News-सुशासन दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय से लेकर गांवों तक कार्यक्रम आयोजित
राजसमंद 25 दिसंबर। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी ‘सुशासन दिवस’ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम जिला कलेक्ट्रेट में सुबह 11 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक आयोजित हुआ। इसके साथ उपखंड एवं ग्राम पंचायत स्तरीय कार्यक्रमों का आयोजन भी जिलेभर में हुआ। इस मौके पर सभी लोगों ने उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया और सुशासन की शपथ ली। साथ ही 31 दिसंबर तक चलने वाले साप्ताहिक स्वच्छता अभियान का शुभारंभ भी अतिथियों द्वारा किया गया।
जिला स्तरीय कार्यक्रम में कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़, जिला प्रमुख श्रीमती रतनी देवी, सभापति अशोक टाँक, समाजसेवी मानसिंह बारहठ, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष महेश पालीवाल, अशोक राँका, नेता प्रतिपक्ष नगर परिषद हिम्मत कुमावत, एडीएम नरेश बुनकर, डीपीएम राजीविका श्रीमती सुमन अजमेरा सहित अन्य उपस्थित रहे।
कविताओं के माध्यम से वाजपेयी को किया याद
जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने श्री वाजपेयी की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया। इसके पश्चात समाजसेवी एवं संचालक दिनेश श्रीमाली ने वाजपेयी का विस्तृत जीवन परिचय सभी के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने वाजपेयी के जीवन, व्यक्तित्व, राजनीतिक यात्रा, समाज सेवा, पत्रकारिता, साहित्य एवं अन्य क्षेत्रों में किए गए उल्लेखनीय कार्यों पर विस्तार के साथ प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने वाजपेई की राजसमंद यात्रा के संबंध में भी रोचक जानकारियां सभी के साथ साझा की।
इसके पश्चात साकेत साहित्य संस्थान के कवि गणों द्वारा कविताओं के माध्यम से श्री वाजपेयी को याद किया गया। कवियों की रचनाएं सुनकर तालियों से परिसर गूंज उठा। कार्यक्रम में नारायण सिंह राव, बख्तावर सिंह चुंडावत, राम गोपाल आचार्य, कुसुम अग्रवाल, परितोष पालीवाल, कमलेश जोशी, हेमेन्द्र सिंह आदि कवियों ने रचनाएं सुनाई।
सुशासन के संकल्पों को जीवन में आत्मसात करें : विधायक राठौड़
मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने अपना वक्तव्य देते हुए श्री वाजपेई के साथ अपने अनुभवों को सभी के साथ साझा किया। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेई का जीवन हमेशा प्रेरणा देता है और अब हम सभी का कर्तव्य है कि उनके द्वारा बताए गए सुशासन के संकल्पों को जीवन में आत्मसात करें। उन्होंने कहा कि सुशासन दिवस पर संकल्प लेते हुए सभी लोग अपने कर्तव्य पथ पर पूर्ण निष्ठा के साथ कार्य करें। उन्होंने यह भी कहा कि वह माही बांध से पानी लाने के लिए प्रयासरत रहेंगे। कार्यक्रम के पश्चात अतिथियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित पार्क में सफाई कर साप्ताहिक स्वच्छता अभियान का शुभारंभ किया।
हर वर्ष मनाया जाता है सुशासन दिवस
उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर को प्रतिवर्ष सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। श्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को ग्वालियर में हुआ था। उन्होंने वर्ष 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश किया।
वर्ष 1947 में श्री वाजपेयी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के समाचार पत्रों के लिये एक पत्रकार के रूप में राष्ट्र धर्म (एक हिंदी मासिक), पांचजन्य (एक हिंदी साप्ताहिक) और दैनिक समाचार पत्रों-स्वदेश और वीर अर्जुन में काम करना शुरू किया। बाद में श्यामा प्रसाद मुखर्जी से प्रभावित होकर वाजपेयी जी वर्ष 1951 में भारतीय जनसंघ में शामिल हो गए।
वाजपेयी भारत के पूर्व प्रधानमंत्री थे और वर्ष 1996 तथा 1999 में दो बार इस पद के लिये चुने गए थे। एक सांसद के रूप में वाजपेयी को वर्ष 1994 में सर्वश्रेष्ठ सांसद के रूप में पंडित गोविंद बल्लभ पंत पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, जो उन्हें "सभी सांसदों के लिये एक रोल मॉडल” के रूप में परिभाषित करता है। उन्हें वर्ष 2015 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से और वर्ष 1994 में दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | Telegram | Signal