उदयपुर 4 मार्च 2024। देश, संविधान, लोकतंत्र और धर्म निरपेक्षता बचाने के लिए आने वाले लोकसभा चुनाव में मोदी हटाओ-देश बचाओं के नारे को धरातल पर लागू करने के लिए माकपा कार्यकर्ता जुट जाये। यह विचार माकपा राज्य सचिवालय सदस्य एवं उदयपुर के पर्यवेक्षक दुलीचंद मीणा ने शिराली भवन में वरिष्ठ माकपा नेता कमलाशंकर की अध्यक्षता में जिला कमेटी की हुई बैठक में व्यक्त किये। मीणा ने कहा की मोदी एक व्यक्ति न होकर लूट और बर्बरता की व्यवस्था है, जिसे हर हाल में समाप्त करना होगा।
मीणा ने कहा कि भाजपा ने पिछले 10 वर्ष के अपने कार्य प्रणाली से जाहिर कर दिया है कि उनका संविधान में कोई विश्वास नहीं है और अब लोकसभा चुनाव जीतकर संविधान की मूल अवधारणा को ही बदलना चाहते है।
उन्होंने कहा कि आरएसएस, भाजपा ने देश में अघोषित आपातकाल लागू कर देश की जनता को मूलभुत अधिकारों से वंचित कर रखा है और जो भी जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाता है, उन पर सीबीआई, सीबी, युएपीए जैसे हत्यारों से उसे कुचल दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी भी ढुलमूल की नीति अपना वैचारिक स्तर पर समझौतापरस्त रही है। इसलिए आये दिन उनके बड़े नेता भाजपा में शामिल हो रहे है। उन्होंने कहा कि देश में केवल कम्युनिस्ट ही वैचारिक एवं धरातल पर भाजपा से लडाई लड रहे है। मीणा ने कहा कि पूंजीवादी नीतियों के चलते देश की आम जनता की कठिनाईयों को दूर नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि दुनिया देश की जनता का भला समाजवाद में ही संभव है, इसलिए पूंजीवाद (बर्बरता) या समाजवाद दोनों में से एक को चुनना है, तीसरा कोई विकल्प नहीं।
मीणा ने इलेक्ट्रोल बॉण्ड पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर बताया कि सिर्फ माकपा ही है जिसने इलेक्ट्रोल बॉण्ड लेने के लिए बैंक में खाता भी नहीं खोला है और सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर कर इलेक्ट्रोल बॉण्ड को अवैध घोषित कराया। उन्होंने कहा कि ईमानदारी की बात सभी करते है, लेकिन कम्युनिस्टों को छोड़कर सभी राजनीतिक दलों ने इलेक्ट्रोल बॉण्ड से चंदा लेकर पीछे के दरवाजे से लुटेरे वर्ग से गठजोड़ कायम रखा हुआ है।
बैंठक में मीणा ने कहा कि जब भाजपा व मोदी संकट में आते है तो उसे धर्म और राम को संकट में आना बता देश की जनता को गुमराह करते है। उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा राम मंदिर की न होकर मोदी के संकट में आने पर उनकी प्राण प्रतिष्ठा की गई।
बैठक में माकपा महासचिव एवं पूर्व पार्षद राजेश सिंघवी ने पार्टी एवं जन संगठनों की पिछले दो माह की गतिविधियों की रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि 31 मार्च 2024 तक पार्टी सदस्यता नवीनीकरण होगा। उन्होंने कहा कि दुसरे राजनीतिक दलों में जो भी जब चाहे आ-जा सकता है, वहीं कम्युनिस्ट पार्टी की सदस्यता के लिए एक व्यक्ति को एक प्रक्रिया से गुजर उसे किसी न किसी जन सगंठन काम कर जनता के हितों को व्यक्तिगत हितों से उपर रखना होता है, इसलिए कम्युनिस्ट कम हो सकते है किन्तु वैचारिक एवं नैतिक रूप से मजबुत होते है।
बैठक में प्रभुलाल भगोरा, गुमान सिंह राव, हीरालाल सालवी, प्रेमचन्द पारगी, हाकर चंद खराडी, प्रताप सिंह देवडा, बाबू एवं अर्जुन ने भी विचार रखे। बैठक की अध्यक्षता कर रहे कमलाशंकर के धन्यवाद के साथ बैठक सम्पन्न हुई।
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