उदयपुर 13 अप्रैल 2024। कांवटिया अस्पताल के गेट पर एक महिला का प्रसव होने पर प्रसूता के परिजनों द्वारा डॉक्टर्स पर लगाए गए आरोप के चलते हॉस्पीटल के 3 डॉक्टरों को सस्पेंड किए जाने के बाद जयपुर में चल रही हड़ताल का समर्थन करते हुए सस्पेंड किए डॉक्टर्स के खिलाफ लिए गए निर्णय को वापस लेने की मांग को लेकर उदयपुर के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने भी शनिवार को कार्य बहिष्कार कर दिया।
इस अवसर पर रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन उदयपुर के अध्य्क्ष डॉ. दीपक ने बताया की कांवटिया हॉस्पिटल के तीन डॉक्टर्स को सस्पेंड किए जाने और उस सें पहले भी दो अन्य रेजीडेंट डॉक्टर्स को गलत ब्लड यूनिट चढ़ाने की बात को लेकर उनके खिलाफ की गई एक तरफ़ा कार्यवाही के खिलाफ आज उदयपुर के समस्त रेजिडेंट डॉक्टर्स जिसमे सुपर इसपेशीलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर्स भी शामिल है।
डॉ. दीपक ने कहा की आज सें पूर्ण पेन डाउन की घोषणा की गई है जो सभी सस्पेंड किए गए डॉक्टर्स के सस्पेंशन को निरस्त नहीं किया जाता तब तक जारी रहेगा।
ये था मामला
गौरतलब है की प्रसूता के परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों ने गर्भवती महिला को भर्ती करने से मना कर दिया था। चिकित्सा विभाग ने प्रथम दृष्टया तीन रेजिडेंट्स को दोषी मानते हुए उन्हें निलंबित कर दिया और अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राजेंद्र सिंह तंवर को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
इसके बाद तीन रेजिडेंट्स के निलंबन के विरोध में रेजिडेंट्स ने हड़ताल शुरू कर दी है। तो वहीं जयपुर के डॉक्टर्स का आरोप है मामले की सही तरीके से जांच नहीं की गई। केवल गर्भवती महिला के परिजनों के आरोपों के आधार पर कार्रवाई कर दी जबकि रेजिडेंट्स का पक्ष सुना ही नहीं गया। उन्होंने ये भी आरोप लगाया की राज्य सरकार की ओर से की गई कार्रवाई एक तरफा है जो मंजूर नहीं है। रेजिडेंट्स ने चेतावनी दी है कि जब तक तीनों रेजिडेंट्स को बहाल नहीं किया जाएगा तब तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।
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