News-दीव राष्ट्रीय कला शिविर: नाथद्वारा कॉलेज की डॉ. प्रेषिका सहित अन्य कलाकार उकेर रहे संस्कृति के रंग
राजसमंद 28 जुलाई। पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र उदयपुर (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार) तथा दीव टूरिज्म व बाल भवन बोर्ड के तत्वावधान में दीव में सात दिवसीय राष्ट्रीय चित्रांकन कला शिविर शुक्रवार से प्रारंभ हुआ। इसमें देश भर से आए कलाकार भाग ले रहे हैं। इस शिविर का शुभारंभ पद्मश्री प्रेमजी बारिया और दीव कलक्टर भानुप्रभा के आतिथ्य में हुआ। नाथद्वारा कॉलेज से डॉ. प्रेषिका द्विवेदी, उदयपुर से प्रो. राजेश यादव और सोनम फुलवारिया इस कला शिविर में भाग लेकर लोक संस्कृति को रंगों से सजा रहे हैं।
नाथद्वारा की डॉ. प्रेषिका द्विवेदी इस शिविर में अमूर्त चित्रण से दीव के प्राकृतिक सौंदर्य को अपनी तूलिका से स्वरूप दे रही हैं। प्रेषिका का मानना है कि एक सफल कलाकार वह है जो आत्मसंतुष्टि के लिए काम करता है। इसलिए वे हमेशा कला, व्यवसाय, प्रौद्योगिकी, शैली के बीच संतुलन बनाने का प्रयास करती हैं। पेंटिंग और ग्राफिक दोनों ही कौशल की धनी प्रेषिका अमूर्त संयोजन को पूरी निष्ठा से निभाती हैं।
वर्तमान में डॉ. प्रेषिका, सेठ मथुरादास बिनानी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नाथद्वारा में चित्रकला विषय की सहायक आचार्य हैं। उन्हें बचपन से ही पेंटिंग का शौक था और उन्होंने सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर से विज़ुअल आर्ट्स में पीएचडी की उपाधि ली है। साथ ही उन्होंने कथक नृत्य में सीनियर डिप्लोमा भी लिया है। उनके काम में कला के विभिन्न माध्यमों की एक बहुमुखी श्रृंखला शामिल है। उनका काम आमतौर पर अमूर्त कला रचना के साथ-साथ कई बार भावनात्मक, सामाजिक, दार्शनिक और आध्यात्मिक पहलुओं पर केंद्रित होता है। प्रेषिका के काम का माध्यम कैनवास पर ऐक्रेलिक और कैनवास पर कोलाज है, जहां अंतराल विभाजन के साथ बनावट व मूल्यों का प्रभुत्व जीवंत होता है। वह कलाकार के रूप में विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कार्यशालाओं में भाग लेती रही हैं।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | Telegram | Signal