उदयपुर 10 अक्टूबर 2024। ज़िले के गोगुन्दा ब्लॉक में आदमखोर लेपर्ड के खौफ के चलते क्षेत्रवासी ग्रामीण खौफ में है, इसी के चलते वन विभाग भी 8 लोगों के हत्यारे आदमखोर लेपर्ड को ढूंढ़ने के लिए अलग अलग तरीके अपना रही है लेकिन उनके हाथ अभी तक खाली है, हाँ लेकिन इन प्रयासों के बीच गोगुंदा के लोग बड़े, बूढ़े और बच्चे सहित खौफ के साए में हैं, घरो में बंद हैं, यहाँ तक की किसी सामाजिक कार्यक्रम में भी हिस्सा नहीं ले पा रहे, बच्चे स्कूल जाने से वंचित है।
इन सब प्रयास के चलते बुधवार को वन विभाग की टीम द्वारा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए, बताया गया था की अब विभाग की टीम इन कैमरों की मदद से उस आदमखोर की तलाश करेगी और नजर आने पर उस जगह के पास मौजूद टीम तुरंत एक्शन लेगी, लेकिन इन कैमरों से टीम ये कैसे सुनिश्चित करेगी की जो कैमरे में दिखाई दिया है वो आदमखोर लेपर्ड है या कोई और ?
हालात बहुत चिंता जनक है, क्योंकी अब लम्बा समय हो गया है की उसे आदमखोर घोषित किया गया और अभी तक पकड़ा नहीं गया। तो वहीँ उदयपुर के आस पास के इलाकों में भी लेपर्ड द्वारा मवेशियों पर हमला करने की खबरे आ रही है।
आदमखोर को लेकर सीसीएफ उदयपुर सुनील छिद्री का कहना है की फिलहाल आदमखोर लेपर्ड की तलाश जारी हैं, कैमरे भी लगाए गए है, तो वहीं विभाग की टीमेों के साथ ही एमरजेंसी रिस्पांस टीम भी दो शिफ्टों में उस आदमखोर हो चुके लेपर्ड की तलाश कर रही है।
गौरतलब है की आदमखोर घोषित होने के बाद उस से निपटने के लिए और उसे उसके अंजाम तक पहुँचाने के लिए हैदराबाद से देश के जाने माने मार्क्समैन (शूटर) नवाब शफात अली खान को उदयपुर बुलाया गया था लेकिन उदयपुर आने के बाद कुछ ही दिनों में उन्हें वापस लौटना पड़ा।
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