आवाज़ को दबाने के लिए सत्ता का द्वेष अपने चरम पर है - कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे

आवाज़ को दबाने के लिए सत्ता का द्वेष अपने चरम पर है - कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे 

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अभय दुबे उदयपुर प्रवास पर 

 
abhay dubey

उदयपुर 29 मार्च 2023। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अभय दुबे बुधवार को उदयपुर प्रवास पर रहे। इस अवसर पर उन्होने मिडिया से बात करते हुए कहा की  आज देश पर चारों ओर से हमला बोला जा रहा है भारत के आर्थिक संसाधनों पर भारत के प्रजातांत्रिक और संवैधानिक संस्थाओं पर भारत की भूभागीय अखंडता पर भारत के सामाजिक समरसता और सद्भाव पर।

उन्होंने कहा कि यह हमले या तो भाजपाई सत्ता की सरपरस्ती में हो रहे हैं या सत्ता की मौन स्वीकृति से, मगर इन हमलों के खिलाफ़ देश में एक मुखर आवाज़ उठ रही है राहुल गाँधी की। इस आवाज़ को दबाने के लिए अब भाजपाई सत्ता का द्वेष अपने चरम पर है। सत्ता का ये द्वेष है सिर्फ़ अपने धन्ना सेठ "परम मित्र" अडानी को बचाने के लिए ।

पीएम मोदी लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं 

कांग्रेस के प्रवक्ता अभय दुबे ने कहा की राहुल गांधी को निशाना बनाया गया है क्योंकि उन्होंने सदन में और सदन के बाहर मोदी जी से अडानी के बारे में देशहित के कुछ गंभीर सवाल किये थे। राहुल और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस मिलकर लोकतंत्र को बचाने के लिए अब एक निर्णायक लड़ाई लड़ रही है।

उन्होंने बताया कि आज कांग्रेस पार्टी लोगों के सम्मुख कुछ प्रासंगिक तथ्य रख रही है जो इस बात की गवाही देते हैं कि कैसे सत्ता की भूख में भाजपा राहुल गाँधी से प्रतिशोध ले रही है। 7 फरवरी, 2023 को राहुल गांधी ने संसद में अपने भाषण में अडानी महा-घोटाले पर 2 सीधे सवाल पूछे

1. क्या अडानी की शेल कंपनियों में ₹20,000 करोड़ या 3 बिलियन डॉलर हैं ? अडानी इस पैसे को नहीं सकता क्योंकि वो इंफ्रास्ट्रक्चर बिज़नेस में है। यह पैसा कहां से आया? किसका काला धन है? ये किसकी शेल कंपनियां हैं? ये कंपनियां डिफेंस फील्ड में काम कर रही हैं। कोई क्यों नहीं जानता? यह किसका पैसा है? इसमें एक चीनी नागरिक शामिल है। कोई यह सवाल क्यों नहीं पूछ रहा है कि यह चीनी नागरिक कौन है? 

2. प्रधानमंत्री मोदी जी का अडानी से क्या रिश्ता है? उन्होंने रक्षा उद्योग के बारे में, हवाई अड्डों के बारे में, श्रीलंका में दिए गए बयानों के बारे में, बांग्लादेश में दिए गए बयानों के बारे में, ऑस्ट्रेलिया में स्टेट बैंक (भारत के) के चेयमैन के साथ बैठे नरेंद्र मोदी और अडानी की तस्वीरें, जिन्होंने कथित तौर पर $1 बिलियन का ऋण स्वीकृत किया था, के बारे में तथ्य दिए। यह सबूत के साथ सवालों का दूसरा सेट था।

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभय दुबे द्वारा उठाये गए अन्य सवाल 

अडानी के घोटाले पर संसद में राहुल गांधी के भाषण के ठीक 9 दिन बाद उनके खिलाफ़ मानहानि का मामला फिर से शुरू हो गया। राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के भाषण से अडानी घोटाले के महत्वपूर्ण अंश और राहुल गांधी के भाषण को (लगभग पूरी तरह से) संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया। क्यों ?

संसद के बजट सत्र के चल रहे दूसरे भाग में भारत के इतिहास में पहली बार एक सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा संसद को बाधित कर रही है और इसे काम नहीं करने दे रही है। यह अडानी को बचाने के लिए एक ध्यान भटकाने की साजिश है। जबकि संयुक्त विपक्ष इस पर JPC (संयुक्त संसदीय समिति) चाहता है।

राहुल गांधी पर भाजपा मंत्रियों द्वारा हमला किया गया। लोक सभा अध्यक्ष को राहुल गाँधी ने दो लिखित अनुरोध किये कि उनको संसद में जवाब देने दें। इसके बाद तीसरी बार लोकसभा अध्यक्ष से मीटिंग भी की पर तीन अनुरोधों के बावजूद अध्यक्ष ने संसद में उन्हें बोलने का अवसर देने से इन्कार कर दिया। इससे साफ़ पता चलता है कि पीएम मोदी नहीं चाहते कि अडानी के साथ उनके रिश्ते का पर्दाफाश हो।

उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी की ध्यान भटकाने की कवायद 3 हास्यास्पद आरोपों से साबित होती है। सबसे पहले, उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी ने "विदेशी ताकतों" से लंदन में भारत की मदद करने के लिए कहा। ये एक सफेद झूठ है। अगर कोई उनके वक्तव्यों को ध्यान से देखे, तो उन्होंने कहा कि ये "भारत का अंदरूनी मामला है, हम स्वयं इसका हल निकालने में सक्षम हैं।"

दूसरा, भाजपा अब झूठा हौवा खड़ा कर रही है कि राहुल गांधी ने ओबीसी वर्ग को निशाना बनाया। ये बात सिर्फ इसलिए की जा रही है क्योंकि उन्होंने पीएम मोदी से एक सवाल किया था! ध्यान भटकाने का एक और बोगस हथकंडा, जो व्यक्ति देश में सभी वर्गों की एकता के लिए "भारत जोड़ो यात्रा" में 4000 किलोमीटर पैदल चल सकता है, वो कैसे एक समुदाय को निशाना बना सकता है?
 
तीसरा - सूरत, गुजरात में एक निचली अदालत के फ़ैसले के 24 घंटे के भीतर- भाजपा ने राहुल गांधी को लोकसभा में उनकी सदस्यता को रद्द करने के लिए "बिजली की गति" से काम किया, भले ही अदालत ने उन्हें उच्च न्यायालय में अपील करने के लिए 30 दिन का समय दिया था। भाजपा, राहुल गांधी से इतना डरती क्यों है ?

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओबीसी समुदाय का अपमान करने का आरोप लगाने की घटिया चाल स्पष्ट हताशा साबित हुई है। सबसे पहले राहुल गांधी द्वारा दिया गया बयान यह पूछ रहा था कि कुछ चोरों का एक ही उपनाम क्यों है उन्होंने ऐसा नहीं कहा है कि "सारे मोदी चोर हैं", उन्होंने किसी समुदाय को निशाना नहीं बनाया। दूसरा, न तो नीरव मोदी और न ही ललित मोदी ओबीसी हैं। और उनकी जाति जो भी हो, क्या उन्होंने धोखाधड़ी नहीं की? भाजपा धोखेबाजों और भगोड़ों को क्यों बचा रही है? 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में 2 ओबीसी मुख्यमंत्री हैं। इससे साबित होता है कि कांग्रेस उनके योगदान को महत्व देती है। राहुल गांधी और कांग्रेस नहीं डरेंगे। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हम सीधे लोगों के पास गए और उनकी चिंताओं को सुना। महंगाई, बेरोजगारी, सामाजिक असमानता और संस्थानों पर कब्जा, इन सब मुद्दों को उठाया। हम लोगों के इन मुद्दों को उठाते रहेंगे और अपना संदेश सीधे लोगों तक पहुंचाते रहेंगे।

उन्होंने कहा कि आपराधिक मानहानि के लिए अधिकतम दो साल की सजा आज तक किसी को नहीं मिली है। दूसरी ओर, भाजपा नेताओं के खिलाफ मामले अत्यधिक उदारता से निपटाए जाते हैं। उत्तर प्रदेश के बांदा से भाजपा सांसद, आरके सिंह पटेल को नवंबर में एक ट्रेन रोकने, सार्वजनिक सड़कों को अवरुद्ध करने और पुलिस कर्मियों पर पथराव करने के लिए दोषी ठहराया गया था लेकिन उन्हें केवल 1 साल की जेल हुई।

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल, मौलाना आज़ाद को इसी तरह अंग्रेज़ों ने या तो राजद्रोह के मामले में प्रताड़ित किया या जेल की सज़ा दी। अंततः कांग्रेस ने अंग्रेजों के खिलाफ जीत हासिल की। अब मोदी सरकार चोरों और घोटालेबाजों का पर्दाफाश करने पर राहुल गांधी पर निशाना साध रही है और इस स्तर तक गिर गई है कि सदस्यता के साथ उनका घर भी छीनने पर आमादा है मगर कांग्रेस लड़ेगी और फिर प्रजातंत्र की जीत सुनिश्चित करेगी ।

केस की टाईमलाईन

  • Apr 13th 2019 कर्नाटक के कोलार में चुनावी भाषण देते हैं राहुल गांधी
  • Apr 16th 2019 बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी ने गुजरात के सूरत में शिकायत दर्ज कराई।
  • Mar 7th 2022 - शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत पर गुजरात उच्च न्यायालय से रोक लगाने की मांग की; हाई कोर्ट ने रोक लगा दी।
  • Feb 7th 2023 श्री - गांधी ने लोकसभा में अडानी और पीएम मोदी के रिश्तों पर सवाल उठाते हुए भाषण दिया ।
  • Feb 16th 2023- शिकायतकर्ता ने गुजरात उच्च न्यायालय में रहने के अपने अनुरोध को वापस ले लिया।
  • Feb 27th 2023-निचली अदालत में सुनवाई फिर से शुरू ।
  • Mar 23rd 2023- ट्रायल कोर्ट ने राहुल गांधी को दोषी ठहराया और अधिकतम 2 साल की सजा सुनाई।
  • Mar 24th 2023 - लोकसभा सचिवालय ने 24 घंटे के भीतर राहुल गांधी जी की संसद सदस्यता रद्द की।

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