News-विशाल सफाई अभियान
राजसमंद। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योजनान्तर्गत जिला कलक्टर के निर्देशन में दिनांक 28 और 29 जनवरी 2025 को समस्त ग्राम पंचायतों में एक विशाल सफ़ाई अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान जिले के समस्त गांवों में आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता को बढ़ावा देना और जनता को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना एव दृश्यमान स्वच्छता को बढ़ावा देना है।
जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा ने बताया कि अभियान में स्थानीय पंचायतों के समस्त गांवों में स्वयंसेवी संगठनों, स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों और ग्रामीणों की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। सफ़ाई अभियान के तहत मुख्य रूप से कचरे का निस्तारण, जल स्रोतों की सफ़ाई, सार्वजनिक स्थानों, सड़क किनारे झाड़ियो की कटाई, लिगेसी वेस्ट हटाने और मुख्य मार्गों एवं पंचायत भवनों की सफाई की जाएगी। बैरवा ने सभी पंचायतों के आमजनों, नागरिकों और विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं, युवा समूहों से भी इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की है। साथ ही, अभियान में हिस्सा लेने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि सफाई कार्य सुचारू रूप से संपन्न हो सके।
इस अभियान से क्षेत्र में स्वच्छता को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी गांवों में स्वच्छता के मानकों को पूरा किया जाए। इसके अलावा, अभियान के दौरान बच्चों और युवाओं को स्वच्छता के महत्व के बारे में विशेष रूप से जागरूक किया जाएगा। विशाल सफाई अभियान मे सिंगल यूज़ प्लास्टिक मुक्ति को प्राथमिकता दी जाएगी। इस अभियान के दौरान ग्राम पंचायतों में सिंगल यूज़ प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के लिए व्यापक जागरूकता फैलाने के साथ-साथ जुट और कपड़े से बने बेग का उपयोग किये जाने के लिये भी लोगों को प्रेरित किया जायेगा।
यह पहल पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक प्रदूषण की रोकथाम के उद्देश्य से की जा रही है। सिंगल यूज़ प्लास्टिक के स्थान पर कपड़े के बैगों का उपयोग करने से न केवल पर्यावरण को बचाया जा सकेगा, बल्कि यह ग्रामीण इलाकों में प्लास्टिक की समस्या को भी कम करेगा। अभियान के दौरान प्रत्येक गांव में जुट और कपड़े के बैग का ग्रामीणों द्वारा प्रयोग किया जावें इसके उन्हे जागरूक किया जावेगा ताकि ग्रामीणों को सिंगल यूज़ प्लास्टिक का विकल्प उपलब्ध कराया जा सके। इसके साथ ही, ग्रामीणों को सिंगल यूज़ प्लास्टिक के खतरों और इसके पर्यावरणीय प्रभाव के बारे में जानकारी भी दी जाएगी।
News-विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने हस्तिनापुर विकास समिति की भूमिका को सराहा
कांकरोली हस्तिनापुर विकास समिति, कांकरोली के रजत जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने कहा कि मोहल्ला समितियां नगरीय विकास की महत्वपूर्ण कड़ी है, जो स्वच्छता, सौंदर्यीकरण और सामुदायिक भावना को मजबूत करने में सहायक होती हैं। उन्होंने कहा कि इन समितियों के माध्यम से समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट करने का कार्य किया जा सकता है, जिससे नागरिक सहभागिता को बल मिलता है और स्थानीय स्तर पर विकास के नए आयाम स्थापित होते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय समस्याओं के समाधान में मोहल्ला समितियां प्रभावी भूमिका निभाती हैं, जिससे न केवल पर्यावरणीय स्वच्छता सुनिश्चित होती है, बल्कि क्षेत्रीय सौंदर्यीकरण को भी बढ़ावा मिलता है। विधायक ने समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे संगठनों की सक्रिय भागीदारी से ही शहर का समग्र विकास संभव हो पाता है।
समारोह के दौरान विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय युवाओं और बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने विजेताओं को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया और उनके परिश्रम व उत्साह की सराहना की। इसके अतिरिक्त, शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले समिति के सदस्यों को सम्मानित किया गया। समारोह में वरिष्ठ नागरिकों का भी सम्मान किया गया, जिन्होंने समिति के गठन और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
अपने संबोधन में विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि समिति के 25 वर्षों की इस यात्रा ने क्षेत्र के समग्र विकास में अभूतपूर्व योगदान दिया है। उन्होंने समिति को इस प्रेरणादायक आयोजन के लिए बधाई दी और अपने प्रति व्यक्त किए गए स्नेह व सम्मान के लिए आभार जताया।
समारोह में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों, समाजसेवियों एवं गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जिन्होंने समिति के 25 वर्षों की उपलब्धियों को सराहा और इसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। समारोह के अंत में समिति के अध्यक्ष ने विधायक दीप्ति माहेश्वरी का आभार प्रकट किया और भविष्य में भी ऐसे आयोजनों के माध्यम से सामुदायिक विकास में योगदान देने की प्रतिबद्धता जताई।
News-सरकार पशुओं के लिए दे रही 40 हजार का मुफ्त बीमा
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशन में प्रदेश के पशुपालकों के कल्याण के लिए राजस्थान सरकार ने मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना शुरू की है, जिसके तहत राज्य में 21 लाख पशुओं का निःशुल्क बीमा किया जा रहा है। इस योजना में गाय, भैंस, बकरी, भेड़ तथा ऊंट को बीमा सुरक्षा प्रदान की जा रही है। योजना के आवेदन की अंतिम तिथि 31 जनवरी है। जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने पशुपालकों से इस मुफ्त बीमा योजना में अपने पशु का पंजीयन अवश्य करने की अपील की है।
उप निदेशक डॉ पुरुषोत्तम पतकी ने बताया कि इस योजना के तहत गोपाल क्रेडिट कार्ड धारक, लखपति दीदी योजना लाभार्थी तथा लॉटरी द्वारा चयनित जन आधार कार्ड धारक पशुपालकों को लाभ मिलेगा। चयनित पशुपालकों को अधिकतम 2 दुधारू पशु (गाय, भैंस अथवा दोनों) अथवा 10 बकरी अथवा 10 भेड़ अथवा 1 ऊंट का निःशुल्क बीमा प्रदान किया जाएगा। पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज पशुपालक का जन आधार कार्ड, आवेदक पशुपालक एवं पशु के साथ फोटो, जाति प्रमाण पत्र, आधार से लिंक मोबाइल नंबर, गोपाल कार्ड / लखपति दीदी कार्ड (यदि उपलब्ध हो), पशुओं के टैग नंबर आदि आवश्यक हैं।
पशुपालक मोबाइल एप (MMPBY) एवं वेबपोर्टल (mmpby.rajasthan.gov.in) अथवा ई-मित्र केंद्रों के माध्यम से 31 जनवरी 2025 तक आवेदन कर सकते हैं। पशुपालकों का चयन लॉटरी प्रक्रिया द्वारा किया जाएगा, जिसमें गोपाल क्रेडिट कार्ड धारकों और लखपति दीदी योजना लाभार्थियों को प्राथमिकता मिलेगी। अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग को क्रमशः 16% एवं 12% आरक्षण का प्रावधान है। बीमा के लिए पशुओं की टैगिंग अनिवार्य है। बीमा अवधि एक वर्ष की होगी और इसके लिए पशुपालक को कोई प्रीमियम नहीं देना होगा।
बीमा राशि का निर्धारण पशु की नस्ल, उम्र व दुग्ध उत्पादन के आधार पर होगा, अधिकतम सीमा ₹40,000 होगी। पात्रता के लिए पशु की उम्र गाय के लिए 3 से 12 वर्ष, भैंस के लिए 4 से 12 वर्ष, बकरी तथा भेड़ के लिए 1 से 6 वर्ष, ऊंट के लिए 2 से 15 वर्ष है। यदि बीमित पशु किसी अन्य योजना के तहत पहले से बीमित है तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। बीमित पशु की मृत्यु की सूचना पशुपालक को शीघ्र बीमा विभाग को देनी होगी। पशु चिकित्सक द्वारा पोस्टमार्टम परीक्षण कर निर्धारित सॉफ्टवेयर/ऐप में इन्द्राज किया जाएगा। विभाग 21 कार्य दिवसों के भीतर दावा राशि का भुगतान करेगा।
दुर्घटना, प्राकृतिक आपदा, जहरीला घास खाने, सर्पदंश आदि के कारण मृत्यु पर बीमा दावा किया जा सकता है। दुर्घटना को छोड़कर पॉलिसी जारी होने के बाद 21 दिनों के ग्रेस पीरियड के पश्चात ही दावा मान्य होगा। यदि बीमित पशु का टैग गुम हो जाता है तो 1 दिन के भीतर पुनः टैगिंग करवाई जाएगी। पशुपालक द्वारा पशु की बिक्री या उपहार दिए जाने पर बीमा समाप्त हो जाएगा। योजना का क्रियान्वयन राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग द्वारा किया जाएगा, जिसमें पशुपालन विभाग नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करेगा।
प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर बीमा कार्यक्रम की सूचना एसएमएस या अन्य माध्यमों से दी जाएगी। बीमा पॉलिसी की जानकारी पशुपालकों को मोबाइल पर एसएमएस लिंक के माध्यम से प्राप्त होगी। योजना की विस्तृत जानकारी पशुपालन विभाग की वेबसाइट www.animalhusbandry.rajasthan.gov.in तथा राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग की वेबसाइट sipf.rajasthan.gov.in से प्राप्त की जा सकती है। जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने पशुपालकों से आग्रह किया है कि वे इस योजना का लाभ उठाएं और अपने पशुओं को सुरक्षित करें।
News-निमोनिया जागरूकता पर आशा कार्यकर्ताओं की मासिक बैठक आयोजित
राजसमंद, 28 जनवरी: मोही सेक्टर में आज आशा कार्यकर्ताओं की मासिक बैठक का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्लान इंडिया व रेकिट डेटोल बनेगा स्वस्थ इंडिया के संयुक्त प्रयास से संचालित “सेल्फ केयर फॉर न्यू मॉम्स एंड किड्स अंडर फाइव” कार्यक्रम के अंतर्गत निमोनिया पर महत्वपूर्ण प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
बैठक में प्लान इंडिया के ब्लॉक अधिकारी ऑफिसर राहुल शाकद्वीपीय ने आशा फ्रंट लाइन वर्कर्स को "सांस कैंपेन" के तहत निमोनिया की रोकथाम और पहचान पर विशेष प्रशिक्षण दिया। साथ ही निमोनिया की रोकथाम के लिए आई.ई.सी.सामग्री का वितरण किया गया। इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं को जागरूक करते हुए निमोनिया के लक्षणों जैसे बुखार, खांसी, तेज सांस चलना, पसली चलना, झटके आना, बच्चे का सुस्त हो जाना, और खाना-पीना छोड़ देना आदि पर चर्चा की गई। साथ ही, इन लक्षणों की पहचान होने पर तुरंत बच्चों को अस्पताल रेफर करने की सलाह दी गई।
कार्यक्रम के दौरान, सेल्फ केयर प्रोजेक्ट के तहत आयोजित "सांस कैंपेन" की गतिविधियों जैसे नुक्कड़ नाटक और वॉल पेंटिंग के बारे में भी जानकारी साझा की गई साथ ही संस्थान के सीएचडब्ल्यू रोहित पालीवाल ने होम विजिट्स, मरीजों की पहचान, बच्चों को रेफर करने और जागरूकता कार्यक्रमों की प्रगति से आशा कार्यकर्ताओं को अवगत करवाया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की वरिष्ठ अधिकारी एल.एच.वी. रमणी एन.के., ए.एन.एम. गीतम्मा पी.एन., भावना प्रजापत, सपना टेलर, नीलम रेगर और डब्ल्यूएचओ से योगेश कुमार उपस्थित रहे। यह कार्यक्रम निमोनिया जैसी गंभीर बीमारी की रोकथाम और सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक प्रभावी कदम साबित हुआ।
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