 लाभार्थियों को पट्टे वितरित किए गए हैं। इस प्रकार जिलेभर में कुल 94 ग्राम पंचायतों और 267 गांवों के 7428 लाभार्थी इस योजना से लाभान्वित हुए हैं।
उन्होंने बताया कि स्वामित्व योजना के तहत ग्रामीण अर्थव्यवस्था और समाज में दुरगामी प्रभावों को देखते हुए सरकार द्वारा इसका क्रियान्वयन राजस्व विभाग, भारतीय सर्वेक्षण विभाग एवं पंचायत राज विभाग के सयुक्त प्रयासों से किये जाने का निर्णय लिया गया था जिसके तहत आबादी क्षेत्रों का डिजिटल मानचित्र भारतीय सर्वेक्षण विभाग द्वारा तैयार कर ग्राम पंचायत द्वारा नियमों के तहत सम्बन्धित व्यक्ति को पट्टा, प्रोपर्टी पार्सल वितरण किया जा रहा है।
जिले की 8 पंचायत समितियों के कुल 1059 गांवों में से 1056 ग्रामों में ड्रोन फ्लाइंग किया गया है। पंचायत समिति कुम्भलगढ के 3 गांवों में ड्रोन फलाईंग कार्य शेष है। भारतीय सर्वेक्षण विभाग से जिले की पंचायत समितियों के 825 गांवों के मैप 1.0 प्राप्त हुए हैं जिनमें से 462 गांवों के मैप 1.0 ग्राउण्ड टुथिंग सर्वे पश्चात् पुनः विभाग को भिजवाये गये हैं। भारतीय सर्वेक्षण विभाग द्वारा जिले की 6 पंचायत समितियों 364 गांवों के मैप 2.0 प्रोपर्टी पार्सल जारी करने हेतु जिले को प्राप्त हुए है। प्राप्त मैप 2.0 के राजस्व गांवों में नियमानुसार पट्टा तथा प्रोपर्टी पार्सल जारी करने की कार्यवाही की जा रही है। जिले में अब तक कुल 14800 पट्टा तथा प्रोपर्टी पार्सल जारी किए जा चुके हैं।
News-रंग लाया मिशन कुटुंब कवच, 56 हजार लोगों को मिल गया दो लाख का सुरक्षा कवच, 75 हजार आवेदन आए
राजसमंद 18 जनवरी। जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा के निर्देशन में प्रशासन का अभियान ‘मिशन कुटुंब कवच’ आखिरकार रंग लाया। सतत मॉनिटरिंग और समन्वय का नतीजा यह हुआ अभियान के तहत 75 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए और 55 हजार से अधिक पॉलिसी जारी की जा चुकी है। शेष लोगों को भी पॉलिसी जारी करने की कार्यवाही जारी है। ये वे लोग हैं जो पहले प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में पंजीकृत नहीं थे। लेकिन प्रशासन के प्रयासों से इन लोगों के पास अब अपना सुरक्षा कवच है। इन सभी के पास अब 2 लाख रुपए का सुरक्षा और जीवन बीमा है।
शनिवार को अभियान का समापन करते हुए राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी, जिला प्रमुख रतनी देवी जाट, प्रधान अरविंद सिंह राठौड़, समाजसेवी मान सिंह बारहठ, समाजसेवी माधव जाट सहित जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा, सीईओ बृजमोहन बैरवा एवं अन्य अतिथियों ने प्रशासन के ‘मिशन कुटुंब कवच’ के तहत लाभार्थियों को कवच स्वरूप पॉलिसी पत्र वितरित किए। लोगों ने भी प्रशासन की पहल को लेकर आभार जताया।
कलक्टर ने लगाए शिविर, बढ़-चढ़ कर आगे आए लोग:
सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर गंभीर जिले के कलक्टर असावा ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति और सुरक्षा बीमा योजना में वंचित समस्त नागरिकों को जोड़ने हेतु ‘मिशन कुटुंब कवच’ अभियान शुरू किया था, जिसके तहत समस्त ग्राम पंचायतों और नगर निकायों में 27 दिसंबर, 3 जनवरी और 13 जनवरी को शिविर लगे। इसके अलावा अन्य दिनों में भी विभिन्न विभागों ने आवेदन लेने का कार्य किया। नतीजा यह हुआ कि इतने कम दिनों में ही 75 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए और 55 हजार से अधिक पॉलिसी जारी हुई। अभियान की नोडल प्रभारी जिला परिषद एसीईओ सुमन अजमेरा ने बताया कि प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत अब तक 25,513 तथा प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत अब तक 30,343 पॉलिसी, कुल 55,856 पॉलिसी लाभार्थियों को जारी हो चुकी है।
इस तरह बढ़ा कारवां :
कलक्टर के अभियान ‘मिशन कुटुंब कवच’ के तहत सभी नगर निकायों और ग्राम पंचायतों में आयोजित शिविरों ने लोगों ने बढ़-चढ़ कर आवेदन दिए। जनप्रतिनिधियों और कर्मचारियों ने इसमें भरपूर सहयोग किया और अधिकाधिक आवेदन करवाए। इन आवेदनों को चेक कर संबंधित व्यक्ति के खाते वाले बैंक में फॉरवर्ड किया गया और बैंक द्वारा आवेदनों की जांच कर पॉलिसी जारी की गई। बैंकवार देखें तो एसबीआई ने 23873, आरएमजीबी ने 13770, बीओबी ने 11053, एचडीएफसी ने 1139, पीएनबी ने 1289, इंडियन बैंक ने 713, यूको बैंक ने 61, बीओएम ने 154 आईसीआईसीआई ने 500, कैनरा ने 1476, बीओआई ने 295, यूसीसीबी ने 168, आइओबी ने 205 खाता धारकों की पॉलिसी जारी की।
News-चमके सरकारी ऑफिस, निखरी तस्वीर
राजसमंद, 18 जनवरी। शनिवार को अवकाश के दिन जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा के निर्देशानुसार जिले के सभी राजकीय कार्यालयों में "माय ऑफिस क्लीन ऑफिस" अभियान का आयोजन किया गया। इस पहल के तहत सरकारी कर्मचारियों ने छुट्टी के दिन स्वेच्छा से कार्यालयों और उनके आसपास के परिसरों की सफाई की।
सुबह से ही कर्मचारियों ने अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लिया और महीनों या वर्षों से जमा पुराने कचरे को व्यवस्थित रूप से साफ किया। इस बार केवल कार्यालयों के अंदर ही नहीं, बल्कि आसपास के परिसरों और सराउंडिंग क्षेत्रों की भी सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया। अभियान के तहत जिला मुख्यालय से लेकर ब्लॉक एवं ग्राम स्तर तक सभी कार्यालय खुले और सफाई की गई। दिन भर डीएम असावा इसकी मॉनिटरिंग करते रहे। उपखंडों में उपखंड अधिकारियों ने प्रभावी निगरानी की।
जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने भी सफाई अभियान का अवलोकन करने के लिए कलेक्ट्रेट कार्यालय का दौरा किया। उन्होंने अभियान की प्रभावी क्रियान्वयन प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए व्यक्तिगत रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कलक्टर ने कलेक्ट्रेट के हर कक्ष में जाकर निरीक्षण करते हुए सफाई सुनिश्चित कराई। कई कार्यालयों में अलमारियां खुलवा कर पुरानी फाइलों पर जमी धूल को साफ कराया। कई विभागों को अनुपयोगी सामग्री का शीघ्र से शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए।
कलक्टर ने कर्मचारियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि स्वच्छता न केवल हमारे कार्यस्थल को व्यवस्थित और स्वास्थ्यप्रद बनाती है, बल्कि इससे कार्यक्षमता में भी सुधार होता है। यह अभियान केवल जिला मुख्यालय तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि इसे ग्राम पंचायत स्तर तक के सभी राजकीय कार्यालयों में भी सफलतापूर्वक लागू किया गया। सभी सरकारी कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी के साथ इस पहल को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।
इस प्रयास ने जिले में स्वच्छता और जागरूकता की नई मिसाल कायम की है। जिला प्रशासन ने इस अभियान को हर महीने नियमित रूप से आयोजित करने की योजना बनाई है, ताकि कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों को स्वच्छ और व्यवस्थित बनाए रखा जा सके।
कलक्टर का नवाचार है माय ऑफिस क्लीन ऑफिस:
जिला कलेक्टर बालमुकुंद असावा ने पदभार संभालने के पश्चात जिले के सरकारी कार्यों की व्यवस्था सुधारने की दिशा में माय ऑफिस क्लीन ऑफिस अभियान शुरू किया था। इस अभियान के तहत शनिवार को राजकीय अवकाशों के दौरान कर्मचारियों द्वारा सरकारी कार्यालयों की स्वेच्छा से श्रमदान कर सफाई की जाती है। यह अभियान जिला कलेक्टर के निर्देश पर समय-समय पर आयोजित किया जाता रहा है। इस अभियान के संचालन से सरकारी कार्यालय की साफ सफाई और अन्य व्यवस्था में व्यापक सुधार परिलक्षित हुआ है। जिन ऑफिस में पहले जगह-जगह गंदगी का आलम था अब वह ऑफिस चमचमाने लगे हैं कलेक्टर द्वारा इसकी सख्त मॉनिटरिंग भी की जा रही है।
News-कलक्टर ने दिखाई संवेदनशीलता तो कई योजनाओं से लाभान्वित होकर मिल गई राहत
राजसमन्द 18 जनवरी। निर्धन और जरुरतमन्द व्यक्तियों को सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों से जोड़कर उन्हें सही मायनों में राहत प्रदान करने की दिशा में जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा निरंतर कार्य कर रहे हैं।
किस तरह एक बेहद निर्धन और दयनीय स्थिति में जीवन यापन कर रही विधवा महिला को उन्होंने एक साथ कई योजनाओं का लाभ दिया और उसके परिवार को संबल प्रदान किया, इसका उदाहरण शुक्रवार को सामने आया। जब तहसीलदार भानुप्रताप सिंह महिला के पास विभिन्न योजनाओं की स्वीकृतियाँ लेकर पहुंचे तब उसकी खुशी का ठिकाना न रहा।
नाथद्वारा उपखंड के खमनोर पंचायत समिति अंतर्गत ग्राम पंचायत उठारडा के गाँव जीवाखेडा निवासी 35 वर्षीय रोशनलाल का लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया था। उनके परिवार में पत्नी व उनके 6 छोटे बच्चे है तथा परिवार की आर्थिक स्थिति दयनीय है।
यह प्रकरण जिला कलक्टर के संज्ञान में आया तो उन्होंने भी तुरंत गंभीरता को देखते हुए मदद की प्रक्रिया शुरू की। कलक्टर ने तहसीलदार व विकास अधिकारी को सभी औपचारिक कार्यवाही करते हुए स्व. रोशनलाल के परिवार को हाथों-हाथ सभी सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए निर्देशित किया गया। कलक्टर के निर्देश पर प्रशासन ने भी तत्परता दिखाई और राहत की कार्यवाही शुरू की।
सबसे पहले उठारडा के ग्राम विकास अधिकारी व कियावास पटवारी द्वारा मृतक का मृत्यु प्रमाण पत्र एम.बी. हॉस्पिटल उदयपुर से जारी करवाया। मृतक की पत्नी का जनाधार बनवाया गया जो पहले नहीं बना था। बच्चो के जन्म प्रमाण पत्र ग्राम पंचायत से बनवाये गए जो कभी बने ही नहीं थे।
मृतक की विधवा का बैंक में खाता खुलवा कर हाथों-हाथ विधवा पेंशन शुरू करवा दी। नाबालिग बच्चों के आधार कार्ड भी नहीं थे, जो जिला कलक्टर के निर्देश पर हाथों-हाथ बन गए। महिला के तीन बच्चों की उम्र विद्यालय जाने होने के बावजूद वे विद्यालय नहीं जा रहे थे, कलक्टर के निर्देश पर उन्हें विद्यालय में प्रवेश दिलवाया गया। अन्य तीन बच्चों का आंगनवाड़ी केंद्र में प्रवेश कराया और पोषाहार प्रारंभ कराया।
इन सब प्रयासों के बाद विधवा महिला को पालनहार योजना में पंजीकृत किया गया जिसके बाद अब उसे प्रति माह निश्चित राशि मिल सकेगी। जब बच्चे बड़े होंगे तब राशि में पात्रता अनुसार इजाफा होता रहेगा। कलक्टर के निर्देश पर महिला का मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना में पंजीकरण हुआ तथा उसका ई-श्रम कार्ड भी जारी करवाया गया ताकि श्रम विभाग की योजनाओं का समुचित लाभ मिल सके।
शुक्रवार को तहसीलदार भानु प्रताप सिंह पालनहार स्वीकृति पत्र और अन्य लाभ लेकर जब महिला के घर पहुंचे तो उसके आँसू छलक उठे। उन्होंने कहा कि जिला कलक्टर के निर्देशन में पूरा प्रशासन आपके साथ है और आगे भी उनकी हर समस्या का समाधान किया जाएगा।
अधिकारी निरंतर वंचित लोगों की पहचान कर राहत दें: कलक्टर
जिला कलक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसे लोगों की पहचान करें जो आज भी सरकारी योजनाओं से वंचित है, उन लोगों को प्रभावी तौर पर योजनाओं से जोड़ते हुए राहत प्रदान करें क्योंकि निर्धन और जरुरतमन्द वर्ग की सेवा ही सच्ची सेवा है। हर पीड़ित को राहत पहुँचने की दृष्टि से प्रशासन कार्य करता रहेगा।
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