महाराष्ट्र के बाद अब उदयपुर में एक पुरुष के शरीर में चुम्बकीय शक्ति पैदा होने का दावा किया गया था। इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी कुछ वीडियो वायरल हो रहे है। लेकिन उदयपुर में 11 साल के बच्चे ने वैक्सीनेशन को लेकर उड़ रही अफवाहों की पोल खोल कर रख दी है।
आपको बता दे कि उदयपुर के नरोत्तम गौड़ ने कोरोना वैक्सीन लगवा रखी थी। सोशल मिडिया पर वैक्सीन को लेकर चल रही अफवाहों को देखते हुए अपने शरीर पर आजमाने का फैसला किया। इसके बाद उन्होनें घर में रखे सिक्के और चम्मच शरीर पर रखे, जो चिपक गए। जिन्हें देख कर नरोत्तम गौड़ हैरान रह गए। उन्हें यकीन नहीं हुआ कि ऐसा कोरोना वैक्सीन की वजह से हुआ है।
नरोत्तम गौड़ ने भ्रम को दूर करने के लिए 11 साल के पोते यश का सहारा लिया। उन्होंने अपने पोते के शरीर पर धातुओं को चिपकाने का प्रयोग शुरू किया। इसके कुछ ही देर बाद यश के शरीर पर भी सिक्के और चम्मच चिपकने लगे। जिसे देख नरोत्तम के परिजन भी हैरान हो गए, क्योंकि यश को अब तक कोरोना वैक्सीन नहीं लगी थी।
लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉक्टर दिनेश जिंदल का कहना कि लोहे की कील और बोल्ट निगल जाना या शरीर मे फ्रैक्चर के बाद रोड लगाना फॉरेन बॉडी कैटेगरी में आता है। जिसमें शरीर के अंदर मेटल मौजूद होता है। इस केस में ऐसा होना संभव है। वहीं मैग्नेटिक इफेक्ट होगा तो केवल लोहे की चीजें शरीर पर चिपकेंगी स्टील की नहीं। शरीर पर पसीने की वजह से हल्के भार की वस्तुओं का कुछ देर के लिए चिपकना सामान्य वैज्ञानिक प्रक्रिया है। वैक्सीनेशन का इन चीजों से कोई संबंध नहीं है बिना हिचक बिना डरे वैक्सीन लगवाएं।
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