उदयपुर 19 मई 2021।अरब सागर से उठे चक्रवात ताऊते के कारण जिले में वर्षा के दौर के कारण पहली बार मई माह में पिछोला झील के स्वरूपसागर बाँध पर दो गेट 6-6 इंच तक खोले गए, इधर सीसारमा नदी से पिछोला में पानी की आवक बनी हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सीसारमा का जलस्तर 6 फुट से अधिक है।
कलेक्टर चेतन देवड़ा ने बताया कि शहर में ताऊते की दस्तक के साथ ही मूसलाधार बारिश का दौर शुरू हो गया था।जिसकी वजह से शहर की झीलों में पानी की आवक एकाएक बढ़ने लगी है। ऐसे में पिछोला झील का जलस्तर बढ़कर 8.4 फीट और फतेहसागर झील का जलस्तर 7.10 फीट पर पहुंचगया है।जिसके बाद स्वरूपसागर झील के दरवाजों से पानी छोड़ा गया है।
मंगलवार देर रात ताऊते तूफान उदयपुर के गोगुंदा और सायरा को छूता हुआ राजसमंद के रास्ते जयपुर की ओर आगे बढ़ गया है। इस दौरान उदयपुर में मेघ जमकर मेहरबान हुए। सिंचाई विभाग गैंगहट पर 2 इंच, गोगुन्दा में 3 इंच, झाड़ोल, ऋषभदेवमें 2 इंच से अधिक वर्षा दर्ज की गई। भारी वर्षा से शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया। वहीं, तेज आंधी के चलते बड़ी संख्या में हरे भरे पेड़ गिर गए।जबकि तेज बारिश और हवा के चलते किसानों की फसल को भारी नुकसान का अनुमान है।
उदयपुर शहर (गिर्वा) में 38 मिलीमीटर, बड़गांव में 42 मिलीमीटर, मावली में 20 मिलीमीट, गोगुन्दा में 70 मिलीमीटर, सराड़ा में 22 मिलीमीटर, ऋषभदेव में 58 मिलीमीटर, झाड़ोल में 59 मिलीमीटर, कानोड़ में 20 मिलीमीटर, कोटड़ा में 28 मिलीमीटर तथा सलूम्बर में 41 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई।
चक्रवाती तूफान ताऊते के मद्देनजर उदयपुर में पहली बार पूरी रात सरकारी दफ्तर खुले रहे। जहां उदयपुर कलेक्टर चेतन देवड़ा समेत आला अधिकारी देर रात तक ताऊते तूफान का इंतजार करते नजर आए।इस दौरान कलेक्टर चेतन देवड़ा ने बताया कि संक्रमण के इस दौर में तूफान की दस्तक ने प्रशासन की परेशानी बढ़ा दी थी। ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा तहसील स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं।ताकि किसी भी अप्रिय घटना से समय रहते निपटा जा सके।
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