उदयपुर 21 जून 2025 । रवीन्द्रनाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज (RNT) में करंट लगने से डॉक्टर रवि शर्मा की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। हादसे के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल शुक्रवार को भी जारी रही। गुरुवार देर रात से लेकर शुक्रवार तक डॉक्टर्स लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं।
मंत्री भी पहुंचे धरना स्थल, डॉक्टर्स ने कहा 'अब तक कोई लिखित आश्वासन नहीं'
शुक्रवार को राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा धरना स्थल पर पहुंचे और रेजिडेंट डॉक्टर्स से मुलाकात की। उन्होंने डॉक्टरों की मांगों को सुना और समाधान का आश्वासन दिया, लेकिन डॉक्टर्स का कहना है कि अब तक किसी भी मांग पर उन्हें लिखित में कोई जवाब नहीं दिया गया है । यूनियन पदाधिकारियों ने कहा कि "मौखिक बातों पर अब भरोसा नहीं किया जा सकता, जब तक लिखित सहमति नहीं मिलती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।"
मोर्चरी के बाहर रातभर दिया धरना
गुरुवार की रात को भी रेजिडेंट डॉक्टर्स ने मोर्चरी के बाहर धरना दिया। उनका आरोप है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सच्चाई छुपाई जा रही है और पानी के कूलर में करंट आने की शिकायत पहले भी की गई थी, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
सेवाएं ठप, मरीज परेशान
हड़ताल की वजह से एमबी अस्पताल सहित उदयपुर के सभी सैटेलाइट हॉस्पिटल्स, टीबी हॉस्पिटल, पन्नाधाय चिल्ड्रन हॉस्पिटल, सुपर स्पेशलिटी सेंटर और आपातकालीन वार्डों में इलाज बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मरीजों को घंटों लाइन में लगने के बाद भी इलाज नहीं मिल पा रहा है।
रेजिडेंट डॉक्टर्स ने प्रशासन के सामने निम्नलिखित मांगे रखी हैं:
रेजिडेंट डॉक्टर्स यूनियन के अध्यक्ष डॉ. दीपेन्द्र सैवदा ने कहा, “अब तक हमारी किसी भी मांग पर लिखित सहमति नहीं मिली है। कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा धरना स्थल पर पहुंचे थे, लेकिन केवल मौखिक आश्वासन दिया गया। जब तक हमें सभी मांगों पर लिखित आश्वासन नहीं मिलता, हड़ताल जारी रहेगी।”
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