Rajsamand-20 दिसंबर 2024 की प्रमुख खबरे


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News-जनसुनवाई के दौरान ही हट गए रास्ते से पत्थर, समाधान पाकर मिली सोहनलाल को राहत

राजसमंद 20 दिसंबर। गुरुवार को कलेक्ट्रेट के डीओआईटी वीसी कक्ष में आयोजित हुई जिला स्तरीय जनसुनवाई कई लोगों के लिए राहत लेकर आई। कलक्टर बालमुकुंद असावा ने हर समस्या को गंभीरता से सुनते हुए प्रयास किया कि समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान होकर लोगों को अधिकाधिक राहत मिल सके।

ग्राम रेलमगरा से एक प्रार्थी सोहन लाल पिता पन्ना लाल सालवी प्रार्थना पत्र लेकर आया और उसके निवास के नजदीक रास्ते से पत्थर हटवाने की मांग की। इस पर कलक्टर ने तुरंत प्रभाव से पंचायत समिति रेलमगरा के विकास अधिकारी को कार्रवाई के निर्देश दिए। विकास अधिकारी ने भी तुरंत प्रभाव से ग्राम विकास अधिकारी के साथ टीम भेजी और जेसीबी से मौके पर तुरंत पत्थर हटवा दिए। जनसुनवाई के बीच में ही जिला परिषद की ओर से उपस्थित लेखाधिकारी ने जिला कलक्टर को जेसीबी से पत्थर हटाते हुए तस्वीरें प्रस्तुत की जिस पर कलक्टर ने कहा कि सभी विभाग आमजन की शिकायतों को लेकर इसी तरह तत्परता दिखाएं और राज्य सरकार की मंशा अनुसार समय पर राहत देना सुनिश्चित करें।

राज्य सरकार की मंशा अनुरूप जिला स्तरीय जनसुनवाई आमजन के लिए सहारा बन रही है, जहां लोग अपनी समस्याओं को सीधे प्रशासन के समक्ष रख सकते हैं। इस पहल से जनता और प्रशासन के बीच संवाद की दूरी कम हुई है, जिससे नागरिकों की शिकायतों के त्वरित निवारण की प्रक्रिया आसान हो गई है। जनसुनवाई के माध्यम से निर्धन, वंचित और जरूरतमंद लोग बिना किसी बाधा के अपनी समस्याएं रख पाते हैं, जिन पर संबंधित अधिकारियों द्वारा तुरंत कार्रवाई की जाती है। यह पहल न केवल प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा दे रही है, बल्कि आमजन का शासन पर विश्वास भी मजबूत कर रही है।

News-राजीविका की 220 सुरक्षा सखियों ने सीखे आत्मरक्षा के गुर

राजसमन्द। जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा, जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी के निर्देशन एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी बृजमोहन बैरवा के नेतृत्व में दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत राजीविका द्वारा गठित स्वयं सहायता समूहों की सुरक्षा सखियों का 'लिंग आधारित हिंसा के विरुद्ध जागरूकता एवं आत्मरक्षा प्रशिक्षण' रिजर्व पुलिस लाइन परिसर में आयोजित किया गया। 

अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं राजीविका की जिला परियोजना प्रबंधक डॉ. सुमन अजमेरा ने बताया कि महिला हिंसा के विरुद्ध आवाज उठाने एवं आसपास हो रही हिंसा के खिलाफ महिलाओं को मजबूत करने के उद्देश्य से यह प्रशिक्षण आयोजित किया गया। पुलिस उप अधीक्षक (एससीएसटी सेल) राहुल जोशी ने बताया कि आज के समय में इस प्रकार के महिला प्रशिक्षणों की महत्ती आवश्यकता है। उन्होंने इस हेतु राजीविका के कार्यों की सराहना करते हुए प्रशिक्षण हेतु धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने अपील की कि कोई भी महिला किसी भी प्रकार के अत्याचार को सहन नहीं करें और उसकी सूचना समय पर अपने नजदीकी पुलिस थाने में दें। 

प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर महिला कांस्टेबल  सुजित, मीना, एवं प्रियंका ने महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए। इसके पश्चात महिलाओं को जेण्डर आधारित भेदभाव नहीं करने, अपने समुदाय व संगठन को इसके प्रति जागरूक करने, अपनी सम्पत्ति, सम्मान और स्वाभिमान के अधिकार के लिए सदैव सजग रहने की प्रतिज्ञा दिलाई गई। इस अवसर पर लक्ष्मण सिंह (एएसआई महिला सेल), राजीविका जिला प्रबंधक (आईबीसीबी व एचआर) भैरुलाल बुनकर, जिला रिसोर्स सेल से प्रीति लोधा, जिला प्रबंधक अजय माली, जिला लेखाकार हेमन्त छीपा, एरिया कोऑर्डिनेटर भरत, सोनिया, मनोज, गणेश, आरपीआरपी  राकेश, परवीन सहित 220 सुरक्षा सखियों ने भाग लिया।

News-जिला स्तरीय जनसुनवाई में आमजन को मिली समस्याओं से राहत

राजसमंद 20 दिसंबर। गुरुवार को जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने जिला स्तरीय जनसुनवाई में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए आमजन की समस्याएं सुनी और उनके समाधान हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए। यह जनसुनवाई डीओआईटी में आयोजित की गई, जिसमें कुल 24 परिवादी समस्याएं लेकर पहुंचे। इसके साथ ही जिला सतर्कता समिति के 9 प्रकरणों पर भी चर्चा हुई।

जनसुनवाई के दौरान नागरिकों ने भूमि विवाद, पेंशन, बिजली, पानी, सड़क, अतिक्रमण, रास्ता खुलवाने और अन्य सार्वजनिक सेवाओं से जुड़ी कई शिकायतें प्रस्तुत की। जिला कलक्टर ने प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को त्वरित समाधान के निर्देश दिए। इस अवसर पर कलक्टर असावा ने कहा, "जनसुनवाई का उद्देश्य आमजन की समस्याओं को प्राथमिकता के साथ हल करना है। प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है कि लोगों को उनके अधिकार और सेवाएं समय पर उपलब्ध हों।" जनसुनवाई में विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने समस्याओं के समाधान के लिए मौके पर ही कार्रवाई शुरू की।

कलक्टर ने संपर्क पोर्टल के लेवल वन, टू एवं थ्री पर दर्ज प्रकरणों की डिटेल में समीक्षा की। एक-एक प्रकरण को लेकर बारीकी से संबंधित विभाग के जिला स्तरीय प्रभारी अधिकारी से पूछा। कलक्टर ने इस दौरान दर्ज एवं निस्तारित शिकायतों का विवरण, संतुष्टि का प्रतिशत, निस्तारण में लगा समय सहित विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी ली। कलक्टर ने निर्देश दिए कि संपर्क पर दर्ज शिकायतों का त्वरित समाधान किया जाए और शिकायतकर्ता को राहत दी जाए, जिला स्तरीय अधिकारी स्वयं इस बात का सत्यापन करें कि शिकायत का समाधान हुआ है या नहीं।

कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आमजन की समस्याओं के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाएं। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य जनता की समस्याओं का त्वरित और प्रभावी समाधान करना है। अधिकारियों से अपेक्षा की गई है कि वे शिकायतों को गंभीरता से लें और समाधान की प्रक्रिया में देरी न करें। संवेदनशीलता के साथ कार्य करने से न केवल आमजन को त्वरित राहत मिलेगी, बल्कि प्रशासन और जनता के बीच विश्वास का माहौल भी मजबूत होगा। कलक्टर ने यह भी कहा कि प्रत्येक शिकायत की निगरानी की जाए और जरूरतमंदों को शीघ्र न्याय प्रदान किया जाए।

News-डीएमएफटी गवर्निंग काउंसिल की 16वीं बैठक में करोड़ों के जनोपयोगी विकास कार्यों का अनुमोदन

गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में डिस्ट्रीक्ट मिनरल फाउण्डेशन ट्रस्ट की गवर्निग काउसिंल की सोलहवीं बैठक जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिसमें कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह राठौड़, भीम विधायक हरिसिंह रावत, राजसमंद विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी और नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ आदि उपस्थित रहे। 

बैठक में सदस्य सचिव द्वारा प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना-2024 की नवीन गाईड लाईन के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी एवं अवगत कराया गया कि वर्तमान दिशा निर्देशों के अनुसार उच्च प्राथमिकता क्षेत्र यथा- पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण विकास, कौशल विकास, स्वच्छता, कृषि, पशुपालन आदि में 70 प्रतिशत एवं अन्य प्राथमिकता क्षेत्र यथा-सड़क निर्माण, ढांचागत निर्माण आदि में 30 प्रतिशत के अनुपात में विकास कार्य कराए जा सकते हैं।

तत्पश्चात सदस्य सचिव द्वारा अब तक ट्रस्ट द्वारा स्वीकृत विकास कार्यों की प्रगति प्रस्तुत करते हुए बताया कि 1679.75 करोड़ रुपए के 3299 कार्यों में से 1096.22 का हस्तान्तरण कार्यकारी संस्थाओं को किया जा चुका है। इनमें से 2215 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। ट्रस्ट के आय-व्यय के ब्यौरे की जानकारी देते हुए बताया कि डीएमएफटी फण्ड में अब तक 2356.31 करोड़ रुपए की आय हुई तथा दायित्वों को छोड़ने के पश्चात लगभग 250 करोड़ की राशि आगामी विकास कार्यों हेतु उपलब्ध है। बैठक में जिले के सर्वांगीण विकास हेतु शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, स्वच्छता, महिला एवं बाल विकास से सम्बन्धित विभिन्न विकास कार्यों तथा सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा के विकास के कार्यों का सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया।

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